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अखिलेश यादव का सुल्तानपुर मुठभेड़ को लेकर बयान- समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है, नकली एनकाउंटर नहीं

News web media Uttarakhand : सुल्तानपुर में सराफा व्यापारी के यहां दिनदहाड़े हुई डकैती के आरोपित बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वास्तविक समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था में है, न कि नकली एनकाउंटर में। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में अपराधियों को खुली छूट मिल गई है और यह अवधि उनके लिए ‘अमृतकाल’ साबित हो रही है।

अखिलेश यादव ने एक्स पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सुल्तानपुर की डकैती में शामिल आरोपियों का सत्ता पक्ष से गहरा संपर्क प्रतीत होता है, जिससे मुख्य आरोपी को नकली एनकाउंटर से पहले ही सरेंडर कराया गया और अन्य आरोपियों को केवल दिखावटी गोली मारी गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जाति देखकर अपराधियों की हत्या की गई।

जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है, तो लूट का पूरा माल भी वापस किया जाना चाहिए और सरकार को पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए, क्योंकि ऐसी घटनाओं से मानसिक आघात होता है जो व्यापारिक नुकसान का कारण बनता है। यादव ने यह भी कहा कि नकली एनकाउंटर समस्या का समाधान नहीं हैं, असली समाधान सच्ची कानून व्यवस्था में है।

भाजपा के शासन में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है और जब तक जनता का विरोध चरम पर नहीं पहुंचता, तब तक लूट की घटनाओं का सिलसिला चलता रहता है। नकली एनकाउंटर सिर्फ एक दिखावा है और जनता अच्छी तरह समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और दूसरों को फंसाया जाता है। यह सब अत्यंत निंदनीय है।

उत्तराखंड में सीएम धामी के निर्देश से शराब के ठेकों पर छापेमारी, ठेका संचालकों में हड़कंप

News web media Utttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 100 से अधिक शराब की दुकानों पर एक व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। अचानक हुए इस अभियान ने शराब ठेका संचालकों में अफरातफरी मचा दी।

छापेमारी के दौरान कई दुकानों की जांच की गई, जिससे अवैध गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन की संभावनाओं पर कड़ी नजर रखी गई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लंबे समय से प्रदेश में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग और शराब तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर उन्होंने प्रशासन और आबकारी विभाग को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

इस निर्देश के तहत, मंगलवार को छापेमारी अभियान के दौरान पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, उधम सिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल जिलों में जांच की गई।

सीएम धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि किसी दुकान पर ओवररेटिंग की शिकायतें सही पाई जाती हैं या स्टॉक और बिक्री रजिस्टर ठीक से मेंटेन नहीं किए गए हैं, तो उन दुकानों को सीज कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओवररेटिंग और शराब की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ समय-समय पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

एम्स बीबीनगर में सीनियर रेजिडेंट के पदों पर आवेदन का आखिरी मौका, अभी करें पंजीकरण

News web media Utttarakhand : ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज, आज बीबीनगर में सीनियर रेजिडेंट (नॉन एकेडमिक) पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया समाप्त कर देगा। इच्छुक, जिन्होंने अभी तक इन पदों के लिए आवेदन नहीं किया है, वे तुरंत एम्स बीबीनगर की आधिकारिक वेबसाइट- aiimsbibinagar.edu.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती का लक्ष्य सीनियर रेजिडेंट के 71 पदों को भरना है।

पात्रता मानदंड
इस भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों का संबंधित क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट (एमडी/ एमएस/ डीएम/ एमसीएच) होना आवश्यक है। इसके साथ ही 31 अगस्त 2024 को ध्यान में रखते हुए आवेदको की अधिकतम आयु 45 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को ऊपरी आयु में नियमानुसार छूट दी जाएगी।
चयन प्रक्रिया
इस भर्ती में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार दौर से गुजरना होगा। साक्षात्कार 3, 4 और 5 सितंबर 2024 को “दूसरी मंजिल, सभागार, एम्स बीबीनगर” के पते पर आयोजित किये जाएंगे। साक्षात्कार का समय सुबह 9 बजे से है, जिसमें शामिल होने के लिए रिपोर्टिंग टाइम सुबह 8 बजे तय किया गया है।

कैसे करें आवेदन?

  • सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट aiimsbibinagar.edu.in पर जाएं।
  • अब होम पेज पर रिक्रूटमेंट में जाकर सीनियर रेजिडेंट पर क्लिक करें।
  • अब आपको अगले पेज पर भर्ती से संबंधित आवेदन लिंक पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद आपको रिक्रूटमेंट पोर्टल पर ईमेल दर्ज करके लॉग इन करना होगा।
  • अब पोर्टल पर पहुंचकर उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।

आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को देवभूमि पत्रकार यूनियन,पंजी. ने आभार-पत्र भेंट किया

News web media Uttarakhand : देवभूमि पत्रकार यूनियन, पंजी. उत्तराखंड के प्रतिनिधि मंडल ने आज मुख्यमंत्री जी के कैम्प कार्यालय में उनसे भेंट कर आभार पत्र भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया । उल्लेखनीय रहे कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा विगत दिनों स्थानीय सूचना निदेशालय का दौरा किया तथा गहन विभागीय निरीक्षण किया । इसी अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा पत्रकारों की चिर प्रतिक्षित मांग पत्रकार कल्याण कोष में 5 करोड़ की अतिरिक्त वृद्धि , पत्रकारों को जीवन बीमे की सुविधा, तहसील स्तरीय प्रेस मान्यता, पाक्षिक व मासिक समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों को भी प्रेस मान्यता प्रदान करना आदि की घोषणा की गई। जिसकी पत्रकारों ने मुख्यमंत्री जी के इन कदम की भूरि भूरी प्रसंसा की गई । मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करने वालों में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल, उपाध्यक्ष अनिल वर्मा, डॉ. वी डी शर्मा, प्रदेश महासचिव, एस एन उपाध्याय, प्रदेश कोषाध्यक्ष, गोपाल सिंघल, प्रदेश सचिव, श्रीमती प्रेमलता भरतरी, हरीश खनेड़ा, जिला अध्यक्ष, नवीन जोशी, जिला महासचिव, रजत शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष आदि मौजूद थे । इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश महासचिव डॉ. वी डी शर्मा ने पत्रकार हितों के लिए उठाए गए कदमों के प्रति माननीय मुखयमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके इन कदमों के प्रति पत्रकारों में हर्ष व संतोष व्याप्त है । पत्रकारों की बाकी मांगों के प्रति भी ध्यान देते हुए पत्रकारों के हितों के प्रति भविष्य में भी आपका सहयोग प्रदेश के पत्रकारों को मिलता रहेगा।

 

उत्तराखंड में एक बार फिर डोली धरती, देहरादून में 3.1 तीव्रता का भूकंप

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोली है. रविवार की रात करीब 9:56 मिनट पर देहरादून में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.1 मापी गई है. भूकंप का केंद्र अक्षांश 30.10 उत्तर और देशांतर 78.07 पूर्व में देहरादून की 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था.

लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते ही हड़कंप मच गया. लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, अभी तक भूकंप से किसी तरह के कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है..

