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इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा जय वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड की पहली महिला मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष नियुक्त की गई

News web media uttarakhand : भारतीय रेलवे बोर्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार है, जब किसी महिला के हाथों में रेलवे बोर्ड की कमान आई है. रेलवे बोर्ड की चेयरमैन के तौर पर गुरुवार को जया वर्मा सिन्हा के नाम की घोषणा की गई थी और आज यानी 1 सितंबर 2023 को उन्‍होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. उन्‍होंने अनिल कुमार लाहोटी की जगह ली है. जया अब तक रेलवे बोर्ड में सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के तौर पर सेवाएं दे रही थीं. चेयरमैन के रूप में जया का कार्यकाल पूरे 1 साल का होगा. जया से पहले विजयलक्ष्मी विश्वनाथन रेलवे बोर्ड की पहली महिला सदस्य के रूप में ख्‍याति प्राप्‍त कर चुकी हैं. लेकिन जया बोर्ड की पहली महिला अध्‍यक्ष और सीईओ के तौर पर जानी जाएंगीं

रेलवे बोर्ड की पहली महिला चेयरमैन जया वर्मा सिन्‍हा ने इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय से शिक्षा प्राप्‍त की है. वे 1988 बैच की अधिकारी हैं. पिछले 35 साल से वो रेलवे में कार्यरत हैं और दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्व रेलवे में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुकी हैं. कोलकाता से ढाका के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन उन्हीं के कार्यकाल का माना जाता है. उस वक्त वे ढाका में स्थित भारतीय दूतावास में रेलवे सलाहकार पद पर थीं.

हाल ही में बालासोर में हुए कोरमंडल एक्सप्रेस हादसे के समय में जया वर्मा सिन्‍हा ने काफी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उस समय वो काफी एक्टिव रही थीं और पूरे घटनाक्रम पर उन्‍होंने खास नजर बनाकर रखी थी. उस समय उनकी काफी तारीफ हुई थी. जया ने ही पीएमओ में भी घटना का प्रजेंटेशन दिया था. रेलवे बोर्ड की चेयरमैन के तौर पर जया का कार्यकाल 31 अगस्त 2024 तक रहेगा.

अनिल कुमार लाहोटी ने इसी साल ग्रहण किया था पद

जया वर्मा सिन्‍हा से पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर अनिल कुमार लाहोटी पद संभाल रहे थे. उन्‍होंने इसी साल 1 जनवरी को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ का कार्यभाल संभाला था. 1984 बैच के रेलवे अधिकारी अनिल कुमार लाहोटी का कार्यकाल 31 अगस्‍त 2023 को समाप्‍त हुआ है. रेलवे बोर्ड में उनकी एंट्री 17 दिसंबर 2022 को सदस्य इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर हुई थी.

युवाओं के लिए बड़ी खबर आयोग ने 21 भर्तियों का नया कैलेंडर किया जारी

News web media uttarakhand : युवाओं के लिए बड़ी खबर है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने विभिन्न विभागों से जुड़े पदों को लेकर भर्ती परीक्षा का कैलेंडर जारी कर दिया है।आयोग ने कई पदों को लेकर होने वाली भर्ती के लिए संभावित तारीख दी है मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां को लेकर विभिन्न पदों के लिए आगामी परीक्षाओं का कैलेंडर जारी हो गया है। आयोग की तरफ से करवाई जाने वाली परीक्षाओं को लेकर संभावित तारीखों का ऐलान हुआ है। हालांकि कुछ पदों पर अधियाचन के परीक्षण के बाद परीक्षाओं की तारीख बाद में तय की जाएगी।

बता दें  कि युवा आयोग की वेबसाइट https://psc.uk.gov.in/exam%20calendar से परीक्षा शेड्यूल चेक कर सकते  है। बताया जा रहा है कि विभिन्न विभागों में सहायक लेखाकार के पद के लिए 28 अगस्त से परीक्षा प्रारंभ करने का निर्णय हुआ है।

