ईडी की अर्जी पर सुनवाई से पहले अरविंद केजरीवाल को मिली खुशखबरी, कोर्ट में नहीं होना होगा पेश

News web media Uttarakhand : दिल्ली शराब घोटाला केस को लेकर जांच की जद में आए अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली है. अब उन्हें कोर्ट में पेश नहीं होना होगा. दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यूट्यूबर ध्रुव राठी के यूट्यूब वीडियो को दोबारा ट्वीट किया था, जिसे लेकर उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला चल रहा है. इसी मामले में सीएम केजरीवाल को व्यक्तिगत पेशी से छूट मिल गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राउज ऐवन्यू कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी, जिस पर कोर्ट ने पेशी से छूट की राहत दे दी. अब राउज ऐवन्यू कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 29 फरवरी को होगी.

दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने बजट का हवाला देते कोर्ट से पेशी से छूट मांगी थी. अरविंद केजरीवाल के वकील ने कहा था कि दिल्ली का बजट सेशन शुरू होने वाला है, जिसकी वजह से सीएम केजरीवाल व्यस्त हैं. इसलिए उन्हें पेशी से छूट दी जाए. दिल्ली हाईकोर्ट ने 5 फरवरी को निचली अदालत द्वारा जारी समन को रद्द करने से इनकार कर दिया था. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि मानहानिकारक सामग्री को रीट्वीट करना मानहानि के समान है. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि सीएम केजरीवाल के काफी फॉलोअर्स हैं और वह वीडियो को दोबारा ट्वीट करने के परिणामों को समझते हैं.

इससे पहले मंगलवार को बंबई हाईकोर्ट की गोवा पीठ ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के एक कथित मामले में मजिस्ट्रेट द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को जारी किये गये समन को रद्द कर दिया था. पार्टी की गोवा इकाई के प्रमुख अमित पालेकर ने कहा था कि उच्च न्यायालय ने 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ दायर एक शिकायत पर उन्हें जारी समन को रद्द कर दिया.

झारखंड: हेमंत सोरेन ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, चंपई सोरेन होंगे राज्य के नए सीएम

News web media Uttarakhand :  हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. अब उनकी जगह चंपई सोरेन राज्य के नए सीएम होंगे. चंपई को विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया है.

जेएमएम का कहना है कि चंपई सोरेन का शपथग्रहण आज ही होना चाहिए. आपको बता दें कि झारखंड में सोरेन की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है. रांची में सीएम आवास के बाहर अच्छी खासी सुरक्षाबलों की टीम तैनात है. इसके साथ डीजीपी और प्रमुख सचिव भी सीएम आवास पर पहुंच चुके हैं. कथित जमीन घोटाले को लेकर बीते कई दिनों से ईडी टीम छापेमारी कर रही है. ईडी की टीम कई घंटों से सोरेन से पूछताछ कर रही है.

इससे पहले सीएम सोरेन मंगलवार को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे. सड़क मार्ग के जरिए सोरेन ने दिल्ली से रांची तक का सफर किया. यह सफर 1250 किमी का था. यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं और सहयोगी विधायकों से मुलाकात की.

इस दौरान बैठक में सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की भी मौजूदगी देखने को मिली. हालांकि वे विधायक नहीं हैं. जेएमएम का कहना है कि बैठक में आगे की रणनीतियों पर चर्चा की गई. बैठकों में विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता जताई है. उन्होंने बिना किसी नाम के समर्थन पत्र पर भी हस्ताक्षर किए. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि हेमंत की गिरफ्तारी में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है.

इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा सांसद महुआ माजी ने ये दावा किया है कि हेमंत सोरेन अभी ईडी की हिरासत में हैं. वह ईडी वह ईडी की टीम के साथ ही इस्तीफा देने राजभवन पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया.

उनकी जगह चंपई सोरेन को राज्य का नया सीएम चुना गया है. जेएमएम पार्टी की मांग है कि नए सीएम चंपई का शपथ ग्रहण आज हो जाए. इसे लेकर राजभवन के बाहर विधायक जमकर बवाल काट रहे हैं.

