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पीएम मोदी ने धान्यदान के रुप में उत्तराखंड के चावल,अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को उपहार स्वरूप किये भेंट

News web media uttarakhand : आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन से मुलाकात के दौरान कुछ उपहार भेंट स्वरूप दिए हैं, जिनमें ये ख़ास बॉक्स शामिल है, इस बॉक्स में दस दान राशि हैं- गौदान (गाय का दान), भूदान (भूमि का दान), तिलदान (तिल के बीज का दान),राजस्थान में हस्तनिर्मित, 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान), रौप्यदान (चांदी का दान), लवंदन (नमक का दान), बॉक्स में गणेश जी की मूर्ति है, एक दीया (तेल का दीपक), डिब्बे में पंजाब का घी है, झारखंड के टसर रेशम का कपड़ा, *उत्तराखंड से प्राप्त लंबे दाने वाला चावल और महाराष्ट्र का गुड़ साथ ही अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडन को पीएम मोदी ने उपहार के रूप में 7.5 कैरेट का ग्रीन डायमंड दिया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन को धान्यदान के रूप में उत्तराखंड में उत्पन्न होने वाले लंबे चावल भेंट करने पर प्रधानमंत्री मोदी जी का धन्यवाद प्रकट किया और इसे अंतरराष्ट्रीय फलक पर उत्तराखंड और यहां की पहचान को स्थान देने के लिए प्रत्येक उत्तराखंड वासी की तरफ से गौरवपूर्ण पल की संज्ञा दी।

 

मुख्यमंत्री धामी ने दून अस्पताल के परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के दिए निर्देश

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चिकित्सालय परिसर में फैली गंदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियो को अस्पताल परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के निर्देष दिए। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में आए मरीजों का हालचाल जान, व्यवस्थाओं से संबंधित जानकारी ली। उन्होंने मरीजों के तीमारदारों से बातचीत कर अस्पताल में मौजूद संसाधनों, डॉक्टरों की उपलब्धता, दवाइयों की उपलब्धता, एवं खाने-पीने की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल में मौजूद मरीजों के लिए बन रहे खाने को स्वयं जाकर देखा। उन्होंने कहा मरीजों को मिलने वाले भोजन में किसी तरह की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी तरह के पोषक तत्व भोजन में पाए जाए, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने रजिस्ट्रेशन डेस्क में जाकर प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या के बारे में जाना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वास्थ संबंधित जांच के लिए अस्पताल आए मरीजों को लंबी लाइन में ना लगाना पड़े इसके लिए रजिस्ट्रेशन डेस्क की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाए।

ख्यमंत्री ने इमरजेंसी वार्ड में जाकर वहां मौजूद डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, से भी वार्ता की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों की उपस्थिति के बारे में भी जानकारी ली। मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हो रही विभिन्न आधुनिक मशीनों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा अस्पताल में यह व्यवस्था भी सुनिश्चित किया जाए कि मरीजों को बेवजह घूमना ना पड़े। एक ही स्थान पर मरीज अधिक से अधिक लाभ लें।

एनएलयू कंसोर्टियम ने क्लैट (यूजी) 2024 परीक्षा का नया पैटर्न जारी किया

New web media Uttarakhand : कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (“क्लैट”) को और अधिक छात्र-अनुकूल और सुलभ परीक्षा बनाने के अपने चल रहे प्रयासों के तहत, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के संघ के शासी निकाय ने 20 मई, 2023 को आयोजित अपनी बैठक में निम्नलिखित का समाधान किया:

1. भाग लेने वाले राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 में शुरू होने वाले स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अंडरग्रेजुएट (“यूजी”) क्लैट 2024 में 150 (एक पचास) के बजाय 120 (एक सौ बीस) प्रश्न शामिल होंगे। पिछले वर्षों की तरह प्रश्न। उम्मीदवारों के पास पिछले वर्षों की तरह परीक्षा पूरी करने के लिए 2 (दो) घंटे का समय होगा।

