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बारिश और बर्फबारी के बीच भी कायम है बाबा भोलेनाथ के भक्त, दर्शन के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

News web media uttarakhand : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरूआत हो चुकी है ऐसे में मौसम भी चारधाम यात्रियों के लिए चुनौती पूर्ण बनता जा रहा है। केदारनाथ धाम में आज सुबह से ही मौसम खराब बना हुआ है। धाम में बारिश और बर्फबारी जारी है।  वहीं बाबा के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।  सोनप्रयाग से सुबह छह बजे तक 1520 श्रद्धालुओं को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया। वहीं, धाम में पहले से मौजूद श्रद्धालुओं को टोकन व्यवस्था के जरिए दर्शन कराए जा रहे हैं।

केदारनाथ में रात 11 से सुबह पांच बजे तक भक्तों की बुकिंग की गई पूजाएं हो रही हैं। कपाट खुलने के बाद अभी भीड़ के चलते सिर्फ षोडषोपचार अभिषेक पूजा हो रही है। साथ ही सुबह पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं जो अपराह्न तीन बजे तक हो रहे हैं। इसके बाद शाम पांच बजे से सांयकालीन आरती तक श्रृंगार दर्शन कराए जा रहे हैं।

वहीं, केदारनाथ में बाबा के मंदिर के कपाट खुलने के दिन से ही दोपहर बाद अक्सर बर्फबारी हो रही है। इससे जहां यात्रियों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है वहीं प्रशासन व पुलिस को व्यवस्थाएं जुटाने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

सीएम धामी बोले- जून तक तैयार होगा यूसीसी का ड्राफ्ट, तेजी से हो रहा काम

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट जून तक तैयार हो जाएगा। साथ ही सरकारी भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को सख्ती से रोका जाएगा। किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। यदि तय समय सीमा तक अतिक्रमण स्वयं नहीं हटाया गया तो अधिकारियों को भी अतिक्रमण हटाने की सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

मालसी स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य बाहुल्य व देवभूमि उत्तराखंड में रहने वाले सभी जाति, पंथ, संप्रदाय के लोगों के लिए बिना किसी तुष्टिकरण के सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास की भावना के अनुरूप समान नागरिक संहिता बनाने पर तेजी से काम किया जा रहा है। जून तक इसका ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा।

सीएम ने कहा कि उनके कार्य व्यवहार में सौम्यता जरूर है, लेकिन राज्य के व्यापक हित में कठोर निर्णय लेने में भी वे पीछे नहीं हटते हैं। प्रदेश की जनता ने राज्य में एक ही दल की सरकार को दोबारा न चुनने के मिथक को तोडा़ है। प्रदेश के समग्र विकास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। राज्य के समग्र विकास के लिए 10 सालों का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।

सीएम ने कहा कि जोशीमठ भू-धंसाव से हुए प्रभावितों के साथ सरकार पूरी तरह सहयोगी के रूप में खड़ी है। इस कठिन दौर में राज्य व केंद्र सरकार की ओर पूरी मदद दी जा रही है। जोशीमठ को बचाना हमारी प्राथमिकता है। इस मौके पर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी भी मौजूद थे।

  • चारधाम यात्रा में सभी के लिए देवभूमि के द्वार खुले

सीएम ने कहा कि चारों धामों में हो रही बारिश व बर्फबारी के बावजूद यात्रा अपने चरम पर है। लोगों की सुरक्षित व सुगम यात्रा के लिए सरकार कारगर व्यवस्था कर रही है। जोशीमठ का कुछ क्षेत्र ही भू-धंसाव से प्रभावित है। जोशीमठ में यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो। इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

 

23 लाख से अधिक राशनकार्ड धारकों के लिए खुशखबरी, अब मिलेगा सस्ता नमक और चीनी

News web media uttarakhand :  प्रदेश में नगर निकाय और लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी 23.80 लाख राशनकार्डधारकों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर दो किलो चीनी और एक किलो नमक का तोहफा देने की तैयारी है। अंत्योदय और प्राथमिक परिवार राशनकार्डधारकों के साथ अब राज्य खाद्य योजना (एसएफवाइ) के राशनकार्डधारकों को भी यह लाभ दिया जाएगा। महंगाई से राहत देने वाला यह प्रस्ताव आगामी तीन मई को कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा।

