श्री हेमकुंड साहिब यात्रा-2023 की तैयारी तेज, संवेदनशील स्थानों पर SDRF तैनात

News web media uttarakhand:-  वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य में चारधाम यात्रा चल रही है। श्रीकेदारनाथ, श्री बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किये जा रहे है। चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की सहज, सुगम व सुरक्षित यात्रा हेतु SDRF की टीमें अनेक संवेदनशील स्थानों पर तैनात है। SDRF टीमों द्वारा बुजुर्गों, महिलाओं, असहायों व बच्चों को दर्शन में सहयोग किये जाने के साथ ही अस्वस्थ अथवा किसी कारण चोटिल होने वाले श्रद्धालुओं का प्राथमिक उपचार भी किया जा रहा है।

आगामी 20 मई 2023 से जनपद चमोली में स्थित सिक्खों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से यात्रा आरम्भ हो जाएगी। इस यात्रा में भी देश भर से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने यहां आते है साथ ही प्रसिद्ध फूलों की घाटी भी इसी क्षेत्र में होने से पर्यटकों का आवागमन भी अत्यधिक रहता है। उच्च तुंगता क्षेत्र व खड़ी चढ़ाई होने के कारण श्रद्धालुओं को यहां पैदल पहुचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।

SDRF जवानों द्वारा श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट खुलने से पूर्व गोविन्दघाट से श्री हेमकुण्ड साहिब तक 18 किलोमीटर पैदल चलकर सम्पूर्ण यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है।  श्री हेमकुंड साहिब यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत SDRF को 02 महत्वपूर्ण स्थानों भ्यूंडार व घांघरिया में व्यवस्थापित किया गया है। विगत वर्षों में भी SDRF द्वारा यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहकर सुरक्षित यात्रा में सहयोग किया गया था व साथ ही अनेक रेस्क्यू कार्यो से कई श्रद्धालुओं का जीवन सुरक्षित किया था।

 

पहाड़ी इलाकों में आने वाले दिनों में मौसम खऱाब, केदारनाथ के पंजीकरण पर लगी रोक 24 मई तक

News web media uttarakhand : मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अगले कुछ दिन मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं बात की जाए केदारनाथ की तो केदारनाथ में भी यात्रा शुरू होने से अब तक बर्फबारी जारी है। जिसके चलते केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण पर 15 मई तक लगी रोक को बढाकर 24 मई तक कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, 24 मई तक नए पंजीकरण पर रोक रहेगी लेकिन जो यात्री पहले से ही पंजीकरण कर चुके हैं वे यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि 25 अप्रैल से अभी तक धाम में कुल 2,89149 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट से गोवा के लिए सीधी फ्लाइट शुरू 23 मई से ,देखें शेड्यूल

News web media uttarakhand : यदि आप गर्मियों की छुट्टियां गोवा में बिताने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। जी हां… देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट से गोवा के लिए सीधी फ्लाइट शुरू होने जा रही है। बताया गया है कि विमानन कंपनी इंडिगो आगामी 23 मई से देहरादून-गोवा के बीच इस हवाई सेवा को संचालित करेगी। हफ्ते में तीन दिन संचालित होने जा रही यह फ्लाइट गोवा से यात्रियों को लेकर शाम साढे पांच बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेगी और इसके आधे घंटे बाद शाम छह बजे दून से गोवा के लिए उड़ान भरेगी। यह सेवा मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को सप्ताह में तीन दिन संचालित होगी।

सेवा के संचालित होने से देहरादून से गोवा का सीधा संपर्क जुड़ जाएगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से वर्तमान में दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकाता, हैदराबाद, जयपुर, मुंबई, बंगलुरू, लखनऊ और पुणे शहर के लिए सीधी फ्लाइट संचालित होती है। अब इसमें गोवा का नाम भी जुड़ जाएगा। बताते चलें कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा इंडिगो की ही 14 फ्लाइट संचालित होती है जबकि विमानन कंपनी विस्तारा और एयर इंडिया की दो-दो फ्लाइटों का संचालन किया जाता है।

आज से 18 से 27 मई के लिए हेली बुकिंग शुरू, केदारनाथ धाम पांचवें चरण की बुकिंग

News web media uttarakhand : केदारनाथ हेली सेवा के लिए शुक्रवार से 10 दिन की टिकट बुकिंग शुरू हो जाएगी। यात्रा करने वाले तीर्थयात्री पोर्टल से 18 से 27 मई के लिए हेली टिकटों की बुकिंग कर सकेंगे। केदारनाथ हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग का स्लॉट बढ़ाया गया है। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए मशीनरी और अन्य निर्माण सामग्री सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से पहुंचाई गई थी। इसी कारण हेली सेवा का संचालन प्रभावित रहा।