500 करोड़ से धामी सरकार को गिराने की हुई थी कोशिश, इस विधायक ने कर दिया बड़ा खुलासा

News web media Uttarakhand : हाल के दिनों में सत्ता के गलियारों में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा कई दिनों तक गर्म रही। राजनेताओं की दिल्ली दौड़ के बीच राजनीतिक पारा चरम पर था। सत्ता परिवर्तन की जोर आजमाइश के पीछे एक सांसद का हाथ होने की बातें भी सामने आईं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। अब गैरसैण में विधानसभा सत्र में सदन में जो गूंज सुनाई दी, उसने न सिर्फ अटकलों को हकीकत बताया, बल्कि यह सोचने पर भी विवश कर दिया कि नेतृत्व परिवर्तन की खिचड़ी पकाई तो जा रही थी। पर यह हांडी किसने चढ़ाई, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। वही खानपुर विधायक उमेश कुमार ने 500 करोड़ रुपये से धामी सरकार को गिराने, उन्हें मुख्य्मंत्री पद से हटाने के गंभीर आरोप जरूर जड़ दिए।

उन्होंने सदन के साथ ही पत्रकार वार्ता में भी खुलकर गुप्ता बंधु का नाम लिया। उन्होंने कहा कि देहरादून में नामी बिल्डर सतेंदर साहनी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने में भी गुप्ता बंधु का हाथ रहा है। साथ ही कहा कि जो गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका की राजनीती में भ्रष्टाचार का भूचाल लेकर आए, उन्हें उत्तरखंड में शरण देकर वाई और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई।गैरसैण के भराड़ीसैण विधानसभा भवन में मानसून सत्र के दूसरे दिन निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने नियम 58 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने प्रदेश सरकारों में राज्य गठन के समय वर्ष 2000 से शुरुआत करते हुए विभिन्न घोटालों का जिक्र किया और फिर अचानक गुप्ता बंधु का नाम लेकर सबको चौंका दिया।

उन्होंने 24 मई 2024 को पैसफिक गोल्फ एस्टेट स्थित फ्लैट से कूदकर जान देने वाले नामी बिल्डर सतेंदर साहनी का नाम लेते हुए भी गुप्ता बंधु को इसकी वजह बताया। हालांकि, आत्महत्या के इसी मामले में बिल्डर साहनी के सुसाइड नोट के आधार पर गुप्ता बंधु में से एक अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में कुछ समय बाद ही उन्हें जमानत भी मिल गई।उन्होंने 500 करोड़ रुपये के प्रकरण में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सत्र के बाद पत्रकार वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि गुप्ता बंधु के भ्रष्टाचार के कारण जब उनके करीबी जैकब जुमा को वर्ष 2018 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पद से हटा दिया गया था, तब गुप्ता बंधु (अतुल, राजेश और अजय गुप्ता) वहां से फरार हो गए थे।

उस समय उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने गुप्ता बंधु को न सिर्फ पनाह दी, बल्कि जेड श्रेणी की सुरक्षा भी प्रदान कर दी। हालांकि, उत्तराखंड की सरकार में उनका होल्ड वर्ष 2016 से था। तब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। विधायक उमेश कुमार ने कहा कि गुप्ता बंधु के साथ उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने तब सांठ-गांठ बढ़ाई, जब उन्हें पकड़ने के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर जैसा अति संवेदनशील नोटिस जारी कर रखा था। उमेश कुमार ने यह भी कहा कि गुप्ता बंधु के साथ किन राजनेताओं के संबंध हैं, इसकी ईडी और सीबीआई से जांच कराई जनि चाहिए। इसी मांग के अनुरूप बिल्डर साहनी आत्महत्या के मामले में पुलिस के पास ऐसे साक्ष्य हाथ लगे हैं, जो इस ओर इशारा करते हैं कि हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के बहाने दून में काला धन खपाने की योजना थी। बाबा साहनी को इसी तरह के ट्रांजेक्शन पर एतराज था। जब बात नहीं बनी तो उन पर करीब 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को अन्य माध्यम से पूरा करने या कंपनी छोड़ने का ऐसा दबाव बढ़ा कि, जिसे झेलने की जगह उन्हें मौत आसान रास्ता नजर आई।

