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मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करना हमारा लक्ष्य: सीएम धामी

News web media Uttarakhand : मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के परेड मैदान में ’स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया एवं क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया. इस अवसर पर सीएम धामी ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं ’एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के अंतर्गत परेड मैदान परिसर में पौधरोपण भी किया. सीएम धामी ने इस अवसर पर बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण भी किया. इससे पहले सीएम धामी ने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन किया और सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की.

इस अवसर पर सीएम धामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए प्रभु से उनके दीर्घायु की कामना की. सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी की स्वच्छता के प्रति सजगता, निष्ठा और नेतृत्व हम सबको प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि आज उनके जन्मदिवस के सुअवसर पर हम स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत कर रहे हैं. यह स्वच्छता पखवाड़ा 2 अक्टूबर को संपन्न होगा.

सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने पीएम बनने के बाद स्वच्छ भारत का मिशन शुरू किया था जिसके कारण आज देश के हर व्यक्ति के अंदर स्वच्छता का भाव उत्पन्न हुआ. सीएम धामी ने कहा कि पीएम के ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयामों पर पहुँचाया है. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में देशभर के अंदर करोडों शौचालय का निर्माण हुआ, कचरा प्रबंधन के लिए जरूरी सुविधाओं का विकास किया गया है और स्वच्छता को लेकर आम लोगों में जागरूकता आयी है.

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड भी स्वच्छता के मामले में सराहनीय प्रगति के साथ आगे बढ़ रहा है.उत्तराखंड को वर्ष 2017 में देश का चौथा ओडीएफ राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ. अब तक राज्य में कुल 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है. इसके अलावा 2600 से भी अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है. 9000 से अधिक गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा किया गया है. 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयां स्थापित कर ली गई हैं. सीएम धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा.

सीएम धामी ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में नगर निगम देहरादून द्वारा जो प्रयास किये जा रहे हैं वो सराहनीय हैं. नगर निगम द्वारा आमजन की सफाई से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24×7 संचालित होता है. इसके अलावा सफाई सुनिश्चित करने के लिए आठ टीमों का गठन करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी जैसे अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं.

सीएम धामी ने कहा कि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में हमारे राज्य की राजधानी देहरादून को भी सम्मिलित किया गया है. यह हम सबके लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता सुनिश्चित करने की दिशा में हम एक अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम ’स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता’ रखी गई है. जिसके जरिये संदेश है कि हम सबको मिलकर आगे बढ़ाना है जिससे जन-जन के स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना आए.

उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर हम शासन-प्रशासन के स्तर पर हम प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह प्रयास तभी सफल होंगे जब इसमें जनभागीदारी होगी. उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने स्तर पर गांव, शहर, मोहल्ले इत्यादि को स्वच्छ बनाने का प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को केवल एक दिन का औपचारिक कार्यक्रम न बनाकर बल्कि इसे हमें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा. उन्होंने कहा कि आज हमने यहां पर पौधरोपण किया है और जो स्वच्छता की शपथ ली है, वो हमारे राज्य को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के हमारे संकल्प को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि आइए हम सब मिलकर अपने आसपास साफ सफाई की जिम्मेदारी लें और हम एक स्वस्थ व स्वच्छ उत्तराखंड बनाने की दिशा में आगे बढ़ें.

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस दिन से हमारे स्वभाव में स्वच्छता आ जाएगी, तो उस दिन से प्रदेश भी स्वच्छ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेशभर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं.