इसे देखते हुए वर्तमान में यात्रा से छह दिन पहले प्रतिदिन टिकटों की बुकिंग की जा रही है, लेकिन अब यात्रियों की सुविधा के लिए 12 मई से बुकिंग स्लॉट 10 दिन के लिए खोला जाएगा। इसमें यात्री 18 से 27 मई तक की यात्रा के लिए हेली टिकट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। आने वाले समय में बुकिंग स्लॉट को और भी बढ़ाया जाएगा। सीईओ ने बताया कि 17 मई तक केदारनाथ हेली सेवा की बुकिंग फुल हो चुकी है।

उत्तराखंड – यहां 50 हजार की रिश्वत लेते लेखपाल रंगेहाथ गिरफ्तार

News web media uttarakhand : उत्तराखंड विजिलेंस का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी है । अब विजिलेंस की टीम ने एक और घूसखोर अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

हरिद्वार में विजिलेंस की टीम ने जमीन के मामले में मुकदमा दर्ज होने से बचाने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत लेते हुए चकबंदी विभाग के लेखपाल को गिरफ्तार किया है आरोप है कि लेखपाल ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी इसके बाद 50,000 रुपये देना तय हुआ था। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। मोहम्मद यूसुफ निवासी ग्राम बोडाहेड़ी रुड़की ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को उसने खरीद-फरोख्त कर बेच दिया था। इसका वाद एडीएम कोर्ट में विचाराधीन है।रुड़की ने धमकी दी कि एडीएम कोर्ट से मामले में पुलिस में मुकदमा दर्ज करने के आदेश हो गए हैं।आरोप है कि लेखपाल ने मुकदमे से बचाने के लिए डेढ़ लाख की डिमांड की। बाद में 50 हजार में मामला तय हो गया।

जांच कराने पर मामला सही निकला जिसके बाद ट्रैक टीम का गठन कर गुरुवार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद से लेखपाल वीरेंद्र कुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान देहरादून में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

सहारनपुर से एक और फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, राजिव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस की मिली डिग्री

News web media uttarakhand :  नेहरू कॉलोनी पुलिस ने एक और फर्जी डॉक्टर को सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी डॉक्टर ने बंगलूरू के राजिव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस की फर्ज़ी डिग्री हासिल की थी। बता दें आरोपी ने भारतीय चिकित्सा परिषद् उत्तराखंड में पंजीकरण कराया था।

पुलिस ने सहारनपुर से फर्ज़ी डॉक्टर दबोचा

सीओ अनिल कुमार जोशी ने बताया कि बुधवार को टीम ने एक और फर्जी डॉक्टर आसिफ अंसारी निवासी मोहल्ला छिपयान, सहारनपुर को गिरफ्तार किया है। बता दें 10 जनवरी को फर्जी डॉक्टर गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। जिसके बाद अभी तक पुलिस 20वीं गिरफ़्तारी कर चुकी है। अभी भी मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है।

2015-16 में भारतीय चिकित्सा परिषद् में कराया था पंजीकरण

आरोपी आसिफ अंसारी ने गिरोह के मास्टरमाइंड इमलाख की मदद से राजिव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस, बंगलूरू की फर्ज़ी डिग्री ली थी। इसके बाद आसिफ वर्ष 2015-16 में भारतीय चिकित्सा परिषद् में पंजीकरण कराया था। तभी से वह फर्ज़ी डिग्री पर सहारनपुर में प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहा था।

पिथौरागढ़ में सुबह 5 बजे आया भूकंप, रिक्टर पैमाने पर 3.5 रही तीव्रता,

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आज सवेरे भूकंप के झटके महसूस किये गए। जानकारी के मुताबिक भूकंप सवेरे 5 बजकर 1 मिनट पर आया और इसकी जमीन में गहराई 10 किलोमीटर बताई गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया है कि इससे पहले जनवरी में भी उत्तर-उत्तरपश्चिम पिथौरागढ़ में 4.2 की तीव्रता का भूकंप आया था।

हलाकि इस बार रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.5 नापी गयी औरअच्छी बात ये है की इससे किसी को भी किसी प्रकार की हानि की सुचना नहीं मिली है।

गरीब घरों के होनहार बच्चों का उत्तराखंड के द दून स्कूल में पढ़ने के सपने होंगे पूरे

News web media Uttarakhand : देहरादून अपनी खूबसूरती के साथ साथ शैक्षिक उत्कृष्टता के लिए भी प्रशिद्ध है। यहाँ का “द दून” स्कूल पूरे देश उच्च दर्ज़े की शिक्षा के लिए जाना जाता है ।  यहाँ पर देश के कई प्रतिष्ठित राजनेता और बिज़नेस मैन ने पढ़ाई की है । लेकिन अब  द दून स्कूल  में गरीब व् पिछड़े वर्ग के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं ।देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक दून स्कूल में नि:शुल्क अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। स्कूल प्रशासन फिलहाल इस वर्ष इस नयी  पहल के लिए तैयारी कर रहा है, और आपको बता दें की  प्रवेश के लिए प्री-परीक्षा 16 जुलाई को होगी। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया इस महीने के अंत में शुरू होगी। दून स्कूल प्रवेश 2023-24

