झारखंड में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान अब महंगा पड़ेगा: राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 1,000 रुपये जुर्माने का कानून लागू

News web media Uttarakhand : झारखंड सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों पर सख्ती बढ़ाते हुए बड़ा कदम उठाया है। अब सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करते पकड़े जाने पर 1,000 रुपये तक का जुर्माना भरना होगा। यह नियम राष्ट्रपति द्वारा झारखंड धूम्रपान निषेध (संशोधन) विधेयक को मंजूरी दिए जाने के बाद राज्य में लागू हो गया है।

इस संशोधित कानून का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है, विशेष रूप से युवाओं और बच्चों को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाना। इससे पहले जुर्माने की राशि 200 रुपये थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर पांच गुना कर दिया गया है ताकि लोगों में डर बना रहे और वे सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने से बचें।

स्वास्थ्य विभाग ने इस नियम को कड़ाई से लागू करने के लिए पुलिस और स्थानीय निकायों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही, जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा जिससे नागरिकों को इस कानून की जानकारी मिल सके।

सरकार का मानना है कि इस कदम से राज्य में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा मिलेगा और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता एवं स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार आएगा।

ओडिशा में महिलाओं ने रेप आरोपी को मारकर जलाई लाश, 8 पीड़िताएं गिरफ्तार, गांव में सनसनी

News web media Uttarakhand : गजपति जिले के कुइहुरु गांव में कथित यौन उत्पीड़न के पीड़ितों ने 60 वर्षीय कंबी मालिक नामक व्यक्ति की हत्या कर दी और उसकी लाश जलाकर राख कर दी, जो हत्या के बाद पांच दिनों तक लापता था। घटना 3 जून की रात हुई जब आरोपी कथित रूप से एक 52 वर्षीय विधवा को जबरदस्ती घर पर अकेले पहुंचते समय प्रताड़ित कर रहा था।

गांव की महिलाओं ने मिलकर आरोपी के घर पर हमला किया और उस पर तेजधार हथियार से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में उसकी लाश को जंगल में ले जाकर आग लगा दी गई । पुलिस ने शुरुआती तलाशी के बाद हड्डियाँ और राख बरामद की है।

कुल मिलाकर 10 लोगों—8 महिलाओं और 2 पुरुषों—को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि इनमें से कम से कम छह महिलाओं ने खुलासा किया है कि वे आरोपी द्वारा पहले यौन उत्पीड़न की शिकार रही थीं । आश्चर्यजनक रूप से, उन्होंने पहले कभी पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी ।

अंतिम संस्कार में सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा पिता को देता दिखा सांत्वना

News web media Uttarakhand : मेघालय हनीमून हत्याकांड में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें सोनम रघुवंशी के कथित प्रेमी राज कुशवाहा को राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार के दौरान सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी को सांत्वना देते देखा गया है । यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे मामले को और सनसनीखेज बना दिया है।

राजा, 29 वर्षीय ट्रांसपोर्ट कारोबारी, 2 जून को मेघालय में शिलॉन्ग के पास एक खाई में गहरे घावों के साथ मृत पाए गए थे। पुलिस के अनुसार, हत्या की साजिश सोनम ने राज कुशवाहा एवं तीन अनुबंधित हत्यारों के साथ मिलकर रची थी, और पाँचों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है कि राज, दुखी चेहरा बनाकर अंतिम संस्कार स्थल पर लोगों के साथ सिलसिलेवार बातचीत करते हुए, लोगों को वहां ले जाते और पिता को ढांढस बँधाते नजर आता है। इस क्लिप को राजा की बहन, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर श्रस्ती ने साझा करते हुए बताया, “राज कुशवाहा राजा के घर सोनम के पिता के साथ था”।

इस घटना ने जांच में एक नयी मोड़ पैदा किया है, जहां पुलिस अब राज की अंतिम संस्कार में उपस्थिति समेत अन्य संदिग्ध गतिविधियों का भी विश्लेषण कर रही है। publiko में अब सवाल उठ रहा है—क्या यह केवल दिखावा था या साज़िश का हिस्सा?

