गिरफ्तार हुई निर्दयी मां: सात साल की बेटी को कोयले से जलाया, पंखे पर लटकाया; 18 से ज्यादा ताजा चोट के निशान मिले

आरोपी मां को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस उसके पति आनंद कुमार की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस इस बात की जांच करने में लगी हुई है कि रेनू ने जब मासूम को गोद लिया था तो फिर उसके साथ दरिंदगी व बेरहमी से क्यों मारपीट करती थी ।

दिल्ली के आरके पुरम इलाके में 7 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में आरके पुरम थाना पुलिस को बीती रात बड़ी सफलता मिली है। आरके पुरम थाना पुलिस ने मासूम के साथ दरिंदगी करने वाली रेनू कुमारी व उसके पति आनंद कुमार को बीती रात रुड़की से पकड़ लिया। दोनों को दिल्ली ले आया गया है। पुलिस रेनू को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी।

दूसरी तरफ पुलिस उसके पति आनंद कुमार की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस इस बात की जांच करने में लगी हुई है कि रेनू ने जब मासूम को गोद लिया था तो फिर उसके साथ दरिंदगी व बेरहमी से क्यों मारपीट करती थी। आरके पुरम थाना पुलिस बच्ची के साथ बेरहमी से मारपीट करने के मामले में रेनू कुमारी के बेटे जॉनी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं।

गौरतलब है कि बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर 18 से ज्यादा चोटों के निशान हैं। यह वह चोट है जो अभी दिखाई दे रही हैं और ताजा हैं।  पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुरानी चोटों के भी काफी निशान बने हुए हैं।

हाथ बांधकर बच्ची को घंटों पंखे से लटकाया

सफदरजंग अस्पताल की आरोपी नर्स व बेटे ने सारी हदें पार करते हुए बच्ची को गर्म चिमटे से दागकर कोयलों से जलाया और गर्म पतीले पर बैठाकर यातनाएं दीं। इतना ही नहीं निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई।
नर्स के बेटे ने बच्ची को कई घंटे पंखे से भी लटकाकर रखा। बिना कपड़ों के बच्ची को बालकनी में कड़ाके की सर्दी में बैठा दिया गया। बच्ची से जब दर्द सहन नहीं हुआ था तो उसने स्कूल में शिक्षिका को सारी बात बताई। इसके बाद आरके पुरम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी नर्स के बेटे जॉनी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि आरोपी नर्स फरार है।

दर्द की इंतहा हुई तो बच्ची ने टीचर को बताई सारी बात

दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी मनोज सी ने बताया कि बच्ची से दरिदंगी की शिकायत आरकेपुरम थाना पुलिस को नौ फरवरी को मिली थी। बच्ची के शरीर पर जलने व चोट के निशान थे। जांच में पता लगा कि आरोपी ने बच्ची को कुछ साल पहले गोद लिया था। बच्ची आरकेपुरम में एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती है। जब बच्ची खड़े होने में दर्द से कराहने लगी तो शिक्षिका को सारी बात बताई। शिक्षिका ने इसकी जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) और पुलिस को दी।

छाती पर घूसे मारती थी मां, निजी अंगों पर भी पहुंचाए चोट

बच्ची ने शिकायत में कहा है कि मां ने उसकी जीभ को चाकू से काटा और हथेली को कोयले से जलाया है। मां डंडे और तार से मारती थी। चार्जर की तार से कई बार गला दबाने की कोशिश की गई। उसकी छाती पर घूसे भी मारती थी। जनवरी में निजी अंगों पर चाकू से चोट पहुंचाकर गर्म चूल्हे पर बैठा दिया गया। गर्मी के दिनों पर बिना कपड़ों के छत पर सुलाया और सर्दियों में बिना कपड़ों के बालकनी में लिटा दिया। वहीं, आरोपी महिला के बेटे जॉनी ने पंखे से कई घंटे लटकाए रखा। अश्लील हरकत भी की। कई बार बेल्ट से मारा गया। जब कामवाली नहीं आती थी तब बच्ची से सारा काम भी करवाया जाता था।

18 से ज्यादा ताजा चोट के निशान मिले

आरकेपुरम में दरिंदगी की शिकार सात वर्षीय मासूम के निजी अंगों समेत शरीर पर ताजा चोटों के 18 से ज्यादा निशान मिले हैं। पुलिस को मिली मेडिकल रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है। रिपोर्ट से पता लगा है कि बच्ची के निजी अंगों पर काटने के निशान भी हैं। हालांकि, बच्ची के साथ शारीरिक छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची ने भाई जाॅनी पर छेड़छाड़ व अश्लील हरकत का आरोप लगाया था।

दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस के अनुसार, मेडिकल रिपोर्ट से बच्ची के शरीर पर ताजा चोटों के 18 से ज्यादा निशान मिले हैं। ये वे चोटें हैं जो दिख रही हैं। सभी चोटें बच्ची के शरीर पर पीठ, कमर के नीचे, हाथ और गर्दन आदि जगहों पर हैं। बच्ची के शरीर पर पुरानी चोटों के भी काफी निशान हैं। काफी जख्म तो ऐसे हैं जो भर गए हैं। डर की वजह से बच्ची काफी दिनों से यातनाएं सहन कर रही थी। जब दर्द उससे सहन नहीं हुआ तो उसने स्कूल शिक्षिका को ये बात बताई।

सोते हुए डर जाती है बच्ची, उठकर चिल्लाने लगती है

इसके बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची को 12 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के जरिए बच्ची ने नौ फरवरी को आरके पुरम थाना पुलिस को शिकायत दी थी। बयान नहीं होने से पुलिस ने 10 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी। बच्ची सीडब्ल्यूसी की निगरानी में बाल गृह में रह रही है। बताया जा रहा है कि सोते हुए बच्ची डर जाती है और उठकर चिल्लाने लगती है। पुलिस बच्ची पर पूरी निगरानी रख रही है।

Turkey Earthquake: भूकंप के चलते तुर्किये और सीरिया में कुल 41 हजार लोगों की मौत! मनोचिकित्सक बोले- उबरने में लगेगा लंबा समय

शरणार्थी शिविर में काम कर रहीं मनोचिकित्सक हासिबे एबरु का कहना है कि भूकंप का लोगों की मनोस्थिति पर गहरा असर पड़ा है। लोग भारी पीड़ा और तनाव से गुजर रहे हैं।

बीते हफ्ते तुर्किये और सीरिया में आए शक्तिशाली भूकंप से बड़ी संख्या में बच्चे बेघर हो गए हैं। साथ ही प्रभावित बच्चे अभी तक भूकंप से लगे सदमे से उबर नहीं पाए हैं और कई तनाव के शिकार हो गए हैं। शरणार्थी कैंपों में बच्चों को पढ़ा रहीं एक महिला अध्यापक ने बताया कि बच्चे अभी तक भूकंप के बारे में बात करते हैं और वह बिल्डिंग ब्लॉक बनाकर पूछते हैं कि क्या ये बिल्डिंग भूकंप के लिहाज से ठीक है? क्या यह पर्याप्त मजबूत है? इसके अलावा बच्चे खिलौनों से खेलते हुए भी भूकंप के बारे में बात करते रहते हैं।

बता दें कि भूकंप के चलते तुर्किये और सीरिया में कुल 41 हजार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग कई दिनों तक मलबे में दबे रहने के बाद सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं। इस दौरान उन्होंने जिस डर और ठंड का सामना किया, उसके तनाव से वह अब तक उबर नहीं पाए हैं। कई लोगों ने भूकंप में अपनों को खो दिया है और कई लोगों का भूकंप में सबकुछ तबाह हो गया है।

शरणार्थी शिविर में काम कर रहीं मनोचिकित्सक हासिबे एबरु का कहना है कि भूकंप का लोगों की मनोस्थिति पर गहरा असर पड़ा है। लोग भारी पीड़ा और तनाव से गुजर रहे हैं। कई लोगों को लगता है कि वह पागल हो जाएंगे।  एबरु बताती हैं कि वह लोगों से कहती हैं कि वह जो महसूस कर रहे हैं, यह सामान्य है। जैसे जैसे वह सुरक्षित वातावरण में जाएंगे तो उनकी परेशानी कम होती जाएगी। लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है।

डॉक्टरों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों को मानसिक आघात लगा है। जिसके चलते उन्हें स्ट्रेस डिसऑर्डर और पैनिक अटैक आ रहे हैं।

Uttarakhand Cabinet Decision: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बसे लोगों के पुनर्वास के लिए तीन माह में नीति तैयार की जाएगी।

प्रदेश मंत्रिमंडल ने ऐसे 21 प्रस्तावों पर अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दी। ये सभी फैसले दिसंबर महीने में हुई प्रशासनिक अधिकारियों की कांफ्रेंस में लिए गए थे। नियोजन विभाग ने एक कैबिनेट नोट के माध्यम से प्रस्ताव रखा था। प्रत्येक निर्णय के लिए समय-सीमा तय की गई है।

