धामी सरकार ने तीन साल में शुरु किए दो मेडिकल कॉलेज

News web media Uttarakhand : सीएम पुष्कर सिंह धामी के तीन साल के कार्यकाल के दौरान, उत्तराखण्ड में दो नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2022 में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है, और अब इसी सत्र से हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने जा रहा है. दोनों जगह की कुल 200 नई सीटें जुड़ने से उत्तराखण्ड में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर 625 हो गई है.

पुष्कर सिंह धामी सरकार के कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रदेश में श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज ही संचालित हो रहे थे. हालांकि तब तक अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज पर भी काम शुरू हो चुका था. कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ ही एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए.

जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया गया. जिसमें से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले पूरा होने पर यहां 2022 से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो चुकी है. अब इसी क्रम में हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण कार्य पूरा होने से इसी शैक्षिक सत्र से यहां भी एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है.

केंद्र सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए मौजूदा शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए 100 सीटें मंजूर कर दी हैं. इसके लिए अब काउंसिलिंग शुरू की जा रही है. इससे प्रदेश के और अधिक बच्चों को एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा, इसके लिए उन्हें सरकारी फीस ही चुकानी है.

उत्तराखंड में सरकारी मेडिकल कॉलेज और सीटें
देहरादून -150
हल्द्वानी -125
श्रीनगर – 150
अल्मोड़ा -100
हरिद्वार -100
कुल 625

हमारी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के जरिए जहां स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है, वहीं इससे मेधावी छात्रों को भी अपने प्रदेश में ही मेडिकल की पढ़ाई सस्ती दरों पर करने का मौका मिलेगा. हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द पहले बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी, जल्द ही पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करते हुए जरूरी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

अब ये होगा अरविंद केजरीवाल का नया पता, मनीष सिसोदिया भी होंगे शिफ्ट

News web media Uttarakhand : दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल कल यानि शुक्रवार को सरकारी बंगला खाली करने वाले हैं. सरकारी आवास छोड़ने के बाद केजरीवाल और उनका परिवार 5, फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट होने वाला है. आप संयोजक पार्टी सांसद अशोक मित्तल के संग वह रहने वाले हैं. वहीं, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी अपना घर खाली करके शिफ्ट होंगे.

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज के जानकारी दी कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अरविंद केजरीवाल को अपने घर पर आमंत्रित किया था. इसके बाद पूर्व सीएम केजरीवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र (नई दिल्ली) जाने का निर्णय लिया. अब वे आप सांसद अशोक मित्तल के घर पर रहने वाले हैं.

जब तक वे दिल्ली के सीएम के रूप में दोबारा नहीं चुने जाते, तब तक वे इसी पते पर रहेंगे. आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली के डिप्टी सीएम के तौर पर आवास (एबी 17, मथुरा रोड) पर मिला था. अब वे इसे खाली करने वाले हैं. सौरभ भारद्वाज के अनुसार, सिसोदिया भी कल तक आवास को छोड़ देंगे.

दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद ही केजरीवाल अपने लिए नया ठिकाना ढूंढ़ रहे थे. आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि पितृ पक्ष के खत्म होते ही और नवरात्र आरंभ होने के बाद केजरीवाल सीएम आवास छोड़ेंगे. बीते दिनों जंतर मंतर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा ‘ सीएम बनने के 10 साल बाद भी उनके पास राजधानी में अपना आवास नहीं है. दस सालों में मैंने आपके प्यार और आशीर्वाद के अलावा कुछ नहीं कमाया

शिंदे सरकार ने गाय को किया राज्यमाता घोषित, ऐसा करने वाला बना देश का पहला राज्य

News web media Uttarakhand : वैदिक काल से देशी गायों की अहमियत को देखते हुए एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें ‘राज्यमाता-गोमाता’ का दर्जा दिया है. इस बाबत सोमवार को राज्य सरकार की तरफ से एक नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है. इस तरह से, गाय को राज्यमाता घोषित करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है. महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में शिदे सरकार का यह फैसला बेहद अहम माना जा रहा है.

राज्य कृषि, डेयरी विकास, पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग द्वारा जारी सरकारी प्रस्ताव में कहा गया है कि गाय को ‘राज्यमाता’ घोषित करने के पीछे अन्य वजहों में मानव पोषण में स्वदेशी गाय के दूध का महत्व, आयुर्वेदिक और पंचगव्य उपचार और जैविक खेती में गाय के खाद का उपयोग भी शामिल है.