  • सस्ती चीनी और नमक की सुविधा देने जा रही सरकार

प्रदेश के 1.76 अंत्योदय राशनकार्डधारकों के साथ ही प्राथमिक परिवार राशनकार्डधारकों को एनएफएसए के अंतर्गत केंद्र सरकार की ओर से निश्शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। धामी सरकार अब एनएफएसए के साथ एसएफवाइ के राशनकार्डधारकों को भी सस्ती चीनी और नमक की सुविधा देने जा रही है।

एसएफवाइ के 10 लाख से अधिक राशनकार्डधारकों को भी सब्सिडी पर नमक और चीनी मिलेगी। खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने इस संबंध में प्रस्ताव को तीन मई को होने वाली कैबिनेट बैठक में रखने के निर्देश दिए हैं। खाद्य सचिव बृजेश कुमार संत ने कहा कि प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसे शीघ्र अंतिम रूप देकर कैबिनेट में रखा जाएगा।

 

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी

News Web media Uttarakhand : उत्तराखंड लोक सेवा आयोग सहायक लेखाकार परीक्षा पूर्व में 23 अप्रैल को तय की थी, लेकिन ईद की वजह से आयोग ने परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी थी। अब यह परीक्षा सात मई को होने जा रही है। परीक्षा के लिए पंजीकृत उम्मीदवार अपना हॉल टिकट आधिकारिक वेबसाइट ukpsc.net.in से डाउनलोड कर सकते हैं।

एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए, उम्मीदवार या तो ईमेल आईडी या पासवर्ड/आवेदन संख्या और जन्म तिथि/नाम, पिता का नाम और जन्म तिथि के माध्यम से इसे एक्सेस कर सकते हैं। एक बार डाउनलोड हो जाने के बाद, भविष्य के संदर्भों के लिए एक प्रिंटआउट अपने पास रख लें।उत्तराखंड राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सहायक लेखाकारों के लिए कुल 661 रिक्तियों को भरना है। इसके लिए चयनित उम्मीदवारों को वेतनमान 29,200-92,300 रुपये लेवल 5 के तहत मिलेगा।

ऐसे करें डाउनलोड

  • सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट ukpsc.net.in पर जाएं।
  • सहायक लेखाकार के लिए एडमिट कार्ड लिंक पर जाएं।
  • एप्लिकेशन नंबर और जन्म तिथि का उपयोग करके लॉगइन करें।
  • यूकेपीएससी सहायक लेखाकार एडमिट कार्ड स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  • अब डाउनलोड करें और एक प्रिंटआउट लें।

लोक सेवा आयोग के प्रस्ताव को शासन ने लौटाया ,अब उत्तराखंड में पुराने पैटर्न पर ही होगी पीसीएस परीक्षा

News web media uttarakhand : उत्तराखंड में पीसीएस परीक्षा का पैटर्न नहीं बदलेगा। शासन ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के यूपीएससी पैटर्न लागू करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। आगामी पीसीएस परीक्षा पुराने पैटर्न से ही होगी। बुधवार को शासन ने इस संबंध में आयोग को पत्र भेजकर स्थिति स्पष्ट कर दी।

दरअसल, राज्य लोक सेवा आयोग ने पिछले दिनों एक प्रस्ताव पास किया था कि चूंकि युवाओं को सिविल सेवा परीक्षा के लिए अलग और उत्तराखंड पीसीएस के लिए अलग तैयारी करनी पड़ती है। कई राज्यों में राज्य व केंद्रीय सेवा की परीक्षाओं के पैटर्न एक समान हैं। लिहाजा, आयोग ने भी यह प्रस्ताव शासन को भेजा था कि राज्य के युवाओं के हित में पीसीएस परीक्षा में यूपीएससी का सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न लागू कर दिया जाए। इस प्रस्ताव को लेकर प्रदेशभर से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं थीं। कई लोगों का ये कहना था कि अगर राज्य में भी केंद्र का यूपीएससी पैटर्न लागू कर देंगे तो राज्य के युवाओं के लिए पीसीएस की राह मुश्किल हो जाएगी।