प्रदेश की नदियों के किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बसे लोगों के पुनर्वास के लिए तीन माह में नीति तैयार की जाएगी। सरकार अब अवस्थापना से जुड़े कार्यों की निगरानी ड्रोन से करेगी। उन इलाकों में दोपहिया एंबुलेंस चलाई जाएगी, जहां चौपहिया एंबुलेंस के पहुंचने में कठिनाई है। चौबटिया उद्यान को आयुष हब बनाया जाएगा।

प्रदेश मंत्रिमंडल ने ऐसे 21 प्रस्तावों पर अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दी। ये सभी फैसले दिसंबर महीने में हुई प्रशासनिक अधिकारियों की कांफ्रेंस में लिए गए थे। नियोजन विभाग ने एक कैबिनेट नोट के माध्यम से प्रस्ताव रखा था। प्रत्येक निर्णय के लिए समय-सीमा तय की गई है।

-बीमार एवं जरूरतमंद लोगों तक शीघ्र पहुंचने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में बाइक-एंबुलेंस चलेंगी। स्वास्थ्य व फील्ड कर्मियों के लिए बाइक की व्यवस्था
-पिथौरागढ़ के धारचूला स्थित गूंजी में उप तहसील बनेगी
-वन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देकर रोजगार व राजस्व में वृद्धि के की योजना बनाई जाएगी

-पर्वतीय क्षेत्रों में मत्स्य तालाब निर्माण के मानक को 100 से घटाकर 50 वर्ग मीटर किया जाएगा
-सड़क हादसों को रोकने के लिए क्रैश बैरियर लगेंगे

-जिला सेक्टर योजना के लिए पूरे साल का कैलेंडर तैयार होगा
-ऐसी योजनाओं में तीन लाख से कम का कार्य का प्रस्ताव नहीं लिया जाएगा

-शहरों से भीड़ कम करने के लिए सार्वजनिक सुविधाओं को अन्य स्थान पर स्थापित होंगी
-शहरी क्षेत्रों के पार्कों, सड़कों, दुकानों का पहाड़ी शैली में सौंदर्यीकरण होगा

-मॉल रोड नैनीताल की तर्ज पर अल्मोड़ा में पटाल बाजार विकसित होगा
-हर की पैड़ी का उज्जैन महाकाल व काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर नया कॉरिडोर बनाया जाएगा।

-हर जिले में कम से कम एक सामुदायिक रेडियो स्थापित किया जाएगा। आपदा प्रबंधन विभाग नोडल एजेंसी होगा।
-जीएमवीएन व केएमवीएन का विलय करते हुए नए पर्यटन क्षेत्रों का विकास होगा। दोनों की परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण होगा।

-विश्व बैंक और एडीबी के सहयोग से पिंडारी ग्लेशियर एवं अन्य मार्गों पर बने बुनियादी ढांचे का उपयोग स्वयं सहायता समूह और फेडरेशन के माध्यम से पीपीपी अवधारणा पर किया जाएगा।

-राज्य में गुफा पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। तीन माह में ऐसे स्थान चिन्हित होंगे। पहले चरण में पिथौरागढ़ में गुफा चिन्हित कर पर्यटकों के लिए विकसित की जाएगी।
-सीमांत जिलों में इनर-लाइन पास के लिए ऑनलाइन सिस्टम बनाया जाएगा।

-खिलाड़ियों के लिए उच्च ऊंचाई (हाई एल्टीटयूड) वाले स्थान पर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित होगा।

शहरों-कस्बों में भीड़ कम करने के लिए बाहर होंगे सरकारी दफ्तर
प्रशासनिक अधिकारी कांफ्रेंस के निर्णय के मुताबिक, राज्य के शहरों और कस्बों में भीड़-भाड़ कम करने के लिए सरकारी दफ्तरों को बाहर किया जाएगा। इनमें पशु चिकित्सालय, लोनिवि, सिंचाई, केएमवीएन, जीएमवीएन, गोदाम, कृषि मंडी जैसी सार्वजनिक सुविधाएं शामिल हैंं। अगले तीन माह में ऐसे भवनों का चिन्हीकरण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। इस पर अंतिम निर्णय राज्य स्तर पर गठित अनुशंसा समिति करेगी।

 

