Uttarakhand:उत्तराखंड सहित 11 हिमालयी राज्यों को विशेष दर्जा दिया जाएगा,महाधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव पास

News web media Uttarakhand : पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में शामिल पूर्व पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल ने नार्थ ईस्ट के साथ ही उत्तराखंड सहित सभी हिमालयी राज्यों को इस श्रेणी में रखे जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया।

केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर उत्तराखंड सहित 11 हिमालयी राज्यों को विशेष दर्जा दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुए पार्टी के महाधिवेशन में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है। इस कमेटी में उत्तराखंड कांग्रेस के दो दिग्गज नेता पूर्व पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल भी शामिल थे।

उत्तराखंड राज्य को वर्ष 2001 में केंद्र की अटल विहारी वाजपेयी सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा दिया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया। अखिल भारतीय कांग्रेस के रायपुर में हुए महाधिवेशन में तमाम प्रस्ताव पास किए गए। इनमें नार्थ ईस्ट राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव भी रखा गया था।

पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में शामिल पूर्व पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल ने नार्थ ईस्ट के साथ ही उत्तराखंड सहित सभी हिमालयी राज्यों को इस श्रेणी में रखे जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना आदि ने दोनों नेताओं को इसके लिए बधाई दी है। पूर्व सीएम हरीश ने इसे गोदियाल-प्रीतम इफेक्ट नाम दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राजनीतिक प्रस्ताव में उत्तराखंड सहित हिमाचल, जम्मू कश्मीर और पर्वतीय राज्यों के लिए विशेष दर्जे का राज्य बनाने का वादा किया गया है। यह भविष्य के लिए एक शुभ संकेत है।

Uttarakhand weather: तीन हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिलेगी ,बिजली गिरने के साथ ही ओलावृष्टि भी हो सकती है।

Uttarakhand Weather Update: प्रदेश में आज से एक मार्च तक मौसम खराब बना रहेगा। कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिलेगी।

उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के एक बार सक्रिय होने और उत्तर पूर्वी हवाओं के दबाव के चलते अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ में बारिश होने की संभावना है। साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व बिजली गिरने की संभावना है। जबकि राज्य के शेष जिलों में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सोमवार से दो मार्च तक राज्य के पर्वतीय इलाकों खासकर उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है। कुछ इलाकों में बिजली गिरने के साथ ही ओलावृष्टि भी हो सकती है।

फरवरी में हुई सामान्य से कम बारिश

बता दें कि पिछले कई दिनों से राज्य के मैदान से लेकर पहाड़ तक गर्मी देखने को मिल रही है। पर्वतीय इलाकों में दिन में अधिकतम तापमान 20 डिग्री का आंकड़ा छू रहा है। ऐसे में लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि, आने वाले दिनों में गर्मी से राहत मिल सकती है। उल्लेखनीय पहलू यह है कि फरवरी माह में इस साल सामान्य से बेहत कम बारिश हुई है। पूरे फरवरी माह में सिर्फ तीन बार ही पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद हल्की बारिश देखने को मिली है।

Pushkar Singh Dhami: टिहरी पहुंचे सीएम धामी, दी पांच अरब 33 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात

Pushkar Singh Dhami: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद टिहरी गढ़वाल को सौगात देते हुए विभिन्न विभागों की पांच अरब 33 करोड़ 20 लाख 89 हजार की विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। जिसमें जनपद के सभी 6 विधानसभाओं की विकास योजनायें शामिल रही।

सीएम धामी ने 1 अरब 58 करोड़ 21 लाख 4 हजार की विकास योजनाओं का लोकार्पण और 3 अरब 74 करोड़ 99 लाख 85 हजार की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया।

कुल 45 योजनाओं का लोकार्पण व 93 योजनाओं का शिलान्यास

टिहरी, धनोल्टी, घनसाली, प्रतापनगर, नरेंद्रनगर व देवप्रयाग विधानसभाओं के लिए क्रमश: 56 करोड़ 5 लाख 87 हजार, 21 करोड़ 92 लाख 35 हजार, 1 अरब 64 करोड़ 89 लाख 82 हजार, 76 करोड़ 99 लाख 84 हजार, 1 अरब 36 लाख 30 हजार व 47 करोड़ 8 लाख 27 हजार की विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया।