यह भी मांग उठी थी कि अगर यूपीएससी पैटर्न लागू करें तो इसमें उत्तराखंड से जुड़े प्रश्न पत्र अलग रखे जाएं। पीसीएस परीक्षा पैटर्न को लेकर आयोग और शासन के अधिकारियों के बीच कई दौर की बैठक भी हुई। अब शासन ने तय किया है कि फिलहाल पुराना पैटर्न ही लागू रहेगा। आगामी पीसीएस परीक्षा उसी पैटर्न पर होगी। इसमें किसी तरह का बदलाव स्वीकार नहीं किया गया है। अपर सचिव ललित मोहन रयाल ने इस संबंध में सचिव उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को शासनादेश भेज दिया है।

इस पुराने पैटर्न पर होगी परीक्षा

  • पीसीएस प्री परीक्षा : 150 अंकों का सामान्य अध्ययन और 150 अंकों का सामान्य बुद्धिमत्ता परीक्षा।
  • पीसीएस मुख्य परीक्षा : सात पेपर होते हैं। पहला भाषा का 300 अंकों का पेपर, दूसरा भारत का इतिहास, राष्ट्रीय आंदोलन, समाज एवं संस्कृति का 200 अंकों का पेपर, तीसरा भारतीय राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध का 200 अंकों का पेपर, चौथा भारत एवं विश्व भूगोल का 200 अंकों का पेपर, पांचवां आर्थिक एवं सामाजिक विकास का 200 अंकों का पेपर, छठा सामान्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का 200 अंकों का पेपर और सातवां सामान्य अभिरुचि एवं आचार शास्त्र का 200 अंकों का पेपर हैं। पीसीएस परीक्षा में भाषा के पेपर में कम से कम 35 अंक लाने जरूरी हैं।
  • इंटरव्यू : 200 अंकों का

केदारनाथ धाम के फिर रजिस्ट्रेशन पर लगी रोक 29अप्रैल तक, कल खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट

News web Media uttarakhand : चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चार धाम यात्रा के लिए अपने-अपने प्रांतों से निकले हैं. ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन करवाने वाले यात्रियों को तीन धाम के रजिस्ट्रेशन तो मिल रहे हैं लेकिन केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है जिससे तीर्थयात्रियों में निराशा है. लेकिन भगवान पर आस्था के चलते इंतजार जारी है.

बद्रीनाथ धाम का कपाट 27 अप्रैल को 7:10 पर खुलने जा रहा है. बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले तीर्थयात्री भी धीरे-धीरे बद्रीनाथ धाम की तरफ पहुंचने लगे हैं और बद्रीनाथ धाम के मुख्य पड़ाव पर पड़ने वाले सभी मंदिरों के दर्शन भी कर रहे हैं. यात्रियों में उत्साह है और सभी भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने के साक्षी बनना चाहते हैं.

गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल जी, कुबेर तथा उद्धव जी की डोली भगवान बद्री विशाल के मंदिर पहुंची है. गुरुवार  27 अप्रैल को  7:10  मिनट पर भगवान बद्री विशाल के कपाल ग्रीष्म काल के लिए खुल जाएंगे. लगभग 15 से 20 क्विंटल फूलों से भगवान बद्री विशाल का मंदिर सजाया जा रहा है. मंदिर परिसर के आसपास के सभी इलाकों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाने का काम भी जारी है

Dehradun news: अब नहीं होगी देहरादून में पार्किंग समस्या, घर से निकलने से पहले कर सकतें हैं पार्किंग बुक

News web media Uttarakand : यदि आप घर से कार लेके देहरादून में आ रहें हैं और पार्किंग की चिंता सता रही हो तो घबराने की जरूरत नहीं है, अब आप घर से निकलने से पहले अपने मोबाइल फोन से कार पार्किंग बुक कर सकते हैं। राजधानी देहरादून उत्तराखंड का पहला ऐप आधारित स्मार्ट पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम लांच कर दिया है। आप इस एप की मदद से शहर में उपलब्ध पार्किंग आसानी से ढूंढ सकते हैं और आसानी से वहां तक पहुंच भी सकते हैं। एप अपने निकट 3 किमी में पार्किंग खोज सकता है। अब पार्क+ एप डाउनलोड कर देहरादून के लोग न केवल पार्किंग ढूंढ सकते हैं, बल्कि अन्य सेवाएं भी ले सकते हैं।

आपके पास है पार्किंग तो होगी कमाई

इस एप्लीकेशन के माध्यम से तीन किलोमीटर की परिधि में स्थित पार्किंग स्थलों में अपने वाहन के लिए पार्किंग बुक की जा सकती है। इतना ही नहीं अगर आपके पास पार्किंग की जगह है तो आप एप में रजिस्टर्ड कर पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें प्रतिघंटा के हिसाब से शुल्क का भुगतान होगा।

