नैनीताल में वीआईपी कार्यक्रम के चलते, आज ये रहेगा यातायात/डायवर्जन प्लान

News web media Uttarakhand : नैनीताल से जुड़ी खबर सामने आई है. नैनीताल में आज दिनांक-08/10/2024 को जनपद नैनीताल में वीआईपी कार्यक्रम है. इस दौरान हल्द्वानी शहर, भवाली और भीमताल क्षेत्र में डाइवर्जन/ट्रैफिक प्लान रहेगा. यह यातायात प्लान समय प्रातः 9:00 बजे से प्रभावी हो गया है.

शहर हल्द्वानी का यातायात/डायवर्जन प्लान देखें

जब वी.आई.पी. फ्लीट पंतनगर एयरपोर्ट से प्रस्थान करेगी हल्द्वानी से लालकुआं की ओर जाने वाले ट्रैफिक को लालकुआं ओवर ब्रिज से पहले डिवाइडर के पास रोका जाएगा.

जब वी.आई.पी. फ्लीट कस्बा लालकुआं पास करेगी-

  1. गोलापार से आने वाले वाहनों को तीनपानी ओवर ब्रिज के उत्तरी छोर से पहले डिवाइडर पर रोका जाएगा.
  2. शहर हल्द्वानी से भीमताल को जाने वाले ट्रैफिक को भीमताल तिराहा से ज्योलिकोट की ओर भेजा जाएगा.

जब वी.आई.पी. फ्लीट मोती नगर पास करेगी हल्द्वानी से लालकुआं की ओर जाने वाले वाहनो को पुराना तीनपानी तिराहा पर रोका जाएगा.

जब वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन तीनपानी तिराहा (डिबेर कट)पर होगी तब इंदिरा नगर कट, गोला पुल, कुंवरपुर कट, और खेड़ा चौकी के दोनों कटों पर मुख्य मार्ग की ओर आने वाला ट्रैफिक रोका जाएगा..

जब जब वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन गोला पुल पर होगी तब

शहर हल्द्वानी से पर्वतीय क्षेत्र को जाने वाला ट्रैफिक कॉल टैक्स तिराहा पर रोका जाएगा.
नारीमन तिराहा से गोलापार को जाने वाला ट्रैफिक डायवर्ट कर कालटैक्स की ओर भेजा जाएगा.

  1. नैनीताल से शहर हल्द्वानी की ओर आने वाले ट्रैफिक को टूटा पहाड़/एचएमटी तिराहा पर रोका जाएगा.
    भीमताल से आने वाले ट्रैफिक को मैगी प्वाइंट से डायवर्ट कर एचएमटी तिराहे की ओर भेजा जाएगा और एचएमटी तिराहे पर रोका जाएगा.

पर्वतीय क्षेत्र से हल्द्वानी की ओर आने वाले वाहनों के लिए देखें

अल्मोड़ा-बागेश्वर से आने वाले वाहन भवाली से मस्जिद तिराहा होते हुए नंबर वन बैंड से हल्द्वानी की ओर आएंगे.
मुक्तेश्वर से आने वाले वाहन रामगढ़ रोड से होते हुए भवाली से मस्जिद तिराहा से नंबर वन बैण्ड से हल्द्वानी की ओर आएंगे.
मुक्तेश्वर से खुटानी बैण्ड से भवाली से नंबर वन बैंड से हल्द्वानी की ओर आएंगे.उक्त वाहनों को वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन जाते समय गोला पुल पर होगी और वापसी में जब लोकेशन सलड़ी में होगी तब टूटा पहाड़ और एचएमटी तिराहे पर रोका जाएगा.

वापसी में जब वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन सलड़ी में होगी तब यह रहेगा यातायात.
नैनीताल से आने वाले ट्रैफिक को टूटा पहाड़ और एचएमटी तिराहा पर रोका जाएगा.
तब हल्द्वानी से पर्वतीय क्षेत्र की ओर जाने वाले ट्रैफिक को कॉल टैक्स तिराहा पर रोका जाएगा
तब तीन पानी से गोलापार को आने वाले ट्रैफिक को गौला पुल से पहले डिवाइडर पर रोका जाएगा
तब चोरगलिया से आने वाले ट्रैफिक को कुंवरपुर चौकी और खेड़ा चौकी पर रोका जाएगा.
जब वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन नारीमन तिराहा पास करेगी तब लालकुआं से हल्द्वानी की ओर आने वाले ट्रैफिक को डिबेर कट के समीप डिवाइड पर रोका जाएगा.
जब वी.आई.पी. फ्लीट की लोकेशन गोलापुल पर होगी तब हल्द्वानी से लालकुआं की ओर जाने वाले ट्रैफिक को पुराना तीनपानी तिराहा पर रोका जाएगा.