Dehradun Lathicharge: पत्थरबाजों को बाहरी बताकर अपने बयान में उलझी पुलिस, ये तर्क बना जमानत का बड़ा आधार

कोर्ट में पुलिस ने आरोपियों की जमानत का विरोध किया। लेकिन, खुद पुलिस अधिकारियों के बयान ही जमानत का आधार बने। बचाव पक्ष ने मजबूत तर्क रखा कि जब पथराव और उपद्रव में पुलिस बाहरी लोगों का हाथ बता रही है तो बेवजह इन 13 युवाओं को जेल में क्यों रखा जा रहा है।

कोर्ट ने इस तर्क को भी जमानत का बड़ा आधार माना है। दरअसल, पथराव और उपद्रव के बाद पुलिस कप्तान ने बयान जारी कर कहा था कि इसमें युवाओं का हाथ नहीं है। धरने में बाहर से कुछ असामाजिक तत्व शामिल हो गए थे। उन्होंने युवाओं के बीच से पथराव किया है। इसमें पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं।

इस बात को बचाव पक्ष ने कोर्ट के सामने रखा और बताया कि पुलिस पथराव करने वालों को चिन्हित कर रही है। इनमें से कोई भी बॉबी और जेल में बंद उनका साथी नहीं है। पुलिस खुद मान रही है कि पथराव बाहरी तत्वों ने किया है तो इन 13 को जेल में बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है।

पुलिस ने जमानत के विरोध में पांच युवाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्योरा भी प्रस्तुत किया।

अभियोजन की ओर से कहा गया कि इन सबका आपराधिक इतिहास है। ऐसे में इनका बाहर आना कानून व्यवस्था के लिए खतरा हो सकता है।

इनमें बॉबी पर चार, शुभम नेगी पर तीन, नितिन दत्त पर दो, राम कंडवाल पर दो और मोहन कैंथुला पर दो मुकदमों की जानकारी रखी गई।

इस पर कोर्ट ने माना कि इन मुदकमों में कोई भी आरोपी जेल नहीं गया है। ऐसे में सिर्फ मुकदमे दर्ज होना जमानत रद्द करने का आधार नहीं है।

Dehradun Fire: देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात लगी भीषण आग, सिलिंडर में भी हुआ धमाका, लाखों का नुकसान

देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने से सिलिंडर भी ब्लास्ट हुआ, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग की पांच गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धर्मपुर चौक के पास एक टेंट गोदाम में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया। आग लगने से लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
जानकारी के अनुसार, देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने से सिलिंडर भी ब्लास्ट हुआ, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग की पांच गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल आग लगने की वजह का पता नही चल पाया है।

2023 ICC Ranking: टीम इंडिया सभी प्रारूपों में बनी नंबर-1, भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ ये कारनामा

स्‍पोर्ट्स डेस्‍क। भारतीय टीम ने बुधवार को आईसीसी द्वारा जारी ताजा टेस्‍ट टीम रैंकिंग में शीर्ष स्‍थान हासिल करके इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में नंबर-1 टीम बन गई है। इससे पहले ‘मेन इन ब्‍ल्‍यू’ वनडे और टी20 इंटरनेशनल प्रारूप में शीर्ष स्‍थान पर काबिज थी। भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है जब राष्‍ट्रीय टीम तीनों प्रारूपों में एकसाथ शीर्ष पर काबिज हो।

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच हाल ही में नागपुर टेस्‍ट खत्‍म हुआ, जिसके बाद आईसीसी टेस्‍ट टीम रैंकिंग जारी हुई। इसमें भारतीय टीम ने ऑस्‍ट्रेलिया को पछाड़कर शीर्ष स्‍थान हासिल किया। भारतीय टीम के टेस्‍ट रैंकिंग में 115 रेटिंग है। वहीं ऑस्‍ट्रेलिया के 111 रेटिंग अंक है। टेस्‍ट टीम रैंकिंग में इंग्‍लैंड की टीम 106 रेटिंग के साथ तीसरे स्‍थान पर काबिज है। न्‍यूजीलैंड (100 रेटिंग) और दक्षिण अफ्रीका (85) क्रमश: चौथे और पांचवें स्‍थान पर जमे हुए हैं।