प्रथम परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती आज, सीएम धामी ने किया नमन

News web media uttarakhand : प्रथम परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें शत्-शत् नमन किया है। सीएम धामी ने कहा कि उनका जीवन सदैव हमारी युवा पीढ़ी को देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा।

मां भारती के वीर सपूत को सीएम ने किया नमन
सीएम धामी ने मां भारती के वीर सपूत और अदम्य साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति, परमवीर चक्र से अलंकृत मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती पर उन्हें याद किया। सीएम ने कहा कि राष्ट्र सेवा को समर्पित आपका जीवन सदैव हमारी युवा पीढ़ी को देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा।

वाराणसी ज्ञानवापी मामले में बड़ा फैसला, व्यास तहखाने में 31 साल बाद मिली पूजा की इजाजत

News web media Uttarakhand : ज्ञानवापी-काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद में वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट ने बुधवार को बड़ा फैसला दिया है। 31 साल बाद ज्ञानवापी के तहखाने में व्यास परिवार को पूजा का अधिकार मिल गया है। कोर्ट ने कहा कि सात दिन के अंदर व्यास परिवार पूजा पाठ कर सकता है। डीएम के निर्देश पर पुजारी की नियुक्ति भी जाएगी।

हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी के तहखाना में पूजा-पाठ करने की मांग की थी। तहखाने को व्यास जी का तहखाना भी कहा जाता है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

31 साल से बंद है पूजा पाठ
हिंदू पक्ष के वकील एडवोकेट सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि हमने 25 सितंबर 2023 को वाराणसी की अदालत में याचिका दायर की थी कि सोमनाथ व्यास परिवार के ‘तहखाने’ के संबंध में एक जिला मजिस्ट्रेट को रिसीवर बनाया जाए, ताकि वहां कोई अतिक्रमण न हो और न ही तहखाना को कोई नुकसान न हो। साथ ही, 1993 तक यहां होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों को फिर से शुरू किया जाए। व्यासजी समेत परिवार 1993 तक तहखाने में पूजा पाठ करता था। 1993 के बाद तत्कालीन राज्य सरकार के आदेश पर तहखाने में पूजा पाठ बंद कर दिया गया था।

उन्होंने बताया कि जिला न्यायालय ने 17 दिसंबर को आदेश पारित किया था और जिला मजिस्ट्रेट को रिसीवर नियुक्त किया था। लेकिन 30 जनवरी को मुस्लिम पक्ष ने हमारी मांग पर आपत्ति जताई थी। हमने सभी संबंधित साक्ष्य जमा कर दिए थे।

डीएम के पास है तहखाने की चाबी
17 जनवरी को व्यासजी के तहखाने को जिला जज के आदेश पर जिला प्रशासन ने कब्जे में लिया था। डीएम के पास इस समय तहखाने की चाबी है। वकील विष्णु शंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने आशंका जताई थी कि मुस्लिम पक्ष के लोग वहां कब्जा कर सकते हैं, क्योंकि काफी साल से तहखाने में कोई पूजा करने नहीं गया। अब उस जगह पर फिर से पूजा शुरू करानी चाहिए।

क्या है मुस्लिम पक्ष का तर्क?
ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा पाठ के अधिकार की मांग वाली याचिका पर अंजुमन इंतेजामिया ने आपत्ति जताई थी। जिला जज डॉक्टर अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में मुमताज अहमद, एखलाक अहमद ने कहा कि व्यासजी का तहखाना मस्जिद का पार्ट है। पूजा पाठ की अनुमति नहीं दी जा सकती है। यह वाद विशेष पूजा अधिनियम से बाधित है। लिहाजा चलने योग्य नहीं है। वक्फ बोर्ड की संपत्ति है, इसलिए पूजा पाठ की अनुमति न दी जाए। लेकिन अदालत ने मुस्लिम पक्ष की दलीलों को खारिज कर दिया।

 

यूपी में ‘INDIA’ में सीट बंटवारे पर सहमति, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का एलान लोकसभा की 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

News web media Uttarakhand :  उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों की डील पक्की हो गई है। कांग्रेस यूपी में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है। शनिवार को अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।

कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव के फैसले से कांग्रेस पार्टी के अहसमत होने की खबर है। कहा जा रहा है कि यह फैसला अखिलेश यादव का है न कि कांग्रेस का। हालांकि अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का इस पर बयान नहीं आया है।

आपको बता दें कि 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हुई थी, लेकिन बैठक में कोई नतीजे नहीं निकल सका था। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सपा के साथ एक और बैठक होनी है। बात नहीं बनी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे।

पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन

2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं। 2014- कांग्रेस 67 पर लड़कर सिर्फ दो सीट जीती। सपा 75 में पांच और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई।
2019- सपा- बसपा का गठबंधन था। कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद हैं।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रात को दिवाली जैसा उल्लास… देवभूमि में हर तरफ जले दिए

News web media Uttarakhand : रामनगरी अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ अयोध्या ही नहीं, देश में भी नए युग का आगाज हो गया। पांच सदियों का इंतजार सोमवार को कृष्णशिला में प्राण स्थापना के साथ समाप्त हो गया और रामलला पूर्ण स्वरूप में भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। उनका नाम बालक राम रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की पहली आरती उतारी। स्वर्णमयी सिंहासन पर विराजमान रामलला को चांदी का छत्र अर्पित किया और मां जानकी के प्रतीक स्वरूप में चुनरी भी चढ़ाई। प्रधानमंत्री ने रामलला को 1008 रजत कमल अर्पित किए। 45 मिनट का अनुष्ठान पूर्ण हुआ, तो देशवासी अभिभूत हो उठे। इस दौरान, जन्मभूमि परिसर पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई।

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देवभूमि उत्तराखंड में भी भव्य उत्सव मनाया गया। सुबह से ही राजधानी दून से लेकर सभी जिलों का माहौल राममय हो गया। सुबह से शाम तक गुलाल, बोनफायर आदि से होली जैसा माहौल रहा तो शाम ढलते ही पटाखों से दून गूंज उठा। घरों में लगी इलेक्ट्रॉनिक झालरें और दीयों से दिवाली-सा उत्सव रहा। वहीं, लोगों ने दीप जलाकर रामलला का स्वागत किया। हरिद्वार में श्रीगंगा सभा की ओर से हरकी पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। दिनभर कई तरह के आयोजन किए गए जिससे पूरा शहर राममय हो गया। शाम को हरकी पैड़ी पर दीप जलाए गए। साथ ही आतिशबाजी की गई। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी गंगा पूजन कर दीपदान किया।

केदारनाथ धाम में ललित बाबा आश्रम में 108 घी के दीपक जलाए गए। मंदिर परिसर में तैनात आईटीबीपी के जवानों ने बाहर परिसर में दीपक जलाए। बाबा केदारनाथ के शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में अखण्ड रामायण, भजन कीर्तन और हवन यज्ञ का आयोजन हुआ। प्रसाद वितरण किया गया। विभिन्न महिला मंगल दलों और भजन कीर्तन मंडलियों की ओर से भजन गाए गए।  शाम को पहाड़ से मैदान तक दीप जलाए गए। केदारनाथ धाम सहित जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग और अन्य कस्बों, गांवों में भव्य झांकी निकाली गई। साथ ही मंदिरों में कीर्तन-भजन का आयोजन कर भंडारा का आयोजन किया गया। वहीं, उत्तरकाशी के बड़कोट में राजा रघुनाथ महाराज मंदिर को भी सजाया और पूजा की गई।

अयोध्या में खत्म हुआ 500 साल का इंतजार, गर्भगृह में विराजे रामलला- पीएम मोदी ने की प्राण-प्रतिष्ठा

News web media Uttarakhand :  मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच पीएम मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कर दी. आज अयोध्या में करीब 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया. भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं. अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है. 84 सेकंड के मुहूर्त में पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की

रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. राम नगरी रामलला के स्वागत के लिए तैयार है. आज रामलला की नवीन प्रतीमा मंदिर में स्थापित हो जाएगी. राम नगरी को फूलों से सजाया गया है.

अयोध्या में राम मंदिर परिसर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हो चुका है. राम मंदिर परिसर में पीएम मोदी पूजा पर बैठ चुके हैं और वह संकल्प ले रहे हैं. उनके बगल में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बैठे दिखाई दे रहे हैं. मंत्रोच्चार के साथ प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान जारी है.

राम मंदिर परिसर में पीएम मोदी धोती-कुर्ता में दिखे हैं. उनके हाथ में लाल चुनड़ी और एक चांदी का छतर दिख रहा है. आसपास जय श्रीराम की गूंज सुनाई दे रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंच चुके हैं. कुछ देर में राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. पीएम मोदी ही रामलला को काजल लगाएंगे.