कौन से भर्ती की परीक्षा कब

  • पीसीएस-जे मुख्य परीक्षा- हाईकोर्ट के आदेश के बाद
  • सहायक लेखाकार परीक्षा 2022- 28 अगस्त से टाइपिंग परीक्षा
  • फॉरेस्ट गार्ड भर्ती 2022- अक्तूबर माह में
  • जेल बंदीरक्षक भर्ती 2022- 15 अक्तूबर
  • संभागीय निरीक्षक परीक्षा 2022- 16-17 अक्तूबर
  • मानचित्रकार-प्रारूपकार परीक्षा 2022- 05 नवंबर
  • सहकारिता पर्यवेक्षक पर्यावरण पर्यवेक्षक 2023- 19 नवंबर
  • अधिशासी अधिकारी, कर व राजस्व निरीक्षक भर्ती 2023- 26 नवंबर
  • सफाई निरीक्षक परीक्षा 2023- 03 दिसंबर
  • पशुचिकित्साधिकारी ग्रेड-2 परीक्षा 2023- 10 दिसंबर
  • समीक्षा-सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा 2023- 17 दिसंबर
  • सहायक नियोजक एवं वास्तुविद नियोजक परीक्षा 2023- 20 दिसंबर
  • कंबाइंड जेई भर्ती परीक्षा 2023- 23, 24, 26 व 27 दिसंबर
  • गन्ना-दुग्ध पर्यवेक्षक परीक्षा 2023- 28 जनवरी 2024
  • आईटीआई अनुदेशक समूह-ग परीक्षा 2023- 03 फरवरी 2024
  • सहायक कृषि, उद्यान पर्यवेक्षक परीक्षा 2023- 10 फरवरी 2024
  • व्यवस्थाधिकारी परीक्षा 2023- 02 मार्च 2024
  • व्यवस्थापक राज्य संपत्ति परीक्षा 2023- 16 मार्च 2024
  • प्रयोगशाला सहायक(विधि विज्ञान) परीक्षा 2023- 31 मार्च 2024
  • अन्वेषक कम संगणक परीक्षा 2023- 31 मार्च 2024
  • प्रयोगशाला सहायक(उच्च शिक्षा) परीक्षा 2023- 23-26 अप्रैल 2024

 

गोस्वामी तुलसीदास जी का 526वीं जयंती मनाई गई

News web media Uttarakhand : स्थानीय नगर निगम टाउन हॉल में श्री नरसिंह कृपा धाम एवं ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद द्वारा संयुक्त तत्वाधान में गोस्वामी तुलसीदास जी का 526 वीं जयंती महोत्सव परंपरागत रूप से मनाई गई।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए महंत किशन गिरी जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म को पुनः स्थापित करते हुए उन्होंने समाज को एक सूत्र में बांधने वाला श्री रामचरितमानस ग्रंथ दिया। महंत जी ने कहा कि हमें अपने बच्चों को संस्कारमय में बनाना चाहिए।

मुख्य वक्ता के रूप में स्वामी 1008 अमृत प्रकाश जी महाराज ने कहा कि हमें अपने संतो उनकी वाणी को आत्मसात करना चाहिए। उनके बताए गए सदमार्ग को अपनाना चाहिए।

गौडिया मठ के संस्थापक भक्ति प्रश्न त्यागी ने कहा कि तुलसीदास जी ने राम नाम मंत्र जपने से मनुष्य को सद्गति प्राप्त हो जाती है। तुलसीदास जी ने अपने काव्य व साहित्य से भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया।

विशिष्ट अतिथि आईजी (आईपीएस) श्री पुष्पक ज्योति एवं डीआईजी अमिताभ श्रीवास्तव जी ने अपने विचार रखें।

कार्यक्रम के अंत में ओजस्वी कवि श्रीकांत श्री के संचालन में कवि संबोधन का आयोजन किया गया।

विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले विभूतियों का “तुलसी रत्न सम्मान” से उनको सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन दिनेश शर्मा एवं उमानरेश तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष एस.एन.उपाध्याय, महापौर देहरादून सुनील उनियाल गामा, श्री नरसिंह कृपा धाम के संस्थापक आचार्य शशिकांत दुबे, डी.पी.पांडे, अशोक मिश्रा, विनोद त्यागी, दिवाकांत शास्त्र, डॉ. वी.डी. शर्मा प्रवक्ता, सूर्य प्रकाश शर्मा, श्री एस.पी.पाठक, श्री दिनेश शर्मा, वी.पी.पांडेय आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