यातायात प्लान कैंचीधाम / भवाली/भीमताल क्षेत्र

जब वी.आई.पी. पन्तनगर हैलीपैड से कैचीधाम के लिए प्रस्थान करेगें उसके बाद अल्मोडा पिथौरागढ से आने वाले सभी प्रकार के वाहनो को क्वारब पुल से डायवर्जन कर बाया रामगढ होते हुए खुटानी तिराहा को भेजा जायेगा.

जब तक वी.आई.पी. खुटानी बैण्ड से पास नही होते तब तक के लिए खुटानी बैण्ड पर बैरियर लगाकर वाहनो को रोका जायेगा. वी.आई.पी. के खुटानी बैण्ड से पास करने पर ही वाहनो को छोडा जायेगा.

रानीखेत क्वारब पुल से भवाली को आने वाहनो को वी.आई.पी. के प्रस्थान तक खैरना पर रोका जायेगा प्रस्थान के बाद ही वाहनो को छोडा जायेगा.

भवाली से हल्दानी को जाने वाले वाहनो को भवाली मस्जिद तिराहा से डायवर्जन कर न0-1 बैण्ड से ज्योलीकोट होते हुए भेजें जायेगें.

भवाली / भीमताल क्षेत्रान्तर्गत सभी प्रकार के भारी वाहनो का आवागमन बन्द रहेगा.

जब वी.आई.पी. का मन्दिर स्थल में कार्यक्रम रहेगा उस समय सभी प्रकार का यातायात सामान्य कर दिया जायेगा.

वी.आई.पी. के आगमन व प्रस्थान के समय पर हल्दानी से भीमताल को जाने वाले ट्रैफिक को भीमताल तिराहा से डायवर्जन कर ज्योलीकोट होते हुए न0-1 बैण्ड से मस्जिद तिराहा भवाली को भेजा जायेगा.

धामी सरकार ने तीन साल में शुरु किए दो मेडिकल कॉलेज

News web media Uttarakhand : सीएम पुष्कर सिंह धामी के तीन साल के कार्यकाल के दौरान, उत्तराखण्ड में दो नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2022 में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है, और अब इसी सत्र से हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने जा रहा है. दोनों जगह की कुल 200 नई सीटें जुड़ने से उत्तराखण्ड में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर 625 हो गई है.

पुष्कर सिंह धामी सरकार के कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रदेश में श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज ही संचालित हो रहे थे. हालांकि तब तक अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज पर भी काम शुरू हो चुका था. कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ ही एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए.

जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया गया. जिसमें से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले पूरा होने पर यहां 2022 से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो चुकी है. अब इसी क्रम में हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण कार्य पूरा होने से इसी शैक्षिक सत्र से यहां भी एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है.

केंद्र सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए मौजूदा शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए 100 सीटें मंजूर कर दी हैं. इसके लिए अब काउंसिलिंग शुरू की जा रही है. इससे प्रदेश के और अधिक बच्चों को एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा, इसके लिए उन्हें सरकारी फीस ही चुकानी है.

उत्तराखंड में सरकारी मेडिकल कॉलेज और सीटें
देहरादून -150
हल्द्वानी -125
श्रीनगर – 150
अल्मोड़ा -100
हरिद्वार -100
कुल 625

हमारी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के जरिए जहां स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है, वहीं इससे मेधावी छात्रों को भी अपने प्रदेश में ही मेडिकल की पढ़ाई सस्ती दरों पर करने का मौका मिलेगा. हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द पहले बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी, जल्द ही पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करते हुए जरूरी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर उतराखंड के चार गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार, सीएम धामी ने दी प्रदेशवासियों को बधाई

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेश के चार गांवों जखोल, सूपी, हर्षिल व गुंजी को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार मिलना उत्तराखंड के लिए बड़े गौरव की बात है. राज्य सरकार, प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार की होम स्टे योजना इस लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण साबित हो रही है. इसके अलावा, हमारी सरकार नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने के साथ ही राज्य में साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रही है. इससे राज्य में रोजगार सृजन में भी मदद मिल रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदारनाथ की भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था. राज्य सरकार उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रही है. जनता के सहयोग से राज्य में हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में 4.4 प्रतिशत बेरोजगारी घट गई है.

नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर आदर्श स्थापित किया है.

इसी के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार विगत कुछ समय में पूरी पारदर्शिता के साथ सत्रह हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती करने में सफल हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए भी तेजी से कार्य किए जा रह हैं.

सचिवालय और जिला कारागार सुद्धोवाला ‘ईट राईट कैम्पस’ घोषित, मुख्य सचिव ने सौंपा प्रमाण पत्र

News web media Uttarakhand : भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, भारत सरकार (एफएसएसएआई) द्वारा उत्तराखण्ड सचिवालय एवं जिला कारागार परिसर, सुद्धोवाला को ईट राईट कैम्पस घोषित किया गया.

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिव, सचिवालय प्रशासन एवं महानिरीक्षक जेल को भारत सरकार द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र सौंपते हुए इस पहल को अत्यंत महत्वपूर्ण, सराहनीय एवं कारगर बताया . उत्तराखण्ड सचिवालय,ईट राईट कैम्पस के रूप में प्रमाणीकृत देश के चुनिन्दा सचिवालय परिसरों में शामिल हो गया है.

सुरक्षित स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय दृष्टि से बेहतर भोजन उपलब्ध कराने एवं स्वच्छता के मानकों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा राज्य सचिवालय परिसर एवं जिला कारागार परिसर को ईट राईट कैम्पस का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है.

आज राज्य सचिवालय स्थित सभागार में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में इस सम्बन्ध में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर मुख्य सचिव द्वारा भारत सरकार की ओर से निर्गत ईट राईट कैम्पस प्रमाण पत्र को सचिवालय प्रशासन के सचिव दीपेन्द्र चौधरी एवं उपमहानिरीक्षक जेल को विधिवत प्रदान किया गया. इस महत्वपूर्ण एवं कारगर पहल के लिए मुख्य सचिव ने सचिवालय प्रशासन की सराहना की और कार्यक्रम में मौजूद महानिरीक्षक जेल की ओर से ईट राईट कैम्पस प्रमाणीकरण हेतु किये गये प्रयासों की प्रशंसा की.

रतूड़ी ने इस उपलब्धि के लिए सचिवालय परिसर में कार्यशील विभिन्न खान-पान सेवाओं यथा इंदिरा अम्मा भोजनालय, जी.एम.वी.एन कैंटीन के फूड सुपरवाइजर को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षित एवं स्वच्छ खाद्य पदार्थ के मानक अनुसार अपनी सेवाएं बनाये रखने की कसौटी पर प्रतिदिन खरा उतरना चाहिए.

मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करना हमारा लक्ष्य: सीएम धामी

News web media Uttarakhand : मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के परेड मैदान में ’स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया एवं क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया. इस अवसर पर सीएम धामी ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं ’एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के अंतर्गत परेड मैदान परिसर में पौधरोपण भी किया. सीएम धामी ने इस अवसर पर बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण भी किया. इससे पहले सीएम धामी ने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन किया और सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की.

इस अवसर पर सीएम धामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए प्रभु से उनके दीर्घायु की कामना की. सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी की स्वच्छता के प्रति सजगता, निष्ठा और नेतृत्व हम सबको प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि आज उनके जन्मदिवस के सुअवसर पर हम स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत कर रहे हैं. यह स्वच्छता पखवाड़ा 2 अक्टूबर को संपन्न होगा.

सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने पीएम बनने के बाद स्वच्छ भारत का मिशन शुरू किया था जिसके कारण आज देश के हर व्यक्ति के अंदर स्वच्छता का भाव उत्पन्न हुआ. सीएम धामी ने कहा कि पीएम के ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयामों पर पहुँचाया है. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में देशभर के अंदर करोडों शौचालय का निर्माण हुआ, कचरा प्रबंधन के लिए जरूरी सुविधाओं का विकास किया गया है और स्वच्छता को लेकर आम लोगों में जागरूकता आयी है.