 

लालू यादव हृदय रोग से पीड़ित, मुंबई के अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी

News web media Utttarakhand : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का इलाज इस समय मुंबई के एक अस्पताल में चल रहा है। उन्हें दिल से संबंधित समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के अनुसार, हृदय रोग विशेषज्ञों ने उन्हें एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह दी, जिसे गुरुवार को कार्यान्वित किया गया।

लालू प्रसाद यादव पहले भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर चुके हैं, जिनमें सिंगापुर में किडनी प्रत्यारोपण शामिल है, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी दान की थी। उनकी नाजुक सेहत को देखते हुए अदालत ने उन्हें इलाज कराने की अनुमति दी है, और वे अब विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में अपना इलाज करा रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, लालू प्रसाद यादव को 10 सितंबर को एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया। 76 वर्षीय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को चिकित्सा जांच के बाद एक या दो दिन में छुट्टी मिलने की उम्मीद है। लालू ने 2014 में इसी अस्पताल में महाधमनी वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाई थी और 2018 तथा 2023 में फॉलो-अप के लिए भी यही अस्पताल का दौरा किया था।

वर्तमान में उनके इलाज की देखरेख करने वाली चिकित्सकों की टीम में डॉ. संतोष डोरा और डॉ. तिलक (सुवर्णा) शामिल हैं।

शेयर बाजार में शानदार उछाल, सेंसेक्स में 362 अंकों की वृद्धि, निफ्टी 25,000 का आंकड़ा पार

News web media Uttarakhand : शेयर बाजार ने हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन सकारात्मक दिशा में समापन किया, खासकर टेक शेयरों में देखी गई मजबूती के कारण। मंगलवार को सेंसेक्स, जो 30 प्रमुख शेयरों का बेंचमार्क इंडेक्स है, 361.75 अंकों (0.44%) की बढ़त के साथ 81,921.29 पर बंद हुआ।

वहीं, निफ्टी भी 104.70 अंकों (0.42%) की वृद्धि दर्ज करते हुए 25,041.10 के स्तर पर समाप्त हुआ।

इन सकारात्मक आंकड़ों से निवेशकों की उत्सुकता और बाजार में विश्वास बढ़ा है, जो आगामी कारोबारी दिनों के लिए आशाजनक संकेत प्रदान करता है।

उत्तरकाशी के मोरी में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 3.0 रही तीव्रता

News web media Uttarakhand : उत्तरकाशी के मोरी में आज शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता तीन रही। भूकंप का केंद्र बिंदु सिंगतुर वन क्षेत्र, उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर बताया गया है। हालांकि किसी भी प्रकार हानि की कोई सूचना नहीं है।

तहसील/थाना, चौकियों द्वारा दूरभाष पर ली गई सूचनानुसार जनपद में जिला मुख्यालय व समस्त तहसील/थाना/चौकियों क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए हैं। किसी प्रकार की क्षति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। जनपद में कुशलता हैं।

भूकंप का समय प्रातः- 11:56:32IST
भूकंप की तीव्रता- 03.00
अक्षांश: 31.03N
देशांतर: 78.09 E
गहराई: 05 किमी0भूकंप के हल्के झटकों में बड़ी चेतावनी

राजधानी देहरादून में भी 26 अगस्त रविवार रात भूकंप के हल्के झटके लगे थे। तीव्रता के पैमाने पर भूकंप बेशक हल्का था, लेकिन इसके पीछे बड़ी चेतावनी थी। खतरे की यह घंटी उन गगनचुंबी इमारतों के लिए थी जो दून से गुजर रही भूकंप रेखा के ऊपर या आसपास बनी हैं। पिछले दिनों देहरादून के मास्टर प्लान में भूकंप रेखा को चिह्नित कर उस पर निर्माण को रोकने की पैरोकारी की गई। शासन ने इस पर मुहर भी लगाई।
इसके बावजूद भूकंप रेखा के इर्द-गिर्द लगातार ऊंची इमारतें बन रही हैं, जो दून के लिए खतरा बन रही हैं। देहरादून भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यहां राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और शहंशाही आश्रम से मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन और मोहंड के आसपास से हिमालयन फ्रंट थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजरती है। दून घाटी में 29 अन्य भूकंपीय फाल्ट लाइनें भी हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऊंची आवासीय व व्यावसायिक इमारतें बन रही हैं।

अखिलेश यादव का सुल्तानपुर मुठभेड़ को लेकर बयान- समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है, नकली एनकाउंटर नहीं