सोनम पुलिस हिरासत में चुप, ढाबा मालिक ने कॉल पर रोती हुई सुनी आवाज़ का किया खुलासा

News web media Uttarakhand : मेघालय के एक चर्चित हनीमून मर्डर मामले में आरोपी सोनम पुलिस हिरासत में है, लेकिन उसने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। इसी बीच, मामले में एक नया खुलासा हुआ है। स्थानीय ढाबा के मालिक ने पुलिस को बताया कि सोनम की एक कॉल के दौरान उसने उसकी रोती हुई आवाज़ सुनी थी।

ढाबा मालिक ने कहा कि कॉल के दौरान सोनम बहुत परेशान और डरी हुई लग रही थी, लेकिन उसने कुछ भी साफ तौर पर बताने से इंकार कर दिया। पुलिस इस कॉल की रिकॉर्डिंग भी अपने कब्जे में लेकर मामले की गहराई से जांच कर रही है।

इस हनीमून मर्डर केस ने पूरे मेघालय को हिला कर रख दिया है। आरोपी की चुप्पी और कॉल की यह घटना जांच में नए सवाल खड़े कर रही है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सभी सबूत इकट्ठे करने और आरोपी से सख्ती से पूछताछ करने का फैसला किया है।

आगे की जांच में यह साफ होगा कि सोनम के पास क्या जानकारी है और क्या सच सामने आएगा। लोगों की निगाहें अब इस मामले की न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं।

बेंगलुरु भगदड़: केएससीए से जुड़े दो लोगों ने दिया इस्तीफा

News web media Uttarakhand : 4 जून को बेंगलुरु में एक दर्दनाक घटना हो गई. आरसीबी की विक्ट्री परेड में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर फैंस के बीच भगदड़ मच गई. इस घटना में 11 लोगों की जान चली गई. साथ ही कई लोग घायल भी हुए. बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में आरसीबी, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स व कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के खिलाफ केस दर्ज किया. अब KSCA से जुड़े दो लोगों ने अपना इस्तीफा दे दिया है.

बेंगलुरु स्टैंपिड मामले में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया. इन दोनों ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में मरने वाले लोगों की नैतिक जिम्मेदारी ली. एक संयुक्त बयान में शंकर और जयराम ने कहा,

“पिछले दो दिनों में हुई अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की वजह से हम यह बताना चाहते हैं कि हमने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव और कोषाध्यक्ष के रूप में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, हमारी भूमिका बहुत सीमित थी.”

हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने बेंगलुरु भगदड़ मामले की जिम्मेदारी लेते हुए रिजाइन कर दिया. हालांकि इससे पहले दोनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. उनकी ये दलील थी कि गेट प्रबंधन और भीड़ प्रबंधन कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की जिम्मेदारी नहीं थी.

बता दें कि केएससीए ने 3 जून को राज्य सरकार को एक पत्र लिखा था. इसके जरिए राज्य क्रिकेट संघ ने डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स जोकि एक इवेंट कंपनी है, के लिए विधान सौधा में एक समारोह के आयोजन की अनुमति मांगी थी.

बेंगलुरु पुलिस ने लिया एक्शन
बीते 6 जून को बेंगलुरु पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया. जिसके तहत उन्होंने आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले को गिरफ्तार किया. निखिल मुंबई जाने की तैयारी में थे. हालांकि पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट से ही दबोच लिया. उनके अलावा डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के तीन स्टाफ को भी हिरासत में लिया गया. इन चारों से पुलिस ने पूछताछ की.