जबकि इसके अतिरिक्त समस्त विधानसभाओं के लिए 65 करोड़ 88 लाख 27 हजार की योजनाओं का भी लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। सीएम ने कुल 45 योजनाओं का लोकार्पण व 93 योजनाओं का शिलान्यास किया।

शनिवार को सीएम धामी दो दिवसीय भ्रमण पर टिहरी पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नई टिहरी पीआईसी मैदान में पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री टिहरी प्रभारी मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी टिहरी पहुंचे। टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार, विजय सिंह पंवार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

Earthquake Alert: उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों में बड़े भूकंप की आशंका, आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट

पिथौरागढ़. तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. अब भारत में भी इससे भयंकर भूकंप आने की आशंका जताई गई है. यह आशंका राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान में भूकंप विज्ञान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एन पूर्णचंद्र राव ने जताई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि तुर्की से भी बड़े भूकंप का खतरा उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों पर मंडरा रहा है, जिसके बाद से ही भूकंप को लेकर हिमालयी इलाकों के लोग सहमे हुए हैं.

भू-वैज्ञानिक एन पूर्णचंद्र राव के अनुसार, उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों की प्लेटों पर तनाव काफी बढ़ा है, जो कभी भी निकल सकता है, जिससे एक बड़ा भूकंप उत्तराखंड में आ सकता है, जिसका असर दिल्ली तक रहेगा.

पिथौरागढ़ जिले की अगर बात की जाए, तो यह क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन 5 में आता है और यहां छोटे भूकंप आते रहते हैं. बीते दिन ही यहां फिर धरती डोली, जिसकी तीव्रता 4.4 रही. कई वैज्ञानिकों का कहना है कि छोटे भूकंप आने से बड़े भूकंप का खतरा कम रहता है. हिमालयी इलाकों में छोटे भूकंप आने से धरती की प्लेटों का प्रेशर रिलीज होते रहता है, जिससे बड़े भूकंप की आशंका कम रहती है. उत्तराखंड में बड़े भूकंप की आशंका को देखते हुए पिथौरागढ़ का आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट हो गया है.

भूकंप से नुकसान कम करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है और इससे निपटने के लिए हर ब्लॉकों में आवश्यक सामग्री पहुंचाई गई है, जिससे समय रहते तुरंत राहत मिल सके. बताते चलें कि उत्तराखंड में पिछले 30 सालों में 1999 में चमोली में अब तक का सबसे बड़ा भूकंप आया है, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल में 6.8 रही और इस भूकंप में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

Uttarakhand: सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आएंगी भोजन माताएं, रिटायरमेंट पर मिलेगी सम्मान राशि

News Web Media uttarakhand : महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने पर महिला कल्याण कोष से 30 हजार की धनराशि दी जाती है। जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने वाली भोजन माताओं के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता।

उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में कार्यरत भोजन माताओं को 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति पर सम्मान राशि देने की तैयारी है। इसके लिए पांच करोड़ का कॉरपस फंड बनाया जाएगा। जिसके ब्याज से हर साल औसतन सेवानिवृत्त होने वालीं 600 भोजन माताओं को 10 से 25 हजार की सम्मान राशि दी जाएगी। विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। वहीं उन्हें सामाजिक सुरक्षा के दायरे में भी लाने का प्रस्ताव है।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने पर महिला कल्याण कोष से 30 हजार की धनराशि दी जाती है। जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने वाली भोजन माताओं के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता। सरकार की ओर से अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तर्ज पर अब भोजन माताओं को भी सम्मान राशि देने की तैयारी है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है।

प्रस्ताव दो तरह का है। पहले प्रस्ताव में कहा गया है कि भोजन माताओं से हर महीने 144 रुपये अंशदान लिया जाए या फिर सरकार की ओर से इसे जमा किया जाए, ऐसा करने से सेवा से हटने पर उन्हें 8654 से लेकर 51923 की धनराशि मिलेगी। जबकि 60 साल में सेवानिवृत्त होने पर उन्हें 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक की धनराशि दी जाएगी।