2. 120 प्रश्नों को पांच खंडों में व्यवस्थित किया जाएगा, अर्थात, अंग्रेजी भाषा, करंट अफेयर्स सहित सामान्य ज्ञान, कानूनी तर्क, तार्किक तर्क और मात्रात्मक तकनीक।

3.  स्नातकोत्तर क्लैट 2024 के पाठ्यक्रम और प्रश्नों की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा।

4. एनएलयू का कंसोर्टियम क्लैट 2024 की तैयारी में उम्मीदवारों की सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा, और क्लैट 2024 को छात्रों के अनुकूल और सुलभ परीक्षा बनाने के लिए हर संभव सहायता करेगा।

लॉ प्रेप दून के निर्देशक एवं विधि विशेषज्ञ एस.एन उपाध्याय ने बताया कि नया पैटर्न में 120 प्रश्न होंगे तथा प्रश्न के 5 सेक्शन में अंग्रेजी के 25 प्रश्न, सामान्य ज्ञान के 30 प्रश्न, कानूनी तर्क के 30 प्रश्न, तार्किक तर्क के 25 प्रश्न और मात्रात्मक तकनीक के लगभग 10 प्रश्न होंगे

दून में 39.5 डिग्री पहुंचा पारा, टूटा चार साल का रिकॉर्ड

News web media Uttarakhand : कुछ दिनों से गर्मी दून के लोगों को खूब सता रही है। तापमान में भी रोजाना इजाफा दर्ज किया जा रहा है। मंगलवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री पहुंचने से बीते चार सालों का रिकॉर्ड टूट गया। उधर, आज (बुधवार) भी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं है।मंगलवार को दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। इससे पहले साल 2018 में 13 जून को अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री तर्ज किया गया था। जबकि साल 2016 में 13 जून को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 14 जून को दून का मौसम साफ रहेगा।

देहरादून का तापमान

सूर्याेदय: 5:16

सूर्याेस्त: 07:21

अधिकतम: 39

न्यूनतम: 25

 

15 जून को उत्तरकाशी जिले में महापंचायत, पुलिस विभाग अलर्ट

News web media uttarakhand : उत्तराखंड में बढ़ते लव जिहाद के मामले में उत्तरकाशी जिले में तनाव व विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों की ओर से  15 जून को महापंचायत बुलाने आह्वान के बाद पुलिस विभाग अलर्ट मोड में आ गया है।

अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेशन ने एसपी उत्तरकाशी को कानून व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कानून का पालन करने वालों को सुरक्षा मुहैय्या करने को भी कहा है वहीं कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।  एडीजी ने बताया कि उत्तरकाशी जिले पुरोला में नाबालिग को भगाने के प्रयास में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। इसके अलावा इस मामले में गंभीरता से जांच जारी है। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं को देखते हुए लोगों में रोष व्याप्त है, जिसके कारण वहां तनाव का माहौल बना हुआ है।

महापंचायत की तो मुकदमा दर्ज होगा
वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने पुरोला में महापंचायत की सूचना ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को दी है। वहीं जिला मुख्यालय में भी हिन्दू परिषद के नेताओं का आने की संभावना है। जिसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है। एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि महापंचायत को लेकर किसी भी संगठन को अनुमति नहीं दी जायेगी। अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जाएगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है।

IMA पासिंग आउट परेड में ब्रिटिश परंपरा पर लगी रोक

News web media uttarakhand  :  देहरादून IMA में 10 जून को होने वाली पासिंग आउट परेड के लिए अब मुख्य अतिथि को घोड़े बग्गी से नहीं लाया जाएगा अब बग्गियों की जगह सरकारी गाड़ी में सवार होकर परेड में अतिथि पहुंचेंगे। ब्रिटिश काल से चली आ रही इस परंपरा पर रक्षा मंत्रालय ने रोक लगा दी है। जानकारी के अनुसार, आधिकारिक तौर पर अब नई व्यवस्था को अपनाया जाएगा। दरअसल पटियाला कोर्ट के समय से अलग-अलग बग्गी से मेहमानों की अगवानी होती आई है, लेकिन 10 जून से इसमें बदलाव होगा।