गोस्वामी तुलसीदास जयंती महोत्सव 23 अगस्त को 526 वीं जयंती

News web media uttarakhand : हिंदी साहित्य जगत के शशि गोस्वामी तुलसी दास की 526 वीं जयंती के उपलक्ष में श्री नरसिंह कृपा धाम एवम ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद, पंजी. के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 23 अगस्त को अपरान्ह 3 बजे से स्थानीय नगर निगम के टाउन हाल में तुलसी दास जयंती समारोह का परंपरागत आयोजन किया जा रहा है ।उक्त जानकारी आज उत्तरांचल प्रेस कलब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान समारोह के संयोजक आचार्य शशिकांत दूबे ने देते हुए बताया कि “एक शाम तुलसी के नाम” इस कार्यक्रम में महान संत गोस्वामी तुलसी दास जी के व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर संतो द्वारा उद्बोधन, नगर के कवियों द्वारा काव्य पाठ, राष्ट्र व समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को “तुलसी रत्न सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा । ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद के अध्यक्ष एस एन उपाध्याय ने बताया कि समारोह की अध्यक्षता श्री श्री 108 महंत कृष्ण गिरि जी महाराज, टपकेश्वर महादेव मंदिर, जी करेंगे । समारोह में राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल जी मुख्य अतिथि, महापौर श्री सुनील उनियाल गामा जी विशिष्ठ अतिथि होंगे । मुख्य उद्बबोधन एवम आशीर्वचन श्री 1008 श्री महा मंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास जी महाराज, ईश्वर आश्रम, शीशम झाड़ी, ऋषिकेश जी का रहेगा। इस अवसर पर नगर के सम्मानित गणमान्य जन, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को भी आमंत्रित किया गया है । राष्ट्रीय ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद देहरादून उत्तराखंड प्रेस वार्ता में एस एन उपाध्याय,अध्यक्ष, एस पी पाठक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उमा नरेश तिवारी, डा. वी डी शर्मा, प्रवक्ता, श्री नरसिंह कृपा धाम में संस्थापक आचार्य शशिकांत दूबे आदि उपस्थित थे ।

अब प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए बीएड नहीं डीएलएड की मान्यता अनिवार्य,सुप्रीम कोर्ट का फैसला

News web media uttarakhand : उत्तराखंड के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए बीएड नहीं बल्कि अब केवल डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) की मान्यता अनिवार्य होगी। आपको बता दे, यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTI) की याचिका के आधार पर सुनाया था। एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट ने उत्तराखंड सरकार से यह आग्रह किया है कि उत्तराखंड के निजी बीएड कॉलेजों में भी डीएलएड की पढ़ाई की अनुमति दी जाए, ताकि युवा अन्य राज्यों में पलायन न करें।

सुप्रीम कोर्ट का है यह निर्णय
सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा, कि प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को डीएलएड की मान्यता प्राप्त होनी चाहिए, और बीएडधारक उम्मीदवारों को अब यह अवसर नहीं मिलेगा। आपको बता दे, इस निर्णय के पीछे उत्तराखंड के संदर्भ में राजस्थान हाईकोर्ट के एक निर्णय का प्रभाव है, और इसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड में केवल कुछ कॉलेजों में ही 13 डायट में डीएलएड कोर्स चल रहा है, जिसमें हर साल केवल 650 छात्रों को ही दाखिला मिलता है।

डॉ. सुनील अग्रवाल ने प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती को लेकर दिया यह सुझाव
पूर्व में निजी कॉलेजों ने डीएलएड कोर्स की अनुमति मांगी थी, लेकिन राज्य सरकार ने इसे नहीं माना। इसके परिणामस्वरूप बहुत से युवा अन्य राज्यों में जाकर डीएलएड कोर्स कर रहे हैं। डॉ. सुनील अग्रवाल ने सरकार से मांग की कि प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती में निजी कॉलेजों में डीएलएड कोर्स की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि अब NCTI को निजी कॉलेजों में डीएलएड कोर्स को संचालित करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, ताकि युवाओं को यूपी और अन्य राज्यों में पलायन की आवश्यकता ना हो। अन्यथा, नई शिक्षा नीति के तहत NCTI ने दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए नए आवेदन स्वीकार नहीं करने का निर्णय लिया है।