इस कार्यक्रम का उद्देश्य योग्य छात्रों को सातवीं और आठवीं कक्षा में प्रवेश प्रदान करना है, और उपलब्ध सीटों की संख्या अभी निर्धारित की जानी है। दून स्कूल द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, स्कूल वंचित पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली बच्चों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में स्कूल की तरफ से जानकारी दी गयी है  की है कि प्री और मेन्स परीक्षा पास करने वाले छात्र अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर 20 प्रतिशत से 120 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप के पात्र होंगे। और  स्कूल इन बच्चों के लिए शिक्षा, आवास, भोजन और परिवहन के खर्चों को वहन करेगा।

दून स्कूल में प्रवेश के लिए पूर्व परीक्षा शुल्क 100 रुपये है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस पूर्व परीक्षा को पास करने वाले मेधावी छात्रों को 26,000 रुपये के आवेदन शुल्क की छूट दी जाएगी। मुख्य परीक्षा। इसके अतिरिक्त, मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर, छात्रवृत्ति आगे की सभी पढ़ाई को निःशुल्क कवर करेगी।

ऑनलाइन होंगे आवेदन..

द दून स्कूल इसी महीने इसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। स्कूल की वेबसाइट https://www.doonschool.com/पर आवेदन करने का फॉर्म खुलेगा। किसी भी प्रदेश के अभिभावक अपने बच्चे के दून स्कूल में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

अब 11वीं और 12वीं के छात्रों स्कूलों से मिलेगा निवास, जाति, आय और चरित्र प्रमाणपत्र

News web media Uttarakhand:  उत्तराखंड सरकार प्रदेश के सभी विद्यालयों में कक्षा 11वीं और 12वीं के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रमाणपत्र विद्यालय में ही उपलब्ध कराएगी. इस संबंध में प्रदेश के सचिव शैलेश बगोली ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 11वीं और 12वीं के छात्रों को स्थायी निवास, जाति, आय, चरित्र, पर्वतीय तथा अन्य आवश्यक प्रमाणपत्र विद्यालय में ही उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है.

प्रधानाचार्य के माध्यम से मिलेंगे प्रमाणपत्र

सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद तहसीलदार या एसडीएम कार्यालय की ओर से जारी प्रमाणपत्र स्कूल के प्रधानाचार्य को उपलब्ध कराए जाएंगे। एक सप्ताह के भीतर उन्हें संबंधित छात्र-छात्राओं के बीच इनका वितरण करना होगा। किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर जिला स्तरीय समिति के स्तर से संबंधित को तात्कालिकता के आधार पर यथावश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। दो माह के भीतर यह योजना पूरी तरह से शुरू हो जाएगी।
जिला स्तरीय समिति ये काम करेगी

– जिला स्तर पर 11वीं, 12वीं में पढ़ रहे छात्रों की संख्या का आकलन करना।
– तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति से विद्यालय में भ्रमण करने वाली टीमों(पटवारी, लेखपाल, कानूनगो और सीएससी के डाटा एंट्री ऑपरेटर) का तिथिवार रोस्टर तैयार करना।
– निवास स्थान, चरित्र, आय और पर्वतीय प्रमाणपत्र एवं अन्य प्रमाण पत्र निगर्त किए जाने की प्रक्रिया के लिए समयसीमा निर्धारित करते हुए कार्ययोजना बनाना।
– जिला स्तर पर इस योजना की साप्ताहिक सुनवाई होगी और निगरानी की जाएगी।

 

 

 

 

उत्तराखंड के सरकारी महाविद्यालयों अब शिक्षक-कर्मियों की ही नहीं छात्र-छात्राओं की भी मोबाइल एप से दर्ज होगी अटेंडेंस ,शासन करेगा निगरानी

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड शासन की ओर से प्रदेश के समस्त राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षक, शिक्षणेत्तर एवं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। पहले चरण में एक सप्ताह तक परीक्षण के तौर पर मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज की जाए।

प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों के न सिर्फ शिक्षकों और कर्मचारियों की बल्कि, छात्र-छात्राओं की मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज होगी। उच्च शिक्षा के प्रभारी निदेशक प्रो. सीडी सूठा की ओर से इस संबंध में सभी प्राचार्यों को निर्देश जारी किया गया है। प्रभारी उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि शासन की ओर से प्रदेश के समस्त राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षक, शिक्षणेत्तर एवं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। पहले चरण में एक सप्ताह तक परीक्षण के तौर पर मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज की जाए। एक सप्ताह तक परीक्षण सफल होने पर द्वितीय चरण में स्थायी तौर पर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं की मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज की जाए। निर्देश में कहा गया है समस्त प्राचार्यों की उपस्थिति की शासन और निदेशालय की ओर से ऑनलाइन निगरानी की जाएगी।