बता दें कि ब्रिटिश काल की विरासत को छोड़ने के फैसले के साथ ही उस समय से चली आ रही सेना की यूनिफार्म, साज-ओ-सामान, नियम-कानून, अधिनियम और नीतियों में भी परिवर्तन होगा। सैन्य संस्थानों में धीरे-धीरे इसकी शुरुआत भी हो गयी है। आईएमए देहरादून की पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल ईशानी मैत्रा ने बताया कि IMA के पास निर्देश आ चुके है कि घोड़े बग्गी से मुख्य अतिथि को न लाया जाए, जिसको इस बार से अमल करेंगे। बता दें कि इस साल 374 जांबाज अफसर भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पास आउट होकर सेना में शामिल होंगे। जिसमें मित्र देशों के 42 कैडेट पास आउट होंगे।

उत्तराखंड में आठ और निजी अस्पताल आयुष्मान योजना में हुए सूचीबद्ध

News web media Uttarakhand :- आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को उपचार सेवाएं देने वाले अस्पतालों के बेड़े में आठ निजी अस्पताल और जुड़ गए हैं। इनमें दो अस्पताल सीमांत पर्वतीय जनपद पिथौरागढ़ के भी शामिल हैं। हाल ही में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने योजना के निर्धारित मानकों की कसौटी पर कसते हुए उनकी सूचीबद्धता पर मुहर लगाई है।

प्रदेश के 102 सरकारी व 126 प्राइवेट अस्पतालों को राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा आयुष्मान योजना के अंतर्गत सेवाओं के लिए सूचीबद्ध किया गया था। अब सूबे के दूरस्थ जनपद पिथौरागढ़ में संजीवनी हॉस्पिटल एवं मेडिकोज तथा रेनु जगदीश डाइग्नोस्टिक एंड ट्रामा सेंटर को सूचीबद्ध किया गया है। इसके अलावा देहरादून जनपद में स्पंदन हार्ट सेंटर, हरिद्वार में भगवती हॉस्पिटल तथा उधम सिंह नगर में द मेडिसिटी रूद्रपुर, नरूला हॉस्पिटल, इमेज आई हॉस्पिटल व महाजन हॉस्पिटल सूचीबद्ध हुए हैं। प्रदेश में अब 102 सरकारी और 134 प्राइवेट अस्पतालों के साथ ही आयुष्मान योजना की सूचीबद्धता में कुल 236 अस्पताल हो गए हैं।

ये आठ अस्पताल हुए हैं सूचीबद्ध

संजीवनी हॉस्पिटल एवं मेडिकोज पिथोरागढ़
रेनु जगदीश डाइग्नोस्टिक एंड ट्रामा सेंटर पिथोरागढ़
स्पंदन हर्ट सेंटर देहरादून
द मेडिसिटी रूद्रपुर
नरूला हॉस्पिटल उधम सिंह नगर
इमेज आई हॉस्पिटल उधम सिंह नगर
भगवती हॉस्पिटल हरिद्वार
महाजन हॉस्पिटल उधम सिंह नगर

 

केदारनाथ यात्रा के पंजीकरण पर 19 जून तक लगाई रोक

News web media Uttarakhand : केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण पर लगी रोक को सरकार ने बढ़ा दिया है। पहले पंजीकरण पर 10 जून तक रोक लगाई गई थी। अब इसे बढ़ाकर 19 जून किया गया है। जबकि ऑनलाइन पंजीकरण पर 15 जून तक रोक बरकरार है। पंजीकरण प्रभारी प्रेमानंद ने बताया ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप कार्यालय में आगामी 19 जून तक केदारनाथ की यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं होंगे। जो यात्री पहले ही पंजीकरण करा चुके हैं वे यात्रा सकते हैं।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 41 लाख से ज्यादा पहुंच गई है। इनमें 13.38 लाख यात्रियों ने केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण कराया है। मई में लगातार मौसम खराब होने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पर रोक लगाई थी। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 10 जून तक केदारनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 20 हजार से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।