वर्ष 1990 में गुप्ता ब्रदर्स यानी तीनों गुप्ता भाई अतुल, राजेश और अजय गुप्ता दक्षिण अफ्रीका पहुंचे। इन लोगों ने जूतों और कंप्यूटर का छोटा-मोटा कारोबार शुरू किया। धीरे-धीरे इनका धंधा चल निकला। हाथ में पैसे आए तो गुप्ता ब्रदर्स ने पांव पसारने शुरू किए। जल्द ही इन्होने खनन, इंजीनियरिंग, मीडिया और कई अन्य कारोबारों में भी हिस्सेदार खरीदी और दक्षिण अफ्रीका में प्रभावशाली शक्ति बन गए। आरोप है कि गुप्ता ब्रदर्स ने तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा से अपने संबंधों के आधार पर दक्षिण अफ्रीका में जमकर धांधली और घोटाले किए। इतना ही नहीं, इन लोगों ने सरकार से लेकर कंपनियों तक में अपने लोग सेट किए और जिसे जहां से चाहा वहां से हटवा भी दिया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुमाऊं कमिश्नर का छापा, चिकित्सकों की खुली पोल, CMO को किया तलब

News web media Uttarakhand : कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने आज हल्द्वानी से हैड़ाखान मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया. इसके साथ ही ओखलढूंगा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में छापेमारी के लिए पहुंचे.

आज हल्द्वानी से हैड़ाखान मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान सड़क मार्ग से जुड़े ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया. कुमाऊं कमिश्नर ने जल जीवन मिशन के तहत अगले महीने तक ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए.

इसके बाद कुमाऊं कमिश्नर ओखलढूंगा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के लिए पहुंचे. छापेमारी के दौरान वहां उन्होंने पाया कि डॉक्टर महीने में केवल दो दिन आकर पूरे महीने गायब रहते हैं और डॉक्टर की उपस्थिति वार्ड बॉय द्वारा लगाई जाती है. जिसे देख उनका पारा चढ़ गया. कुमाऊं कमिश्नर ने तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को अपने कार्यालय में तलब किया.

यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के लिए पंजीकरण शुरू, सीट आवंटन 30 अगस्त को; देखें पूरा विवरण

उत्तर प्रदेश नीट यूजी काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। योग्य उम्मीदवार काउंसलिंग पोर्टल upneet.gov.in. पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार काउंसलिंग प्रक्रिया से जुड़ा विवरण नीचे पढ़ सकते हैं।

24 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम

काउंसलिंग कार्यक्रम के अनुसार , अभ्यर्थियों को 24 अगस्त को सुबह 11 बजे तक ऑनलाइन पंजीकरण कर अपना विवरण अपलोड करना होगा। शुल्क उसी दिन दोपहर 2 बजे तक जमा किया जा सकेगा।

मेरिट सूची 24 अगस्त को घोषित की जाएगी और अभ्यर्थी शाम 5 बजे (24 अगस्त) से सुबह 11 बजे (29 अगस्त) के बीच अपने विकल्प भर सकेंगे।

30 अगस्त को सीट आवंटन

यूपी नीट काउंसलिंग के लिए सीट आवंटन परिणाम 30 अगस्त को घोषित किया जाएगा। चयनित उम्मीदवार इस दिन से अपने आवंटन पत्र डाउनलोड कर सकेंगे और 31 अगस्त से 5 सितंबर तक प्रवेश ले सकते हैं।

शुल्क विवरण

यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के लिए पंजीकरण शुल्क 200 रुपये है और इसका भुगतान ऑनलाइन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, उम्मीदवारों को सरकारी सीटों के लिए 30,000 रुपये, निजी मेडिकल सीटों के लिए 2,00,000 और निजी डेंटल सीटों के लिए 1,00,000 रुपये का सुरक्षा शुल्क भी जमा करना होगा।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केवल उन अभ्यर्थियों को विकल्प भरने की अनुमति दी जाएगी जिन्होंने सुरक्षा शुल्क ऑनलाइन जमा किया है और जिनके रिकॉर्ड सत्यापित हैं।