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड भी स्वच्छता के मामले में सराहनीय प्रगति के साथ आगे बढ़ रहा है.उत्तराखंड को वर्ष 2017 में देश का चौथा ओडीएफ राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ. अब तक राज्य में कुल 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है. इसके अलावा 2600 से भी अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है. 9000 से अधिक गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा किया गया है. 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयां स्थापित कर ली गई हैं. सीएम धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा.

सीएम धामी ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में नगर निगम देहरादून द्वारा जो प्रयास किये जा रहे हैं वो सराहनीय हैं. नगर निगम द्वारा आमजन की सफाई से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24×7 संचालित होता है. इसके अलावा सफाई सुनिश्चित करने के लिए आठ टीमों का गठन करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी जैसे अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं.

सीएम धामी ने कहा कि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में हमारे राज्य की राजधानी देहरादून को भी सम्मिलित किया गया है. यह हम सबके लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता सुनिश्चित करने की दिशा में हम एक अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम ’स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता’ रखी गई है. जिसके जरिये संदेश है कि हम सबको मिलकर आगे बढ़ाना है जिससे जन-जन के स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना आए.

उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर हम शासन-प्रशासन के स्तर पर हम प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह प्रयास तभी सफल होंगे जब इसमें जनभागीदारी होगी. उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने स्तर पर गांव, शहर, मोहल्ले इत्यादि को स्वच्छ बनाने का प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को केवल एक दिन का औपचारिक कार्यक्रम न बनाकर बल्कि इसे हमें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा. उन्होंने कहा कि आज हमने यहां पर पौधरोपण किया है और जो स्वच्छता की शपथ ली है, वो हमारे राज्य को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के हमारे संकल्प को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि आइए हम सब मिलकर अपने आसपास साफ सफाई की जिम्मेदारी लें और हम एक स्वस्थ व स्वच्छ उत्तराखंड बनाने की दिशा में आगे बढ़ें.

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस दिन से हमारे स्वभाव में स्वच्छता आ जाएगी, तो उस दिन से प्रदेश भी स्वच्छ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेशभर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं.

 

उत्तरकाशी के मोरी में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 3.0 रही तीव्रता

News web media Uttarakhand : उत्तरकाशी के मोरी में आज शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता तीन रही। भूकंप का केंद्र बिंदु सिंगतुर वन क्षेत्र, उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर बताया गया है। हालांकि किसी भी प्रकार हानि की कोई सूचना नहीं है।

तहसील/थाना, चौकियों द्वारा दूरभाष पर ली गई सूचनानुसार जनपद में जिला मुख्यालय व समस्त तहसील/थाना/चौकियों क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए हैं। किसी प्रकार की क्षति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। जनपद में कुशलता हैं।

भूकंप का समय प्रातः- 11:56:32IST
भूकंप की तीव्रता- 03.00
अक्षांश: 31.03N
देशांतर: 78.09 E
गहराई: 05 किमी0भूकंप के हल्के झटकों में बड़ी चेतावनी

राजधानी देहरादून में भी 26 अगस्त रविवार रात भूकंप के हल्के झटके लगे थे। तीव्रता के पैमाने पर भूकंप बेशक हल्का था, लेकिन इसके पीछे बड़ी चेतावनी थी। खतरे की यह घंटी उन गगनचुंबी इमारतों के लिए थी जो दून से गुजर रही भूकंप रेखा के ऊपर या आसपास बनी हैं। पिछले दिनों देहरादून के मास्टर प्लान में भूकंप रेखा को चिह्नित कर उस पर निर्माण को रोकने की पैरोकारी की गई। शासन ने इस पर मुहर भी लगाई।
इसके बावजूद भूकंप रेखा के इर्द-गिर्द लगातार ऊंची इमारतें बन रही हैं, जो दून के लिए खतरा बन रही हैं। देहरादून भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यहां राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और शहंशाही आश्रम से मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन और मोहंड के आसपास से हिमालयन फ्रंट थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजरती है। दून घाटी में 29 अन्य भूकंपीय फाल्ट लाइनें भी हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऊंची आवासीय व व्यावसायिक इमारतें बन रही हैं।

उत्तराखंड में सीएम धामी के निर्देश से शराब के ठेकों पर छापेमारी, ठेका संचालकों में हड़कंप