एक अधिकारी ने कहा, “राज्य विधानसभा चुनाव से पहले आया यह फैसला भारतीय समाज में गाय के आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और ऐतिहासिक महत्व पर जोर देता है.” उन्होंने कहा कि यह उस अभिन्न भूमिका को सबके सामने लाने की कोशिश करता है जो गायों ने भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में सदियों से निभाई है.

उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र सरकार के फैसले में, राज्य सरकार ने गाय के गोबर के कृषि लाभों पर जोर दिया है, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है और मानव पोषण में योगदान देता है. इसके साथ ही टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने के सरकार की कोशिशों को दिखाता है.”

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर उतराखंड के चार गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार, सीएम धामी ने दी प्रदेशवासियों को बधाई

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेश के चार गांवों जखोल, सूपी, हर्षिल व गुंजी को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार मिलना उत्तराखंड के लिए बड़े गौरव की बात है. राज्य सरकार, प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार की होम स्टे योजना इस लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण साबित हो रही है. इसके अलावा, हमारी सरकार नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने के साथ ही राज्य में साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रही है. इससे राज्य में रोजगार सृजन में भी मदद मिल रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदारनाथ की भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था. राज्य सरकार उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रही है. जनता के सहयोग से राज्य में हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में 4.4 प्रतिशत बेरोजगारी घट गई है.

नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर आदर्श स्थापित किया है.

इसी के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार विगत कुछ समय में पूरी पारदर्शिता के साथ सत्रह हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती करने में सफल हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए भी तेजी से कार्य किए जा रह हैं.

सचिवालय और जिला कारागार सुद्धोवाला ‘ईट राईट कैम्पस’ घोषित, मुख्य सचिव ने सौंपा प्रमाण पत्र

News web media Uttarakhand : भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, भारत सरकार (एफएसएसएआई) द्वारा उत्तराखण्ड सचिवालय एवं जिला कारागार परिसर, सुद्धोवाला को ईट राईट कैम्पस घोषित किया गया.

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिव, सचिवालय प्रशासन एवं महानिरीक्षक जेल को भारत सरकार द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र सौंपते हुए इस पहल को अत्यंत महत्वपूर्ण, सराहनीय एवं कारगर बताया . उत्तराखण्ड सचिवालय,ईट राईट कैम्पस के रूप में प्रमाणीकृत देश के चुनिन्दा सचिवालय परिसरों में शामिल हो गया है.

सुरक्षित स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय दृष्टि से बेहतर भोजन उपलब्ध कराने एवं स्वच्छता के मानकों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा राज्य सचिवालय परिसर एवं जिला कारागार परिसर को ईट राईट कैम्पस का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है.

आज राज्य सचिवालय स्थित सभागार में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में इस सम्बन्ध में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर मुख्य सचिव द्वारा भारत सरकार की ओर से निर्गत ईट राईट कैम्पस प्रमाण पत्र को सचिवालय प्रशासन के सचिव दीपेन्द्र चौधरी एवं उपमहानिरीक्षक जेल को विधिवत प्रदान किया गया. इस महत्वपूर्ण एवं कारगर पहल के लिए मुख्य सचिव ने सचिवालय प्रशासन की सराहना की और कार्यक्रम में मौजूद महानिरीक्षक जेल की ओर से ईट राईट कैम्पस प्रमाणीकरण हेतु किये गये प्रयासों की प्रशंसा की.

रतूड़ी ने इस उपलब्धि के लिए सचिवालय परिसर में कार्यशील विभिन्न खान-पान सेवाओं यथा इंदिरा अम्मा भोजनालय, जी.एम.वी.एन कैंटीन के फूड सुपरवाइजर को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षित एवं स्वच्छ खाद्य पदार्थ के मानक अनुसार अपनी सेवाएं बनाये रखने की कसौटी पर प्रतिदिन खरा उतरना चाहिए.

अब पश्चिम बंगाल में हुई ट्रेन बेपटरी, न्यू मयनागुड़ी स्टेशन मालगाड़ी के 5 वैगन पटरी से उतरे

News web media Uttarakhand : इन दिनों देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेनों को बेपटरी करने की कोशिश की कई खबरें सामने आई हैं. इस बीच कई रेल हादसे भी हुए हैं. अब पश्चिम बंगाल में एक ट्रेन के बेपटरी होने की खबर है. बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार डिवीजन के न्यू मयनागुड़ी स्टेशन पर एक मालगाड़ी के 5 वैगन पटरी से उतर गए. बताया जा रहा कि ये हादसा सुबह साढ़े छह बजे के आसपास हुआ. मालगाड़ी खाली होने की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. हालांकि मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ है.