दूर-दूर से अतिथियों के आने का सिलसिला जारी है. राजनेताओं के साथ अभिनेता इस भव्य समारोह में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. हर तरफ जश्न का माहौल है. मंदिर परिसर की साज सजा को देखकर हर कोई प्रभावित है.

लोगों में रामलला के दर्शनों को लेकर व्याकुलता है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के साथ कई प्रमुख हस्तियां पहुंच रही हैं. कार्यक्रम को लेकर देश में ही नहीं पूरी दुनिया में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. 1 बजे तक प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा. इसके बाद कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथि दर्शन करेंगे.

अयोध्या पहुंचे क्रिकेटर अनिल कुंबले. उन्होंने कहा, “यह एक अद्भुत अवसर है, एक बहुत ही दिव्य अवसर। इसका हिस्सा बनकर धन्य हूं। यह बहुत ऐतिहासिक है। राम लला से आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूं…”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवनिर्मित यहां नवनिर्मित मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या राम मंदिर परिसर पहुंच गए. प्रधानमंत्री मोदी महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे और वहां से हेलीपैड के लिए रवाना हुए और फिर अपने काफिले के साथ मंदिर परिसर पहुंचे. राम मंदिर समारोह के बाद वह एक सभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी का कुबेर टीला जाने का भी कार्यक्रम है. प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े ‘श्रमजीवियों’ (श्रमिकों) से भी बातचीत करेंगे.

 

प्राण प्रतिष्ठा को लेकर केजरीवाल सरकार का बड़ा ऐलान, 22 जनवरी को दिल्ली में भी रहेगी हाफ डे की छुट्टी

News web media Uttarakhand : अयोध्या में रामलला के आगमन और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह देखने को मिल रहा है. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने में महज 2 दिन बचे हैं. देशभर के लोग इस पल को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. केजरीवाल ने 22 जनवरी को हाफ डे की घोषना की है. इस घोषना पर एलजी विनय कुमार सक्सेना ने मंजूरी भी दे दी है.

दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर 22 जनवरी  को दिल्ली सरकार के सभी दफ्तरों में हाफ डे की छुट्टी को मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भेजा था जिसे एलजी ने स्वीकार कर लिया है.  22 जनवरी आधे दिन के लिए दिल्ली के सभी दफ्तर यानी, यूएलबी, ऑटोनॉमस बॉडीज, उपक्रमों और बोडर्स आदि में आधे दिन की छुट्टी रहेगी

आपको बता दें कि, दिल्ली सरकार ने इससे ऐलान से पहले विशेष रामलीला का भी आयोजन करने का ऐलान किया था. आईटीओ के पास स्थित प्यारेलाल ऑडियो में 20 से 22 जनवरी तक इसका आयोजन किया जा रहा है जहां लोगों के लिए एंट्री मुफ्त होगी. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन भी शुरू करवा चुकी है.

22 जनवरी को राम मंदिर में एंट्री के लिए ये पास जरूरी, खास क्यू आर कोड से मिलेगा प्रवेश

News web media Uttarakhand : अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम किए गए हैं. इस दिन पूरी अयोध्या नगरी को सुरक्षा के अभेद्य किले में तब्दील कर दिया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में केवल वहीं लोग शामिल हो सकेंगे जिन्हें श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से न्योता भेजा गया है. इसके साथ ही एक एंट्री पास भी जारी किया गया है. जिस पर बने क्यू आर कोड के जरिए ही मंदिर परिसर में एंट्री हो पाएंगी.

ट्रस्ट की ओर से इस एंट्री पास को लेकर जानकारी दी गई है कि प्राण प्रतिष्ठा की दिन राम मंदिर से सिर्फ न्योते से ही एंट्री नहीं होगी बल्कि इसके साथ दिए गए एंट्री पास की भी जरूरत होगी. इस एंट्री पास पर ट्रस्ट की ओर से एक क्यूआर कोड दिया गया है. एंट्री गेट पर जब इस क्यू आर कोड का मिलान होगा तभी एंट्री संभव हो सकेगी.

श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की ओर दी गई जानकारी के मुताबिक  प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित सभी मेहमानों को इस समारोह में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी किए गए इस एंट्री पास के माध्यम से ही संभव हो पाएगा. ऐसे में  केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा. प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा.