हर प्रारूप में नंबर-1

भारतीय फैंस के लिए बड़ी खुशी है कि राष्‍ट्रीय टीम खेल के तीनों प्रारूपों में नंबर-1 बन गई है। भारत पहले से वनडे और टी20 इंटरनेशनल प्रारूप में टॉप पर काबिज है। वनडे टीम रैंकिंग की बात करें तो भारत 114 रेटिंग के साथ शीर्ष पर काबिज है। ऑस्‍ट्रेलिया यहां भी 112 रेटिंग के साथ दूसरे स्‍थान पर काबिज है। न्‍यूजीलैंड और इंग्‍लैंड के संयुक्‍त रूप से 111 रेटिंग है और यह टीमें तीसरे व चौथे स्‍थान पर काबिज है। पाकिस्‍तान की टीम 106 रेटिंग के साथ पांचवें स्‍थान पर जमी हुई है।

टी20 इंटरनेशनल में भी टॉप

भारतीय टीम टी20 इंटरनेशनल टीम रैंकिंग में भी नंबर-1 पर काबिज है। भारतीय टीम के 267 रेटिंग प्‍वाइंट हैं। यहां भारतीय टीम टी20 वर्ल्‍ड कप चैंपियन इंग्‍लैंड से केवल एक रेटिंग प्‍वाइंट आगे है। इंग्‍लैंड के 266 रेटिंग प्‍वाइंट हैं। पाकिस्‍तान की टीम 258 रेटिंग अंक के साथ तीसरे स्‍थान पर काबिज है। दक्षिण अफ्रीका (256) और न्‍यूजीलैंड (252) क्रमश: चौथे व पांचवें स्‍थान पर काबिज है।

Kedarnath: तीर्थयात्रियों को नहीं करना पड़ेगा इंतजार, एक घंटे में 1200 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन, मिलेगा टोकन

इस बार प्रशासन व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में भीड़ प्रबंधन और यात्रियों के घंटों लाइन में खड़े होने की समस्या को दूर करने के लिए टोकन व्यवस्था की योजना बनाई है।

आगामी यात्राकाल में केदारनाथ में एक घंटे में 1200 श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे। इस बार दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है। ताकि यात्रा व्यवस्था का व्यवस्थित रखा जाए।

इस बार प्रशासन व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में भीड़ प्रबंधन और यात्रियों के घंटों लाइन में खड़े होने की समस्या को दूर करने के लिए टोकन व्यवस्था की योजना बनाई है। इस बार पहले दिन से ही धाम में पहुंचने वाले श्रद्घालुओं को टोकन दिए जाएंगे जो एक-एक घंटे के स्लॉट के हिसाब से होंगे। टोकन में संख्या और दर्शन के लिए समय अंकित होगा। अधिकारियों के अनुसार, बाबा केदार के दर्शन आसानी से हो सके। इसके लिए एक घंटे में 1200 श्रद्धालुओं को ही टोकन दिया जाएगा।

ऐसे में अगर धर्म दर्शन के लिए मंदिर को 12 घंटे खोला जाता है तो इस दौरान 14,400 श्रद्घालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा यात्राकाल में यात्रियों की बढ़ती संख्या, मौसम और अन्य हालातों को ध्यान में रखते हुए तय लक्ष्य को कम-ज्यादा किया जा सकता है। बता दें कि बीते वर्ष धाम में 15 लाख 63 हजार से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए थे।

लाउडस्पीकर से होती रहेगी टोकन नंबर की घोषणा
केदारनाथ में एक-एक घंटे के स्लॉट के आधार पर टोकन वितरित किए जाएंगे। टोकन वितरण के लिए मंदिर से दो सौ मीटर पहले काउंटर लगाए जाएंगे जिससे किसी को कोई दिक्कत न हो। साथ ही टोकन वितरण के लिए समय-समय भी निर्धारित की जाएगी।

पूजा-अर्चना के लिए लेना होगा अलग समय
यात्राकाल में देश के विभिन्न प्रांतों के श्रद्घालु बाबा केदार का महाभिषेक, रुद्राभिषेक सहित अन्य पूजाओं व आरती के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग करते हैं। बीते वर्ष की भांति इस बार भी पूजा-अर्चना के लिए अलग से समय तय किया जाएगा जिससे धर्म दर्शन के दौरान यात्रियों को कोई दिक्कत न हो।

केदारनाथ में यात्रा को व्यवस्थित और सुलभ बनाने के लिए इस बार टोकन सिस्टम लागू किया जा रहा है। एक-एक घंटे के स्लॉट के हिसाब से टोकन दिए जाएंगे। टोकन में क्रम संख्या और दर्शन का समय अंकित होगा। इस व्यवस्था से यात्रा के सफल संचालन में मदद मिलेगी। साथ ही दर्शनार्थियों की सही संख्या भी मिलेगी।