News web media Utttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 100 से अधिक शराब की दुकानों पर एक व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। अचानक हुए इस अभियान ने शराब ठेका संचालकों में अफरातफरी मचा दी।

छापेमारी के दौरान कई दुकानों की जांच की गई, जिससे अवैध गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन की संभावनाओं पर कड़ी नजर रखी गई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लंबे समय से प्रदेश में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग और शराब तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर उन्होंने प्रशासन और आबकारी विभाग को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

इस निर्देश के तहत, मंगलवार को छापेमारी अभियान के दौरान पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, उधम सिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल जिलों में जांच की गई।

सीएम धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि किसी दुकान पर ओवररेटिंग की शिकायतें सही पाई जाती हैं या स्टॉक और बिक्री रजिस्टर ठीक से मेंटेन नहीं किए गए हैं, तो उन दुकानों को सीज कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओवररेटिंग और शराब की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ समय-समय पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को देवभूमि पत्रकार यूनियन,पंजी. ने आभार-पत्र भेंट किया

News web media Uttarakhand : देवभूमि पत्रकार यूनियन, पंजी. उत्तराखंड के प्रतिनिधि मंडल ने आज मुख्यमंत्री जी के कैम्प कार्यालय में उनसे भेंट कर आभार पत्र भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया । उल्लेखनीय रहे कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा विगत दिनों स्थानीय सूचना निदेशालय का दौरा किया तथा गहन विभागीय निरीक्षण किया । इसी अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा पत्रकारों की चिर प्रतिक्षित मांग पत्रकार कल्याण कोष में 5 करोड़ की अतिरिक्त वृद्धि , पत्रकारों को जीवन बीमे की सुविधा, तहसील स्तरीय प्रेस मान्यता, पाक्षिक व मासिक समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों को भी प्रेस मान्यता प्रदान करना आदि की घोषणा की गई। जिसकी पत्रकारों ने मुख्यमंत्री जी के इन कदम की भूरि भूरी प्रसंसा की गई । मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करने वालों में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल, उपाध्यक्ष अनिल वर्मा, डॉ. वी डी शर्मा, प्रदेश महासचिव, एस एन उपाध्याय, प्रदेश कोषाध्यक्ष, गोपाल सिंघल, प्रदेश सचिव, श्रीमती प्रेमलता भरतरी, हरीश खनेड़ा, जिला अध्यक्ष, नवीन जोशी, जिला महासचिव, रजत शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष आदि मौजूद थे । इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश महासचिव डॉ. वी डी शर्मा ने पत्रकार हितों के लिए उठाए गए कदमों के प्रति माननीय मुखयमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके इन कदमों के प्रति पत्रकारों में हर्ष व संतोष व्याप्त है । पत्रकारों की बाकी मांगों के प्रति भी ध्यान देते हुए पत्रकारों के हितों के प्रति भविष्य में भी आपका सहयोग प्रदेश के पत्रकारों को मिलता रहेगा।

 

उत्तराखंड में एक बार फिर डोली धरती, देहरादून में 3.1 तीव्रता का भूकंप

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोली है. रविवार की रात करीब 9:56 मिनट पर देहरादून में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.1 मापी गई है. भूकंप का केंद्र अक्षांश 30.10 उत्तर और देशांतर 78.07 पूर्व में देहरादून की 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था.

लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते ही हड़कंप मच गया. लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, अभी तक भूकंप से किसी तरह के कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है..

500 करोड़ से धामी सरकार को गिराने की हुई थी कोशिश, इस विधायक ने कर दिया बड़ा खुलासा

News web media Uttarakhand : हाल के दिनों में सत्ता के गलियारों में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा कई दिनों तक गर्म रही। राजनेताओं की दिल्ली दौड़ के बीच राजनीतिक पारा चरम पर था। सत्ता परिवर्तन की जोर आजमाइश के पीछे एक सांसद का हाथ होने की बातें भी सामने आईं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। अब गैरसैण में विधानसभा सत्र में सदन में जो गूंज सुनाई दी, उसने न सिर्फ अटकलों को हकीकत बताया, बल्कि यह सोचने पर भी विवश कर दिया कि नेतृत्व परिवर्तन की खिचड़ी पकाई तो जा रही थी। पर यह हांडी किसने चढ़ाई, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। वही खानपुर विधायक उमेश कुमार ने 500 करोड़ रुपये से धामी सरकार को गिराने, उन्हें मुख्य्मंत्री पद से हटाने के गंभीर आरोप जरूर जड़ दिए।