जल एक अमूल्य निधि है। जल बचेगा तो जीवन बचेगा। यूं न बहाओ पानी।बिन पानी संभव नहीं है जिंदगानी।पानी बचाओ, जीवन बचाओ।

News web media uttarakhand : कैच द रेन कार्यक्रम उक्त विचार सोशल एक्टिविस्ट हिमालय ड्राइव्स अवधेश शर्मा ने नेहरू युवा केंद्र देहरादून युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित नालापानी रायपुर में राष्ट्रीय जल मिशन के अंतर्गत केच द रेन कार्यक्रम के अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए व्यक्ति किए। उन्होंने जीवन में पानी की महत्ता को बताते हुए कहा कि पानी हमारे लिए बहुत आवश्यक है हमारे पर्वतीय क्षेत्र में जो नॉलेज धारे जो परंपरागत स्रोत थे वह भी आज सूखते जा रहे हैं ऊपर से पहले क्या था कि जो नेचुरल स्रोत थे वह ओपन थे अब ज्यादातर स्रोतों को पाइपलाइन के द्वारा गांव तक ला दिया गया कुछ जलस्रोत ओपन थे तो जंगली जानवर जंगल में ही पानी पी लेते थे आज पानी की तलाश में भी जंगली जानवर भी नीचे आ रहे हैं इसी प्रकार घुमंतू वन गुजर है जो चारे पानी की कमी होने के वजह से हिमालय क्षेत्रों में भी प्रवास करते हैं।पानी बचाना बहुत आवश्यक है धीरे-धीरे यह संकट बढ़ता जा रहा है और जल संरक्षण का सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। जनभागीदारी रहेगी तो हम इस समस्या से निपट सकते हैं।हमें अपने साथ-साथ जंगली जानवर पशु पक्षियों का भी ध्यान रखना होगा।जो हमारे पारंपरिक जल संरक्षण के तरीके थे चाल खाल कोभी अपना होगा।बरसाती पानी ज्यादा से ज्यादा संरक्षित करना है।उपयोग में लाना यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। जो वेस्ट वाटर है उसका भी प्रयोग अपने सगौडे के लिए कर सकते हैं। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रवेश सिंह लेखा एवं कार्यक्रम सहायक नेहरू युवा केंद्र द्वारा जल संरक्षण हेतु शपथ दिलाई एवं सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
प्रवेश सिंह
लेखा एवं कार्यक्रम सहायक नेहरू युवा केंद्र देहरादून।

केदारनाथ यात्रा पंजीकरण पर लगाई रोक 3 जून तक

News web media uttarakhand: केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या ज्यादा होने के चलते सरकार ने 03 जून तक नए पंजीकरण पर रोक लगा दी है। बता दे चारधाम यात्रा के लिए अब तक 38 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके हैं।

जबकि 17 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं। 29 मई तक केदारनाथ धाम के लिए 13 लाख, बदरीनाथ के लिए 11.21 लाख, यमुनोत्री में 6.24 लाख, गंगोत्री में 6.79 लाख और हेमकुंड साहिब के लिए 74 हजार यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।

इस बार चारों धामों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। केदारनाथ धाम में क्षमता से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, साथ ही यात्रा मार्ग पर जगह-जगह जाम लगने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

इसे देखते हुए सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए नए पंजीकरण पर 03 जून तक रोक लगा दी है। वहीं, पहले ही पंजीकरण करा चुके यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, तपोवन, व्यासी, श्रीनगर और रुद्रप्रयाग में रोक कर आगे भेजा जाएगा।