3000 रुपये मानदेय को बढ़ाकर 5000 करने का भी है प्रस्ताव
प्रदेश में भोजन माताओं को अभी हर महीने तीन हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। इसमें 900 रुपये केंद्र सरकार की ओर से एवं 2100 रुपये राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 3000 रुपये मानदेय को बढ़ाकर 5000 किए जाने का केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।

पहला प्रस्ताव

यदि मानदेय से 144 रुपये कटौती की जाती है, या सरकार अंशदान देती है तो


कार्य अवधि साल       सेवा से हटने पर     मौत पर
5                                8654               60577
10                               17308             60577
15                               25962             60577
20                               34615             60577
25                                43269             60577
30                                51932             60577


दूसरा प्रस्ताव

60 साल में सेवानिवृत्त होने पर मिलने वाली सम्मान राशि

कार्य अवधि वर्ष में              धनराशि
0-5                                  10000
6-10                                15000
11-20                               20000
21-30                               25000

Corona In Uttarakhand: प्रदेश में शून्य हुई कोरोना मरीजों की संख्या, एक हफ्ते से नहीं आया एक भी एक्टिव केस

Uttarakhand Corona Update:  प्रदेश में 15 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 4 लाख 49 हजार 472 कोविड पॉजिटिव केस दर्ज किए गए।

उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 का एक भी सक्रिय मरीज सामने नहीं आया है। जिसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भले ही प्रदेश में कोरोना का एक भी सक्रिय केस न हो, लेकिन मौसम को देखते हुए सभी को सर्तक रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क जरूर पहनें। साथ ही जिन लोगों ने टीकाकरण का कोर्स पूरा नहीं किया है, वे समय पर अपना टीकाकरण अवश्य कराएं। 

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर अधिकारियों को विशेष सावधानी और जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश समय-समय पर दिए गए। जिसका नतीजा है कि प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से एक भी मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में कोरोना की जांच लगातार की जा रही है। 

15 मार्च को सामने आया था पहला मरीज

प्रदेश में 15 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 4 लाख 49 हजार 472 कोविड पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। इस वर्ष 1 जनवरी 2023 के अब तक राज्य में केवल 78 मामले सामने आए हैं। विभागीय सक्रियता व आम लोगों की जागरूकता व सावधानी के चलते तीन साल बाद अब प्रदेशभर में पिछले एक सप्ताह से कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है। ये प्रदेशवासियों के लिये राहत देने वाली बात है। 

Uttarakhand:देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लरों के बड़ा कारोबार, टैक्स चोरी को लेकर की गई कार्रवाई

News web Media Uttarakhand: राज्य कर विभाग को देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लरों के बड़ा कारोबार करने की सूचना मिली। लेकिन कारोबार के अनुसार टैक्स जमा नहीं कर किया जा रहा था। इस पर विभाग ने चार प्रतिष्ठित पार्लरों के आठ ठिकानों पर छापा मार कर कार्रवाई की। ब्यूटी पार्लरों के खिलाफ टैक्स चोरी को लेकर यह पहली कार्रवाई हुई है।

राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा ने जीएसटी चोरी पर पहली बार ब्यूटी पार्लरों पर छापा मारा है। चार प्रतिष्ठित पार्लरों के देहरादून, ऋषिकेश व मसूरी में आठ ठिकानों और एक कास्मेटिक सप्लायर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रारंभिक जांच में लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।

राज्य कर विभाग के उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि विभाग को सूचना मिल रही थी कि देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लर बड़ा कारोबार कर रहे हैं। लेकिन कारोबार के अनुसार टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। इस पर विभाग ने चार प्रतिष्ठित पार्लरों के आठ ठिकानों पर छापा मार कर कार्रवाई की। ब्यूटी पार्लरों के खिलाफ टैक्स चोरी को लेकर यह पहली कार्रवाई हुई है।

उन्होंने बताया कि ब्यूटी पार्लर सेवाओं पर 18 प्रतिशत जीएसटी निर्धारित है। पार्लरों ग्राहकों से पैसे तो लेते हैं। लेकिन जीएसटी बिल नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पार्लर व सैलूनों पर विभाग की ओर से निगरानी रखी जा रही है। ब्लूटी पार्लरों के जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है। लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।