हेल्पलाइन

यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के लिए आवेदन करते समय सहायता के लिए, उम्मीदवार तकनीकी हेल्पलाइन नंबरों – 8189011696, 8189011697 8189011698,8189011699,8189011700 पर संपर्क कर सकते हैं या upneetcounseling2024@gmail.com पर ईमेल कर सकते हैं।

यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के लिए ऐसे करें आवेदन

  • सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट upneet.gov.in. पर जाएं।
  • “राज्य मेरिट के लिए पंजीकरण” लिंक खोलें।
  • लॉग इन करने के बाद पंजीकरण फॉर्म भरें।
  • पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें।
  • सुरक्षा शुल्क का भुगतान करें।
  • एक बार यह हो जाने पर, विकल्प भरने के लिए आगे बढ़ें।

पेट्रोल से भरी मालगाड़ी के डब्बे में लगी आग, ईंधन लेकर भरतपुर जा रही थी ट्रेन

News web media uttarakhand : मेरठ में शनिवार दोपहर को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां रेलवे रोड थानाक्षेत्र के रोहटा फाटक के नजदीक पेट्रोल लेकर जार ही मालगाड़ी के एक डिब्बे में आग लग गई।

जानकारी के अनुसार पेट्रोल से भरी मालगाड़ी ईंधन लेकर रेलवे यार्ड से भरतपुर जा रही थी।

इसी बीच मेरठ में रोहटा फाटक के नजदीक ट्रेन के एक वैगन में आग लग गई। सूचना पर दमकल गाड़िया भी माैके पर पहुंचीं और आग को बुझाने का प्रयास किया। दमकलकर्मी आग बुझाने में जुटे हैं। वहीं आग लगे वैगन को ट्रेन से अलग कर दिया गया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अमृत उद्यान समर एनुअल एडिशन-2024 का किया उद्घाटन, जानिए पूरा कार्यक्रम

News web media Uttarakhand : राष्ट्रपति भवन से जारी एक बयान के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को अमृत उद्यान समर एनुअल एडिशन-2024 का उद्घाटन किया। यह उद्यान 16 अगस्त से 15 सितंबर 2024 तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। जिसमें अंतिम प्रवेश शाम 5:15 बजे होगा। उद्यान सोमवार को रखरखाव के लिए रिजर्व रखा जाएगा।

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को खिलाड़ियों के सम्मान के लिए कार्यक्रम रखा गया है। जबकि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के लिए शिक्षकों को समर्पित किया जाएगा। आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा या वॉक-इन पंजीकरण के लिए गेट नंबर 35 के बाहर स्वयं सेवा कियोस्क का उपयोग कर पंजीकरण कराना होगा। प्रवेश निशुल्क है। लेकिन पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।

अमृत ​​उद्यान का प्रवेश द्वार नॉर्थ एवेन्यू रोड के पास राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 पर स्थित है। आगंतुकों की सुविधा के लिए केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक निशुल्क शटल बस सेवा संचालित की जाएगी। आपको बता दें कि अमृत ​​उद्यान जिसे पहले मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था। राष्ट्रपति भवन परिसर में 15 एकड़ से ज़्यादा जगह में फैला हुआ है। इसमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन जैसे कई हिस्से शामिल हैं।
इससे पहले 10 अगस्त को राष्ट्रपति मुर्मू को तिमोर-लेस्ते का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ग्रैंड कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते प्रदान किया गया। यह सम्मान उनके तीन देशों के दौरे का हिस्सा था। जिसमें फिजी और न्यूज़ीलैंड शामिल थे। फिजी में उन्हें ‘कंपेनियन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ फिजी से सम्मानित किया गया। जो मज़बूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने फिजी में अपने पुरस्कार के बारे में कहा कि यह एक ऐसा सम्मान है। जो हमारे देशों के बीच मैत्री के गहरे संबंधों को दर्शाता है।