ऐसे करें पार्किंग बुक पार्किंग

बुक करने के लिए पहले मोबाइल फोन पर पार्क प्लस ऐप डाउनलोड करें। इसके बाद अपने लोकेशन के आसपास की पार्किंग तलाश करें। नेविगेशन आइकन पर क्लिक करें और पार्किंग स्थान पर पहुंचें। एप पर चालान की भी जानकारी मिलेगी।

देश के अंतिम गांव कहे जाने वाले गांव माणा में लगा देश के पहले गांव का साइन बोर्ड

News web media uttarakhand : उत्तराखंड के चमोली जिले में सीमा पर बसे सीमांत गांव माणा के प्रवेश द्वार पर ‘भारत का प्रथम गांव’ होने का साइन बोर्ड लगा दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, ‘अब माणा देश का आखिरी नहीं बल्कि प्रथम गांव के रूप में जाना जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमांत गांव माणा में उसे देश के प्रथम गांव के रूप में संबोधित किया था और हमारी सरकार सीमांत क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास हेतु सदैव समर्पित है.’ इक्कीस अक्टूबर 2022 को माणा में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री द्वारा माणा को भारत का अंतिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा था कि अब तो उनके लिये भी सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है.

बद्रीनाथ से लगभग 5 किमी दूर है माणा गांव
उत्तराखंड में 3200 मीटर की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित माणा गांव बद्रीनाथ से लगभग 5 किमी दूर है. यह खूबसूरत गांव भारत-चीन सीमा से 24 किमी दूर है. इस गांव को भारत में ट्रेकिंग के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक माना जाता है.

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए टीम इंडिया घोषित

News web media uttarakhand : बीसीसीआई (BCCI) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फाइनल के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम का एलान ​कर दिया है। आईपीएल 2023 (IPL 2023)  में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अजिंक्य रहाणे जहां टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं। तो वहीं खराब प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार यादव को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप  का फाइनल मुकाबला 7 जून से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाना है। बतौर विकेटकीपर केएस भरत को टीम में जगह मिली है। तेज गेंदबाज के ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर चुने गए हैं। पिछले दिनों ऑस्ट्रेलियाई सीरीज में सूर्या का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था।

अजिंक्य रहाणे की बात करें तो वो टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे, लेकिन आईपीएल 2023 (IPL 2023) में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से उन्होंने अब तक ताबड़तोड़ प्रदर्शन किया है।

भारत की फाइनल टीम

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएल राहुल, केस भरत (विकेटकीपर), आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट।

पिछली बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में मिली थी हार
भारतीय टीम लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। उसे पिछली बार 2021 में खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया ने टेस्ट चैंपियनशिप के 2021-23 सीजन में शानदार प्रदर्शन किया। वह ऑस्ट्रेलिया के बाद अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रही।

 

केदारनाथ यात्रा से पहले हेलीपैड पर दर्दनाक हादसा, हेलीकॉप्टर के पंखे की चपेट में आने से मौत

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने से पहले बड़ा हादसा हो गया. (रविवार) दोपहर हेलीकॉप्टर के पंखे की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. मृतक का नाम अमित सैनी था. अमित उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी के वित्त नियंत्रक थे.

मिली जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के दौरान अमित टेल रोटर (पीछे के पंखे) की चपेट में आ गए, जिससे उनकी गर्दन कट गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई. गढ़वाल के आईजी करन सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. अमित के परिजनों को सूचित कर दिया गया है.

धाम का निरीक्षण करने गए थे
मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना दोपहर करीब दो बजे की है. UCADA के वित्त नियंत्रक अमित सैनी केदारनाथ धाम के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे, लेकिन निजी एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर से उतरते हुए पंखे से टकराकर उनकी मौत हो गई. हेलीपैड पर हादसे के वक्त उत्तराखंड सिविल एविएशन के सीईओ भी मौजूद थे. हेलीकॉप्टर के पिछले ब्लेड की चपेट में आने से अमित की गर्दन कट गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई. उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है. एसपी ने बताया कि घटना दोपहर दो बजे की है. एसडीआरएफ के अधिकारी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है. जांच की जा रही है.