अलीपुरद्वार डिवीजन के डीआरएम अमरजीत गौतम ने कहा कि, “आज सुबह, न्यू मयनागुड़ी स्टेशन के पास एक खाली मालगाड़ी के लगभग 5 वैगन पटरी से उतर गए. हम यातायात बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं. हादसे की वजह अभी तक पता नहीं चली है. रेलवे की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.”

रेलवे के मुताबिक मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद कई ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से मोड़ दिया गया है. जिससे कुछ ट्रेनों को छोड़कर आवाजाही प्रभावित नहीं हुई है. अधिकारियों का कहना है कि जिस स्टेशन पर मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे हैं उस स्टेशन पर 5 रेलवे ट्रैक हैं. क्षतिग्रस्त हुए ट्रैक पर जल्द से जल्द गाड़ियों की बहाली शुरू की जाएगी. डीआरएम अलीपुरद्वार सहित वरिष्ठ अधिकारी साइट पर मौजूद है और बहाली का काम जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. स्टेशन अधीक्षक मुकेश कुमार के मुताबिक, इस हादसे में को हताहत नहीं हुआ है. वहीं मरम्मत का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा.

बता दें कि पश्चिम बंगाल में ये कोई पहला मामला नहीं है जब कोई मालगाड़ी पटरी से उतरी हो. इससे पहले 17 अगस्त को भी राज्य में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी. तब सिलीगुड़ी में रात के वक्त एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई थी. ये हादसा सिलीगुड़ी-रंगापानी इलाके में हुआ था. इस हादसे में भी किसी के हताहट होने की कोई खबर सामने नहीं आई थी.

मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करना हमारा लक्ष्य: सीएम धामी

News web media Uttarakhand : मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के परेड मैदान में ’स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया एवं क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया. इस अवसर पर सीएम धामी ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं ’एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के अंतर्गत परेड मैदान परिसर में पौधरोपण भी किया. सीएम धामी ने इस अवसर पर बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण भी किया. इससे पहले सीएम धामी ने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन किया और सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की.

इस अवसर पर सीएम धामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए प्रभु से उनके दीर्घायु की कामना की. सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी की स्वच्छता के प्रति सजगता, निष्ठा और नेतृत्व हम सबको प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि आज उनके जन्मदिवस के सुअवसर पर हम स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत कर रहे हैं. यह स्वच्छता पखवाड़ा 2 अक्टूबर को संपन्न होगा.

सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने पीएम बनने के बाद स्वच्छ भारत का मिशन शुरू किया था जिसके कारण आज देश के हर व्यक्ति के अंदर स्वच्छता का भाव उत्पन्न हुआ. सीएम धामी ने कहा कि पीएम के ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयामों पर पहुँचाया है. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में देशभर के अंदर करोडों शौचालय का निर्माण हुआ, कचरा प्रबंधन के लिए जरूरी सुविधाओं का विकास किया गया है और स्वच्छता को लेकर आम लोगों में जागरूकता आयी है.

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड भी स्वच्छता के मामले में सराहनीय प्रगति के साथ आगे बढ़ रहा है.उत्तराखंड को वर्ष 2017 में देश का चौथा ओडीएफ राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ. अब तक राज्य में कुल 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है. इसके अलावा 2600 से भी अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है. 9000 से अधिक गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा किया गया है. 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयां स्थापित कर ली गई हैं. सीएम धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा.

सीएम धामी ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में नगर निगम देहरादून द्वारा जो प्रयास किये जा रहे हैं वो सराहनीय हैं. नगर निगम द्वारा आमजन की सफाई से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24×7 संचालित होता है. इसके अलावा सफाई सुनिश्चित करने के लिए आठ टीमों का गठन करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी जैसे अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं.

सीएम धामी ने कहा कि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में हमारे राज्य की राजधानी देहरादून को भी सम्मिलित किया गया है. यह हम सबके लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता सुनिश्चित करने की दिशा में हम एक अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम ’स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता’ रखी गई है. जिसके जरिये संदेश है कि हम सबको मिलकर आगे बढ़ाना है जिससे जन-जन के स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना आए.

उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर हम शासन-प्रशासन के स्तर पर हम प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह प्रयास तभी सफल होंगे जब इसमें जनभागीदारी होगी. उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने स्तर पर गांव, शहर, मोहल्ले इत्यादि को स्वच्छ बनाने का प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को केवल एक दिन का औपचारिक कार्यक्रम न बनाकर बल्कि इसे हमें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा. उन्होंने कहा कि आज हमने यहां पर पौधरोपण किया है और जो स्वच्छता की शपथ ली है, वो हमारे राज्य को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के हमारे संकल्प को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि आइए हम सब मिलकर अपने आसपास साफ सफाई की जिम्मेदारी लें और हम एक स्वस्थ व स्वच्छ उत्तराखंड बनाने की दिशा में आगे बढ़ें.