उन्होंने सदन के साथ ही पत्रकार वार्ता में भी खुलकर गुप्ता बंधु का नाम लिया। उन्होंने कहा कि देहरादून में नामी बिल्डर सतेंदर साहनी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने में भी गुप्ता बंधु का हाथ रहा है। साथ ही कहा कि जो गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका की राजनीती में भ्रष्टाचार का भूचाल लेकर आए, उन्हें उत्तरखंड में शरण देकर वाई और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई।गैरसैण के भराड़ीसैण विधानसभा भवन में मानसून सत्र के दूसरे दिन निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने नियम 58 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने प्रदेश सरकारों में राज्य गठन के समय वर्ष 2000 से शुरुआत करते हुए विभिन्न घोटालों का जिक्र किया और फिर अचानक गुप्ता बंधु का नाम लेकर सबको चौंका दिया।

उन्होंने 24 मई 2024 को पैसफिक गोल्फ एस्टेट स्थित फ्लैट से कूदकर जान देने वाले नामी बिल्डर सतेंदर साहनी का नाम लेते हुए भी गुप्ता बंधु को इसकी वजह बताया। हालांकि, आत्महत्या के इसी मामले में बिल्डर साहनी के सुसाइड नोट के आधार पर गुप्ता बंधु में से एक अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में कुछ समय बाद ही उन्हें जमानत भी मिल गई।उन्होंने 500 करोड़ रुपये के प्रकरण में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सत्र के बाद पत्रकार वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि गुप्ता बंधु के भ्रष्टाचार के कारण जब उनके करीबी जैकब जुमा को वर्ष 2018 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पद से हटा दिया गया था, तब गुप्ता बंधु (अतुल, राजेश और अजय गुप्ता) वहां से फरार हो गए थे।

उस समय उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने गुप्ता बंधु को न सिर्फ पनाह दी, बल्कि जेड श्रेणी की सुरक्षा भी प्रदान कर दी। हालांकि, उत्तराखंड की सरकार में उनका होल्ड वर्ष 2016 से था। तब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। विधायक उमेश कुमार ने कहा कि गुप्ता बंधु के साथ उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने तब सांठ-गांठ बढ़ाई, जब उन्हें पकड़ने के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर जैसा अति संवेदनशील नोटिस जारी कर रखा था। उमेश कुमार ने यह भी कहा कि गुप्ता बंधु के साथ किन राजनेताओं के संबंध हैं, इसकी ईडी और सीबीआई से जांच कराई जनि चाहिए। इसी मांग के अनुरूप बिल्डर साहनी आत्महत्या के मामले में पुलिस के पास ऐसे साक्ष्य हाथ लगे हैं, जो इस ओर इशारा करते हैं कि हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के बहाने दून में काला धन खपाने की योजना थी। बाबा साहनी को इसी तरह के ट्रांजेक्शन पर एतराज था। जब बात नहीं बनी तो उन पर करीब 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को अन्य माध्यम से पूरा करने या कंपनी छोड़ने का ऐसा दबाव बढ़ा कि, जिसे झेलने की जगह उन्हें मौत आसान रास्ता नजर आई।

वर्ष 1990 में गुप्ता ब्रदर्स यानी तीनों गुप्ता भाई अतुल, राजेश और अजय गुप्ता दक्षिण अफ्रीका पहुंचे। इन लोगों ने जूतों और कंप्यूटर का छोटा-मोटा कारोबार शुरू किया। धीरे-धीरे इनका धंधा चल निकला। हाथ में पैसे आए तो गुप्ता ब्रदर्स ने पांव पसारने शुरू किए। जल्द ही इन्होने खनन, इंजीनियरिंग, मीडिया और कई अन्य कारोबारों में भी हिस्सेदार खरीदी और दक्षिण अफ्रीका में प्रभावशाली शक्ति बन गए। आरोप है कि गुप्ता ब्रदर्स ने तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा से अपने संबंधों के आधार पर दक्षिण अफ्रीका में जमकर धांधली और घोटाले किए। इतना ही नहीं, इन लोगों ने सरकार से लेकर कंपनियों तक में अपने लोग सेट किए और जिसे जहां से चाहा वहां से हटवा भी दिया।