इस एंट्री पास पर आगंतुक का पूरा नाम, तस्वीर, मोबाइल फ़ोन नंबर, आधार नंबर और कैटगरी के बार में जानकारी होगी. इसके साथ ही इस प्रवेश पास को इश्यू करने वाले के हस्ताक्षर भी होंगे.  इसके साथ ही इस पर एक बार कोड होगा, जिसे ट्रस्ट की ओर से जारी किया गया है. जब इस बार कोड का मिलान हो जाएगा तभी मंदिर परिसर में मेहमानों की एंट्री हो सकेगी.

आपको बता दें कि राम नगरी अयोध्या में अभी प्राण प्रतिष्ठा के विभिन्न अनुष्ठान किए जा रहे हैं. आज भी 21 वैदिक प्रक्रियाएं की जाएंगी, रामलला के विग्रह को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है. इसके साथ ही आज सुबह से देवता पूजन से लेकर तमाम विधियां की जा रही हैं.

 

प्रधानमंत्री मोदी से मिले सीएम धामी, महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार खास भेंट दी, इन योजनाओं के लिए मांगा सहयोग

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बागेश्वर में बने ताम्र शिल्प पर आधारित उत्पाद और उत्तराखण्ड की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार की गई सामग्री भेंट की। प्रधानमंत्री ने राज्य की महिलाओं के परिश्रम की सराहना की और उनका आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड को वेडिंग डेस्टिनेशन बताये जाने के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद उत्तराखण्ड में शादियों के लिये देश विदेश से बडी संख्या में लोगों द्वारा बुकिंग की जा रही है। इससे राज्य के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उत्तराखण्ड में वेडिंग डेस्टिनेशन विकसित किये जाने के लिए 150 करोड़ रूपये के निवेश भी प्राप्त हुये हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से कर्णप्रयाग ग्वालदम मार्ग में सीमा सड़क संगठन द्वारा किये जा रहे कार्यों में तेजी लाने, पर्यटन और सैन्य आवगमन ,आम जनमानस के लिए अत्यन्त उपयोगी 189 कि0 काठगोदाम भीमताल, ध्यानाचुली मोरनोला खेतीखान लोहाघाट पंचेश्चर मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में अधिसूचित करने और मानसखण्ड मन्दिर माला परियोजना के अन्तर्गत मानसखण्ड मन्दिरों को जोड़ने वाले 20 मार्गों के लिए 01 हजार करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के त्वरित विकास के रोडमैप में आगामी पाँच वर्षों में राज्य की जी०एस०डी०पी० को दोगुना किया जाना लक्ष्यान्वित किया गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त किये जाने हेतु राज्य के आधारभूत ढाँचे में व्यापक वृद्धि प्रस्तावित की गयी है जिससे राज्य में औद्योगिकीकरणए सेवा क्षेत्र जिसमें पर्यटन से जुड़ा आधारभूत ढाँचा मुख्य हैए कृषि एवं वानिकी तथा शिक्षा आदि क्षेत्रों में मुख्य रूप से निवेश आकर्षित किया जाना प्रस्तावित है। जिस कारण निकट भविष्य में विद्युत की मांग में तेज वृद्धि आशान्वित है। राज्य में निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण में पर्यावरणीय कारणों से हो रहे विलम्ब के फलस्वरूपए राज्य में विद्युत की मांग के सापेक्ष विद्युतध् उपलब्धता में अन्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका अन्तर उपरोक्त कारणों से भविष्य में और अधिक हो जायेंगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य को केन्द्रीय पूल के कोयला आधारित संयंत्रों से 400 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत स्थायी रूप से आवंटित किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी अवगत कराया कि इन्वेस्टर समिट में हुए करारों को ग्राउंड करने के लिए राज्य की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। एम०ओ०यू० की मॉनिटरिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया गया है। राज्य में तीन फूड पार्क के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
देहरादून में आईटी पार्क 2 स्थापित किया जा रहा है। एयरपोर्ट के नजदीक आईटी टावर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। उद्योगों को भूमि उपलब्ध कराने के लिए सिडकुल द्वारा काशीपुर, सितारगंज, रुद्रपुर, हरिद्वार तथा देहरादून में नए औद्योगिक आस्थान विकसित किये जा रहे हैं। देहरादून में छरबा को एजुकेशन सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है जबकि ऊधमसिंह नगर जनपद में नॉलेज पार्क विकसित किया जा रहा है।