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस दिन से हमारे स्वभाव में स्वच्छता आ जाएगी, तो उस दिन से प्रदेश भी स्वच्छ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेशभर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं.

 

लालू यादव हृदय रोग से पीड़ित, मुंबई के अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी

News web media Utttarakhand : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का इलाज इस समय मुंबई के एक अस्पताल में चल रहा है। उन्हें दिल से संबंधित समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के अनुसार, हृदय रोग विशेषज्ञों ने उन्हें एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह दी, जिसे गुरुवार को कार्यान्वित किया गया।

लालू प्रसाद यादव पहले भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर चुके हैं, जिनमें सिंगापुर में किडनी प्रत्यारोपण शामिल है, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी दान की थी। उनकी नाजुक सेहत को देखते हुए अदालत ने उन्हें इलाज कराने की अनुमति दी है, और वे अब विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में अपना इलाज करा रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, लालू प्रसाद यादव को 10 सितंबर को एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया। 76 वर्षीय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को चिकित्सा जांच के बाद एक या दो दिन में छुट्टी मिलने की उम्मीद है। लालू ने 2014 में इसी अस्पताल में महाधमनी वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाई थी और 2018 तथा 2023 में फॉलो-अप के लिए भी यही अस्पताल का दौरा किया था।

वर्तमान में उनके इलाज की देखरेख करने वाली चिकित्सकों की टीम में डॉ. संतोष डोरा और डॉ. तिलक (सुवर्णा) शामिल हैं।

शेयर बाजार में शानदार उछाल, सेंसेक्स में 362 अंकों की वृद्धि, निफ्टी 25,000 का आंकड़ा पार

News web media Uttarakhand : शेयर बाजार ने हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन सकारात्मक दिशा में समापन किया, खासकर टेक शेयरों में देखी गई मजबूती के कारण। मंगलवार को सेंसेक्स, जो 30 प्रमुख शेयरों का बेंचमार्क इंडेक्स है, 361.75 अंकों (0.44%) की बढ़त के साथ 81,921.29 पर बंद हुआ।

वहीं, निफ्टी भी 104.70 अंकों (0.42%) की वृद्धि दर्ज करते हुए 25,041.10 के स्तर पर समाप्त हुआ।

इन सकारात्मक आंकड़ों से निवेशकों की उत्सुकता और बाजार में विश्वास बढ़ा है, जो आगामी कारोबारी दिनों के लिए आशाजनक संकेत प्रदान करता है।

उत्तरकाशी के मोरी में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 3.0 रही तीव्रता

News web media Uttarakhand : उत्तरकाशी के मोरी में आज शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता तीन रही। भूकंप का केंद्र बिंदु सिंगतुर वन क्षेत्र, उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर बताया गया है। हालांकि किसी भी प्रकार हानि की कोई सूचना नहीं है।

तहसील/थाना, चौकियों द्वारा दूरभाष पर ली गई सूचनानुसार जनपद में जिला मुख्यालय व समस्त तहसील/थाना/चौकियों क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए हैं। किसी प्रकार की क्षति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। जनपद में कुशलता हैं।

भूकंप का समय प्रातः- 11:56:32IST
भूकंप की तीव्रता- 03.00
अक्षांश: 31.03N
देशांतर: 78.09 E
गहराई: 05 किमी0भूकंप के हल्के झटकों में बड़ी चेतावनी

राजधानी देहरादून में भी 26 अगस्त रविवार रात भूकंप के हल्के झटके लगे थे। तीव्रता के पैमाने पर भूकंप बेशक हल्का था, लेकिन इसके पीछे बड़ी चेतावनी थी। खतरे की यह घंटी उन गगनचुंबी इमारतों के लिए थी जो दून से गुजर रही भूकंप रेखा के ऊपर या आसपास बनी हैं। पिछले दिनों देहरादून के मास्टर प्लान में भूकंप रेखा को चिह्नित कर उस पर निर्माण को रोकने की पैरोकारी की गई। शासन ने इस पर मुहर भी लगाई।
इसके बावजूद भूकंप रेखा के इर्द-गिर्द लगातार ऊंची इमारतें बन रही हैं, जो दून के लिए खतरा बन रही हैं। देहरादून भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यहां राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और शहंशाही आश्रम से मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन और मोहंड के आसपास से हिमालयन फ्रंट थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजरती है। दून घाटी में 29 अन्य भूकंपीय फाल्ट लाइनें भी हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऊंची आवासीय व व्यावसायिक इमारतें बन रही हैं।