 

Uttarakhand Cabinet: आज होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले हो सकते हैं,बजट सत्र की तारीख भी होगी तय

Uttarakhand Cabinet Meeting Today: विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर निर्णय होने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावितों के लिए पुनर्वास एवं विस्थापन नीति के प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। साथ ही राज्य में भूमि की नई सर्किल दरों के प्रस्ताव समेत विभिन्न विभागों के मुद्दे व विभागीय सेवा नियमावली के प्रस्तावों पर चर्चा होगी।

बैठक में विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर भी निर्णय हो सकता है। साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है। पिछली कैबिनेट बैठक में आंदोलनकारियों के आरक्षण के मुद्दे पर मंत्रिमंडलीय उपसमिति बनाई गई थी। उपसमिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दे दी है। कैबिनेट के समक्ष उपसमिति की सिफारिशें रखी जाएंगी। इसके आधार पर कैबिनेट निर्णय देगी।

कैबिनेट में परिवहन विभाग के सरकारी वाहनों की खरीद के प्रस्ताव और नई पर्यटन नीति का प्रस्ताव भी आ सकता है। यात्रा सीजन शुरू होने से पहले सरकार नीति लाना चाहती है ताकि उसके बारे में सभी हित धारकों को समय पर जानकारी हो सके। बैठक में अवस्थापना विकास एवं निवेश बोर्ड, विधायक विकास निधि में बढ़ोतरी, गृह, कार्मिक समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों से जुड़ी सेवा नियमावली व उनमें संशोधन के प्रस्ताव भी आ सकते हैं।

व्हाइट हाउस का खुलासा: सिर्फ विमान समझौते तक सीमित नहीं थी बाइडन-मोदी की चर्चा, जानें और किस मुद्दे पर हुई बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की और इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (14 फरवरी) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी के महत्व पर चर्चा की। इसके अलावा आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने और अपनी साझा प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार करने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई। एअर इंडिया और बोइंग सौदे को ऐतिहासिक और इसे परस्पर लाभकारी सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण करार दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विस्तार करने और अवसरों का उपयोग करने के लिए भी आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने हाल ही में वाशिंगटन डीसी में क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीईटी) पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।

दोनों नेताओं ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारों के महत्व पर भी चर्चा की। और दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे लिए आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रेस सचिव जीन-पियरे  के अनुसार, उन्होंने बोइंग से 200 से अधिक अमेरिकी निर्मित विमान खरीदने के लिए एयर इंडिया के ऐतिहासिक समझौते पर चर्चा की। जीन-पियरे ने कहा राष्ट्रपति बाइडन ने नोट किया कि कैसे बिक्री 44 राज्यों में 1 मिलियन से अधिक अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी और एयर इंडिया को भारत में हवाई परिवहन की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मदद करेगी।

बोइंग-एयर इंडिया सौदे की घोषणा करते हुए बाइडेन ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर वह भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत एयरलाइन 190 B737 MAX, 20 B787, और 10 B777X को कुल 220 फर्म ऑर्डर के लिए खरीदेगी, जिसका मूल्य 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।

सौदे में अतिरिक्त 50 बोइंग 737 मैक्स और 20 बोइंग 787 के लिए ग्राहक विकल्प भी शामिल होंगे, सूची मूल्य पर कुल 45.9 बिलियन अमरीकी डालर के कुल 290 हवाई जहाज। एयर इंडिया का ऑर्डर बोइंग का डॉलर मूल्य में अब तक का तीसरा और विमानों की संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है।

Dehradun Bar Association Election: देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे। सोमवार को कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। पहले नामांकन 20 फरवरी को होना था। लेकिन फिर 14 फरवरी को भरा जाना तय किया गया। कल नाम वापसी और 27 फरवरी को चुनाव होंगे। 28 को मतगणना के बाद परिणाम आ जाएगा। इस बार 3474 अधिवक्ता मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

मतदान 27 फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक होगा। अगले दिन मतगणना सुबह 10 बजे से की जाएगी। बता दें कि इस साल पहली बार मतदान के अगले दिन मतगणना होगी। इससे पहले मतदान के दिन ही मतणना देर रात तक चलती थी। चुनाव लड़ने वाले अधिवक्ताओं ने प्रचार तेज कर दिया है।