Uttarakhand Rankers Recruitment: आयोग ने खत्म किया युवाओं का इंतजार, भर्ती परीक्षा का रिजल्ट किया जारी

उत्तराखंड रैंकर्स भर्ती का परिणाम आयोग ने जारी कर दिया था, लेकिन पांच उम्मीदवारों ने चार सवालों के सही जवाब लिखने के बावजूद आयोग की ओर से गलत ठहराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। इसी आधार पर रिजल्ट संशोधित हुआ है।

पेपर लीक विवादों के दौरान लटकी हुई उत्तराखंड रैंकर्स भर्ती का परिणाम आखिरकार बृहस्पतिवार को जारी हो गया। लंबे समय से युवा इसके रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। मेरिट में जो संशोधन हुआ है, उस हिसाब से चुने गए कई नए उम्मीदवारों के लिए अलग से शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी।

प्रमोशन की रैंकर्स भर्ती परीक्षा प्रदेश में आखिरी परीक्षा है। इस तरह की परीक्षा बाद में नहीं होगी लेकिन यूकेएसएसएससी के पेपर लीक होने के बाद यह परीक्षा लटक गई थी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पुलिस में कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर (दरोगा) के लिए फरवरी 2021 में परीक्षा कराई थी।


आयोग ने परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया था, लेकिन पांच उम्मीदवारों ने चार सवालों के सही जवाब लिखने के बावजूद आयोग की ओर से गलत ठहराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। इसी आधार पर रिजल्ट संशोधित हुआ है।

10,500 पुलिसकर्मियों ने दी थी परीक्षा

रैंकर्स भर्ती परीक्षा में करीब 10,500 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। परिणाम जारी हुए थे, जिसमें 1350 उम्मीदवारों ने हेड कांस्टेबल और 650 ने दरोगा के लिए मेरिट में जगह पाई थी। इन सभी की शारीरिक दक्षता परीक्षा अप्रैल 2021 में हुई थी। परीक्षा हेड कांस्टेबल के 394, दरोगा सिविल पुलिस के 61, पीएसी सब इंस्पेक्टर के 77, पीएसी हेड कांस्टेबल के 250 और सशस्त्र पुलिस बल में हेड कांस्टेबल के 215 पदों के लिए हुई थी। इनमें से हेड कांस्टेबल को पदोन्नति मिल चुकी है।

चार सवाल हटाए, सात दिन के भीतर दे सकते हैं आपत्ति
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने अब सभी सेट की एक आंसर की जारी की है। पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट पर पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक विम्मी सचदेवा की ओर से यह जारी की गई है। इसमें हर सेट में 150 में से चार-चार सवाल डीलीट किए गए हैं। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सात दिन के भीतर इस आंसर की पर आपत्ति मांगी है। यह आपत्ति प्रमाण सहित आयोग की ई-मेल आईडी chayanayog@gmail.com को भेजी जा सकती है।

Dehradun News: फर्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस सील, 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है,पुलिस को मिले कई दस्तावेज

डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

र्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस और कंसलटेंसी ऑफिस को पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से कुछ दस्तावेज और फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि यह ऑफिस 1999 से चल रहा है। इस मामले में अब तक 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है।


इनमें से पुलिस ने 14 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, इन्हें डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि मुजफ्फरनगर प्रशासन के साथ मिलकर इस ऑफिस को सील कर दिया गया है। यहां से काफी दस्तावेज और कुछ फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। इन सबकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में भारतीय चिकित्सा परिषद की उत्तर प्रदेश शाखा को भी पत्र लिखा गया है। ताकि, उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के डॉक्टरों का सत्यापन किया जा सके।

UKPSC: आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन, अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे,धारा-144 लागू

परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है।

त्तराखंड लोक सेवा आयोग आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे।

आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है। देहरादून में सात केंद्रों पर पीसीएस की परीक्षा होगी, जिसमें 2213 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

हल्द्वानी में परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1707 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। राज्य लोक सेवा आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को निर्देश दिए हैं कि वह समय से पूर्व अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। उन्हें सख्त चेकिंग से गुजरना होगा।