एसएससी एसआई, सीएपीएफ का रिजल्ट जारी

News web media uttarakhand :  कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने 2022 के सीएपीएफ और दिल्ली पुलिस उप-निरीक्षक परीक्षा के अंतिम परिणाम जारी किए हैं। परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवार अपना परिणाम ssc.nic.in नामक आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।

आयोग ने बताया कि 3,995 पुरुष और 281 महिला उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए योग्य पाया गया है। 28 अगस्त से 9 सितंबर, 2023 तक, आयोग की वेबसाइट पर चयनित और गैर-चयनित उम्मीदवारों की विस्तृत सूची दी जाएगी। रिजल्ट में प्रत्येक पद के लिए चयनित उम्मीदवारों की श्रेणी, लिंग-वार संख्या और अंतिम चयनित उम्मीदवार द्वारा प्राप्त अंक दिखाए गए हैं।

SSC SI CAPF अंतिम परिणाम जानने के लिए  :-
1. पहले आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर जाएं।
2. होमपेज पर सीएपीएफ एसआई 2022 के अंतिम परिणाम के लिंक पर क्लिक करें।
3. परिणाम एक पीडीएफ स्क्रीन पर दिखाई देगा।
4. अब सूची में अपना नाम देखें।
5. भविष्य में देखने के लिए परिणाम को डाउनलोड करें और उसका प्रिंटआउट ले लें।

UKPSC ने वन आरक्षी परीक्षा क़ो लेकर बड़ा अपडेट

NEWS WEB MEDIA UTTARAKHAND :  UKPSC ने वन आरक्षी परीक्षा – 2022 के अन्तर्गत अभ्यर्थियों का शारीरिक अर्हता परीक्षण / शारीरिक दक्षता परीक्षा कार्यक्रम विज्ञप्ति के माध्यम से जारी किया है। एतद्द्वारा सूचित किया जाता है कि, वन आरक्षी परीक्षा 2022 हेतु प्रकाशित विज्ञापन संख्या : A-2/E-5/DR/FG/2022-23. दिनांक 21 अक्टूबर, 2023 के क्रम में दिनांक 09 अप्रैल, 2023 को सम्पन्न लिखित (वस्तुनिष्ठ) परीक्षा के पश्चात, दिनांक 18 मई, 2023 व दिनांक 26 जुलाई, 2023 को शारीरिक अर्हता परीक्षण / शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु सूची जारी की गयी थी।  उक्त सूची में सम्मिलित अभ्यर्थियों की शारीरिक अर्हता परीक्षण / शारीरिक दक्षता परीक्षा राजीव गांधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, रायपुर, देहरादून में दिनांक 23 अगस्त, 2023 से दिनांक 26 अगस्त, 2023 तक आयोजित करायी जायेगी।

शारीरिक अर्हता परीक्षण / शारीरिक दक्षता परीक्षा कार्यक्रम

अभ्यर्थी शारीरिक अर्हता परीक्षण / शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु प्रवेश पत्र आयोग की वेबसाइट psc.uk.gov.in से दिनांक 12 अगस्त, 2023 से डाउनलोड कर सकते है। इस संबंध में अभ्यर्थियों को पृथक से डाक द्वारा सूचना प्रेषित नहीं की जायेगी।

 

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआईएमसी) देहरादून की दाखिला परीक्षा दो दिसंबर को