News web media Uttarakhand : सुल्तानपुर में सराफा व्यापारी के यहां दिनदहाड़े हुई डकैती के आरोपित बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वास्तविक समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था में है, न कि नकली एनकाउंटर में। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में अपराधियों को खुली छूट मिल गई है और यह अवधि उनके लिए ‘अमृतकाल’ साबित हो रही है।

अखिलेश यादव ने एक्स पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सुल्तानपुर की डकैती में शामिल आरोपियों का सत्ता पक्ष से गहरा संपर्क प्रतीत होता है, जिससे मुख्य आरोपी को नकली एनकाउंटर से पहले ही सरेंडर कराया गया और अन्य आरोपियों को केवल दिखावटी गोली मारी गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जाति देखकर अपराधियों की हत्या की गई।

जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है, तो लूट का पूरा माल भी वापस किया जाना चाहिए और सरकार को पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए, क्योंकि ऐसी घटनाओं से मानसिक आघात होता है जो व्यापारिक नुकसान का कारण बनता है। यादव ने यह भी कहा कि नकली एनकाउंटर समस्या का समाधान नहीं हैं, असली समाधान सच्ची कानून व्यवस्था में है।

भाजपा के शासन में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है और जब तक जनता का विरोध चरम पर नहीं पहुंचता, तब तक लूट की घटनाओं का सिलसिला चलता रहता है। नकली एनकाउंटर सिर्फ एक दिखावा है और जनता अच्छी तरह समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और दूसरों को फंसाया जाता है। यह सब अत्यंत निंदनीय है।

उत्तराखंड में सीएम धामी के निर्देश से शराब के ठेकों पर छापेमारी, ठेका संचालकों में हड़कंप

News web media Utttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 100 से अधिक शराब की दुकानों पर एक व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। अचानक हुए इस अभियान ने शराब ठेका संचालकों में अफरातफरी मचा दी।

छापेमारी के दौरान कई दुकानों की जांच की गई, जिससे अवैध गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन की संभावनाओं पर कड़ी नजर रखी गई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लंबे समय से प्रदेश में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग और शराब तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर उन्होंने प्रशासन और आबकारी विभाग को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

इस निर्देश के तहत, मंगलवार को छापेमारी अभियान के दौरान पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, उधम सिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल जिलों में जांच की गई।

सीएम धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि किसी दुकान पर ओवररेटिंग की शिकायतें सही पाई जाती हैं या स्टॉक और बिक्री रजिस्टर ठीक से मेंटेन नहीं किए गए हैं, तो उन दुकानों को सीज कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओवररेटिंग और शराब की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ समय-समय पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

एम्स बीबीनगर में सीनियर रेजिडेंट के पदों पर आवेदन का आखिरी मौका, अभी करें पंजीकरण

News web media Utttarakhand : ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज, आज बीबीनगर में सीनियर रेजिडेंट (नॉन एकेडमिक) पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया समाप्त कर देगा। इच्छुक, जिन्होंने अभी तक इन पदों के लिए आवेदन नहीं किया है, वे तुरंत एम्स बीबीनगर की आधिकारिक वेबसाइट- aiimsbibinagar.edu.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती का लक्ष्य सीनियर रेजिडेंट के 71 पदों को भरना है।

पात्रता मानदंड
इस भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों का संबंधित क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट (एमडी/ एमएस/ डीएम/ एमसीएच) होना आवश्यक है। इसके साथ ही 31 अगस्त 2024 को ध्यान में रखते हुए आवेदको की अधिकतम आयु 45 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को ऊपरी आयु में नियमानुसार छूट दी जाएगी।
चयन प्रक्रिया
इस भर्ती में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार दौर से गुजरना होगा। साक्षात्कार 3, 4 और 5 सितंबर 2024 को “दूसरी मंजिल, सभागार, एम्स बीबीनगर” के पते पर आयोजित किये जाएंगे। साक्षात्कार का समय सुबह 9 बजे से है, जिसमें शामिल होने के लिए रिपोर्टिंग टाइम सुबह 8 बजे तय किया गया है।

कैसे करें आवेदन?

  • सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट aiimsbibinagar.edu.in पर जाएं।
  • अब होम पेज पर रिक्रूटमेंट में जाकर सीनियर रेजिडेंट पर क्लिक करें।
  • अब आपको अगले पेज पर भर्ती से संबंधित आवेदन लिंक पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद आपको रिक्रूटमेंट पोर्टल पर ईमेल दर्ज करके लॉग इन करना होगा।
  • अब पोर्टल पर पहुंचकर उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।

आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को देवभूमि पत्रकार यूनियन,पंजी. ने आभार-पत्र भेंट किया

News web media Uttarakhand : देवभूमि पत्रकार यूनियन, पंजी. उत्तराखंड के प्रतिनिधि मंडल ने आज मुख्यमंत्री जी के कैम्प कार्यालय में उनसे भेंट कर आभार पत्र भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया । उल्लेखनीय रहे कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा विगत दिनों स्थानीय सूचना निदेशालय का दौरा किया तथा गहन विभागीय निरीक्षण किया । इसी अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा पत्रकारों की चिर प्रतिक्षित मांग पत्रकार कल्याण कोष में 5 करोड़ की अतिरिक्त वृद्धि , पत्रकारों को जीवन बीमे की सुविधा, तहसील स्तरीय प्रेस मान्यता, पाक्षिक व मासिक समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों को भी प्रेस मान्यता प्रदान करना आदि की घोषणा की गई। जिसकी पत्रकारों ने मुख्यमंत्री जी के इन कदम की भूरि भूरी प्रसंसा की गई । मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करने वालों में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल, उपाध्यक्ष अनिल वर्मा, डॉ. वी डी शर्मा, प्रदेश महासचिव, एस एन उपाध्याय, प्रदेश कोषाध्यक्ष, गोपाल सिंघल, प्रदेश सचिव, श्रीमती प्रेमलता भरतरी, हरीश खनेड़ा, जिला अध्यक्ष, नवीन जोशी, जिला महासचिव, रजत शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष आदि मौजूद थे । इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश महासचिव डॉ. वी डी शर्मा ने पत्रकार हितों के लिए उठाए गए कदमों के प्रति माननीय मुखयमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके इन कदमों के प्रति पत्रकारों में हर्ष व संतोष व्याप्त है । पत्रकारों की बाकी मांगों के प्रति भी ध्यान देते हुए पत्रकारों के हितों के प्रति भविष्य में भी आपका सहयोग प्रदेश के पत्रकारों को मिलता रहेगा।

 

उत्तराखंड में एक बार फिर डोली धरती, देहरादून में 3.1 तीव्रता का भूकंप

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोली है. रविवार की रात करीब 9:56 मिनट पर देहरादून में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.1 मापी गई है. भूकंप का केंद्र अक्षांश 30.10 उत्तर और देशांतर 78.07 पूर्व में देहरादून की 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था.

लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते ही हड़कंप मच गया. लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, अभी तक भूकंप से किसी तरह के कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है..

500 करोड़ से धामी सरकार को गिराने की हुई थी कोशिश, इस विधायक ने कर दिया बड़ा खुलासा

News web media Uttarakhand : हाल के दिनों में सत्ता के गलियारों में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा कई दिनों तक गर्म रही। राजनेताओं की दिल्ली दौड़ के बीच राजनीतिक पारा चरम पर था। सत्ता परिवर्तन की जोर आजमाइश के पीछे एक सांसद का हाथ होने की बातें भी सामने आईं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। अब गैरसैण में विधानसभा सत्र में सदन में जो गूंज सुनाई दी, उसने न सिर्फ अटकलों को हकीकत बताया, बल्कि यह सोचने पर भी विवश कर दिया कि नेतृत्व परिवर्तन की खिचड़ी पकाई तो जा रही थी। पर यह हांडी किसने चढ़ाई, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। वही खानपुर विधायक उमेश कुमार ने 500 करोड़ रुपये से धामी सरकार को गिराने, उन्हें मुख्य्मंत्री पद से हटाने के गंभीर आरोप जरूर जड़ दिए।