News web media Uttarakhand : राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून (उत्तराखंड) के जुलाई 2024 टर्म के दाखिले के लिए लिखित परीक्षा चंडीगढ़ के सेक्टर-15 स्थित लाला लाजपत राय भवन में 2 दिसंबर, 2023 को होगी।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि संस्थान के दाखिले के लिए लड़के और लड़कियां दोनों ही अप्लाई कर सकते हैं। उम्मीदवार का जन्म 2 जुलाई 2011 से 1 जनवरी, 2013 के बीच में हुआ होना चाहिए। उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ता हो या 7वीं पास हो। चुने हुए उम्मीदवार को 8वीं कक्षा में दाखिला दिया जाएगा। परीक्षा के लिखित हिस्से में अंग्रेजी, गणित और सामान्य ज्ञान के तीन पेपर होंगे।

लिखित परीक्षा पास होने पर मौखिक परीक्षा ली जाएगी जिसके बारे में बाद में सूचित किया जाएगा। प्रोस्पेक्टस-कम-एप्लीकेशन फार्म और पुराने प्रश्न पेपरों की पुस्तिका आरआईएमसी की वेबसाइट www.rimc.gov.in पर जनरल उम्मीदवार के लिए 600 रुपये और अनुसूचित जातियों/जनजातियों के उम्मीदवार के लिए 555 रुपये की ऑनलाइन अदायगी करके प्राप्त की जा सकती है। इस संबंधी अन्य जानकारी विभाग की वेबसाइट से हासिल की जा सकती है।

धामी सरकार का एक और बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, दो IAS और 50 PCS अफसरों का तबादला

News web media uttarakhand : देर रात धामी सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। दो आईएएस अफसर और 50 पीसीएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। शासन ने कई जिलों के डिप्टी कलेक्टर भी इधर से उधर किए हैं। इस संबंध में देर रात को सचिव कार्मिक शैलेश बगौली ने आदेश जारी कर दिए हैं।

आदेशों के अनुसार एडीएम नैनीताल अशोक कुमार जोशी को एडीएम ऊधमसिंह नगर, राजस्व परिषद देहरादून में संबंध किए गए शिवकुमार बरनवाल को एडीएम पिथौरागढ़, एडीएम हरिद्वार वीर सिंह बुदियाल को एडीएम रुद्रप्रयाग, एडीएम रुद्रप्रयाग की जिम्मेदारी संभाल रहे दीपेंद्र सिंह नेगी को एडीएम हरिद्वार, एडीएम पिथौरागढ़ फिंचाराम को एडीएम नैनीताल के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

15 पीसीएस अधिकारियों के हुए तबादले

शासन ने देर रात बाध्य प्रतीक्षा में शामिल 15 पीसीएस अधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर पद पर भेजा है। चंद्र शेखर को अल्मोड़ा, आशीष चंद्र घिल्डियाल को रूद्रप्रयाग, श्रेष्ठ गुनसोला व मंजीत सिंह गिल को पिथौरागढ़, सुनील कुमार को अल्मोड़ा, पूनम पंत को नैनीताल, नीलू चावला को देहरादून मुकेश चंद्र रमोला को उत्तरकाशी का डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है।

इसके साथ ही अबरार अहमद को पौड़ी, विपिन चंद्र पंत को नैनीताल, नवाजिश खलीक को पौड़ी, शालिनी मौर्या को पौड़ी, मंजू को टिहरी, अजय वीर सिंह को हरिद्वार, आकाश जोशी को चंपावत, गौरव पांडेय को ऊधमसिंह नगर, यशवीर सिंह को पिथौरागढ़, अमृता को ऊधम सिंह नगर, हर गिरी को देहरादून का डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है।

इन जिलों के डिप्टी कलेक्टर किए इधर से उधर

शासन ने बड़ा फेरबदल करते हुए कई जिलों के डिप्टी कलेक्टर इधर से उधर किए हैं। नैनीताल के योगेश सिंह मेहरा को देहरादून, हरिद्वार से बृजेश कुमार तिवारी उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग की डिप्टी कलेक्टर अपर्णा ढ़ौढियाल को देहरादून, अल्मोड़ा से गोपाल सिंह चौहान को हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर की सीमा विश्वकर्मा को अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ से अनुराग आर्य को बागेश्वर का डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है।

जबकि नैनीताल में उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में उपनिदेशक नंदन सिंह नगन्याल अल्मोड़ा के डिप्टी कलेक्टर पद पर भेजा गया है। डिप्टी कलेक्टर मनीष कुमार सिंह को नैनीताल से हरिद्वार, प्रमोद कुमार को पौड़ी से नैनीताल, गौरव चटवाल को नैनीताल से ऊधमसिंह नगर भेजा गया है।

देवेंद्र सिंह टिहरी से रूद्रप्रयाग, प्रेमलाल टिहरी से हरिद्वार से शैलेंद्र सिंह नेगी को देहरादून से टिहरी, सौरभ असवाल को देहरादून से चंपावत,नूपुर को हरिद्वार से पौड़ी, लक्ष्मी राज चौहान को टिहरी से हरिद्वार, संदीप कुमार सिंह को पौड़ी से टिहरी, कृष्णनाथ गोस्वामी से टिहरी से नैनीताल भेजा गया है।

इसके साथ ही जितेंद्र वर्मा को रूद्रप्रयाग से बागेश्वर, जितेंद्र कुमार को उत्तरकाशी से हरिद्वार डिप्टी कलेक्टर पद पर भेजा गया है। जबकि नरेश चंद दुर्गापाल को देहरादून डिप्टी कलेक्टर के पद से हटाकर रुद्रपुर नगर निगम का नगर आयुक्त बनाया गया है। सीडीओ ऊधम सिंह नगर विशाल मिश्रा से नगर निगम रुद्रपुर के नगर आयुक्त का प्रभार हटा दिया गया है।

 

उत्तराखंड में आई फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। राज्य के सभी जिला अस्तपालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं। आई फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी लगातार लोगों से आइसोलेट होने को कह रहा है।

वहीं अब स्वास्थ्य विभाग ने कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि जैसा कि आप विदित है कि वर्तमान में कन्जक्टिवाइटिस (आई फ्लू) रोग एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित हो रहा है जो कि एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है।

कंजंक्टिवाइटिस किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है और काफी संक्रामक हो सकता है। अपने जनपद में कन्जक्टिवाइटिस रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु चिकित्सालय स्तर पर समस्त आवश्यक औषधियों की उपलब्धता एवं अन्य तैयारियां सुनिश्चित रखें। कन्जक्टिवाइटिस रोग की रोकथाम के लिए आम जनमानस के मध्य जागरूकता की जाये।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा यदि आपको अपनी आंखों में आई फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करके इलाज कराएं। खुद से ही या ओवर द काउंटर दवाओं या आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें, इससे जोखिम बढ़ सकता है।

कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के लक्षण

आंख की बाहरी झिल्ली और पलक के भीतरी हिस्से में सूजन या संक्रमण। कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू) या आंख आना, कंजक्टिवा नाम की आंख की परत की जलन या सूजन है, जो आंख की पुतली के सफेद हिस्से को प्रभावित करती है, जो कि एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है। कंजक्टिवाइटिस किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है और काफी संक्रामक हो सकता है।

1 आंखों में लाली आना
2 लगातार खुजली जलन होना धुंधली दृष्टि एवं नम आंखें
3 प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, सूजी हुई पलकें
4 पलकों का पपडी दार होना, दृष्टि संबंधित समस्याएंसंक्रमण को फैलने से

कैसे रोकें?

1 कंजक्टिवाइटिस को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई रखना सबसे जरूरी है, इसके अलावा इन बातों का ध्यान भी रखें।
2 अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुए।
3 जब भी जरूरी हो अपने हाथों को धोएं।
4 अपनी निजी चीजों जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से साझा न करें।

5 अपने रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज धोएं।

क्या करें

1 विशेषज्ञ से संपर्क करके इलाज करायें।
2 घर से बाहर या धूल में निकलने से पहले चश्मा पहनना।
3 अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें।

क्या ना करें

1 अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुएं। आंखों को हाथ से नहीं रगड़ना चाहिए।
2 अपनी निजी चीजों जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से साझा न करें ।
3 खुद से ही या ओवर द काउंटर दवाओं याँ आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें।
4 आंखे ठीक होने तक आपको कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से बचना चाहिए।
5 काजल जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट को शेयर न करें।