उन्होंने सदन के साथ ही पत्रकार वार्ता में भी खुलकर गुप्ता बंधु का नाम लिया। उन्होंने कहा कि देहरादून में नामी बिल्डर सतेंदर साहनी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने में भी गुप्ता बंधु का हाथ रहा है। साथ ही कहा कि जो गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका की राजनीती में भ्रष्टाचार का भूचाल लेकर आए, उन्हें उत्तरखंड में शरण देकर वाई और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई।गैरसैण के भराड़ीसैण विधानसभा भवन में मानसून सत्र के दूसरे दिन निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने नियम 58 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने प्रदेश सरकारों में राज्य गठन के समय वर्ष 2000 से शुरुआत करते हुए विभिन्न घोटालों का जिक्र किया और फिर अचानक गुप्ता बंधु का नाम लेकर सबको चौंका दिया।

उन्होंने 24 मई 2024 को पैसफिक गोल्फ एस्टेट स्थित फ्लैट से कूदकर जान देने वाले नामी बिल्डर सतेंदर साहनी का नाम लेते हुए भी गुप्ता बंधु को इसकी वजह बताया। हालांकि, आत्महत्या के इसी मामले में बिल्डर साहनी के सुसाइड नोट के आधार पर गुप्ता बंधु में से एक अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में कुछ समय बाद ही उन्हें जमानत भी मिल गई।उन्होंने 500 करोड़ रुपये के प्रकरण में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सत्र के बाद पत्रकार वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि गुप्ता बंधु के भ्रष्टाचार के कारण जब उनके करीबी जैकब जुमा को वर्ष 2018 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पद से हटा दिया गया था, तब गुप्ता बंधु (अतुल, राजेश और अजय गुप्ता) वहां से फरार हो गए थे।

उस समय उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने गुप्ता बंधु को न सिर्फ पनाह दी, बल्कि जेड श्रेणी की सुरक्षा भी प्रदान कर दी। हालांकि, उत्तराखंड की सरकार में उनका होल्ड वर्ष 2016 से था। तब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। विधायक उमेश कुमार ने कहा कि गुप्ता बंधु के साथ उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार ने तब सांठ-गांठ बढ़ाई, जब उन्हें पकड़ने के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर जैसा अति संवेदनशील नोटिस जारी कर रखा था। उमेश कुमार ने यह भी कहा कि गुप्ता बंधु के साथ किन राजनेताओं के संबंध हैं, इसकी ईडी और सीबीआई से जांच कराई जनि चाहिए। इसी मांग के अनुरूप बिल्डर साहनी आत्महत्या के मामले में पुलिस के पास ऐसे साक्ष्य हाथ लगे हैं, जो इस ओर इशारा करते हैं कि हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के बहाने दून में काला धन खपाने की योजना थी। बाबा साहनी को इसी तरह के ट्रांजेक्शन पर एतराज था। जब बात नहीं बनी तो उन पर करीब 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को अन्य माध्यम से पूरा करने या कंपनी छोड़ने का ऐसा दबाव बढ़ा कि, जिसे झेलने की जगह उन्हें मौत आसान रास्ता नजर आई।

वर्ष 1990 में गुप्ता ब्रदर्स यानी तीनों गुप्ता भाई अतुल, राजेश और अजय गुप्ता दक्षिण अफ्रीका पहुंचे। इन लोगों ने जूतों और कंप्यूटर का छोटा-मोटा कारोबार शुरू किया। धीरे-धीरे इनका धंधा चल निकला। हाथ में पैसे आए तो गुप्ता ब्रदर्स ने पांव पसारने शुरू किए। जल्द ही इन्होने खनन, इंजीनियरिंग, मीडिया और कई अन्य कारोबारों में भी हिस्सेदार खरीदी और दक्षिण अफ्रीका में प्रभावशाली शक्ति बन गए। आरोप है कि गुप्ता ब्रदर्स ने तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा से अपने संबंधों के आधार पर दक्षिण अफ्रीका में जमकर धांधली और घोटाले किए। इतना ही नहीं, इन लोगों ने सरकार से लेकर कंपनियों तक में अपने लोग सेट किए और जिसे जहां से चाहा वहां से हटवा भी दिया।