कोविड-19 को लेकर धामी सरकार ने जारी की नई एडवाइजरी, ये निर्देश जारी, जानिए क्या करें क्या न करें

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में कोविड-19 को लेकर धामी सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी तंत्र और संसाधनों को सक्रिय रखने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में भी संक्रमण को लेकर हालात पूरी तरह सामान्य हैं।
इसके बावजूद राज्य सरकार किसी प्रकार की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। संभावित जोखिमों से बचाव और सतर्कता के मद्देनज़र स्वास्थ्य विभाग ने विशेष एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत सभी जिलों में निगरानी तंत्र को और अधिक सुदृढ़ करने, अस्पतालों में आवश्यक संसाधन और व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने तथा संक्रमण से बचाव के उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि राज्य में फिलहाल कोविड को लेकर स्थिति पूरी तरह सामान्य है, लेकिन किसी भी संभावित जोखिम के लिए हमें पूरी तरह तैयार रहना होगा। इसी क्रम में प्रदेशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं, उपकरणों और मानव संसाधनों को सक्रिय मोड में रखा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि वर्तमान में भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर किसी खतरे की स्थिति घोषित नहीं की गई है। न ही कोई नया वेरिएंट सक्रिय रूप से फैल रहा है। संक्रमितों में भी केवल मामूली लक्षण पाए जा रहे हैं और वे सामान्य इलाज से घर पर ही ठीक हो रहे हैं। फिर भी संभावित खतरों से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
नए वेरिएंट की समय रहते पहचान स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि कोविड पॉजिटिव सभी सैंपल को WGS (Whole Genome Sequencing ) हेतु भेजा जाए ताकि संभावित नए वेरिएंट की समय रहते पहचान हो सके। कोविड प्रबंधन में लगे स्टाफ के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग कराई जाए और राज्य को प्रतिदिन स्थिति की रिपोर्ट भेजी जाए।

क्या करें-

  • छींकते या खांसते समय रूमाल/टिशू से नाक-मुंह ढकें।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
  • हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह धोते रहें।
  • पर्याप्त मात्रा में पानी और पौष्टिक आहार लें।
  • खांसी-बुखार जैसे लक्षण हों तो डॉक्टर से परामर्श लें।
  • लक्षण होने पर मास्क पहनें और दूसरों से दूरी रखें।
  • बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें।

 

क्या न करें –

  • इस्तेमाल किए गए टिश्यू या रुमाल का दोबारा उपयोग न करें।
  • हाथ मिलाने से बचें।
  • लक्षण वाले लोगों के संपर्क से दूरी रखें।
  • डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें।
  • आंख, नाक और मुंह बार-बार न छुएं।
  • सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें।
  • सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग

 

दिल्ली क्लासरूम घोटाला: सिसोदिया-सत्येंद्र जैन को ACB ने जारी किया समन, सख्त कार्रवाई की तैयारी

News web media Uttarakhand : दिल्ली के शैक्षणिक व्यवस्था को हिला देने वाले क्लासरूम घोटाला मामले में अब सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने इस मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को समन जारी किया है। यह समन दोनों नेताओं को अगले सप्ताह जांच में पेश होने के लिए दिया गया है।

यह मामला दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ा है। आरोप है कि सरकारी स्कूलों के क्लासरूमों के निर्माण एवं सुधार कार्यों में करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं। इस घोटाले में कई ठेकेदारों और अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं।

ACB की टीम ने इस मामले में कई अहम दस्तावेज़ जब्त किए हैं और जांच जारी है। सिसोदिया और सत्येंद्र जैन से पूछताछ के बाद ही इस पूरे मामले की परतें उजागर होंगी। विपक्षी दलों ने भी इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला है और मनीष सिसोदिया को इस्तीफा देने की मांग की है।

इस कार्रवाई से दिल्ली की राजनीति में नया भूचाल आने की संभावना है। जांच एजेंसियां इस घोटाले की गहराई तक जाने का प्रयास कर रही हैं ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में तीन संदिग्ध आतंकियों की तलाश, बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू

News web media Uttarakhand : जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब स्थानीय लोगों ने तीन संदिग्ध आतंकियों को इलाके में घूमते हुए देखा। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। कठुआ के हीरानगर सेक्टर में यह संदिग्ध गतिविधि देखी गई, जो पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ इलाका है और पहले भी घुसपैठ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, संदिग्धों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और वे जंगलों की ओर जाते हुए देखे गए। तुरंत अलर्ट जारी कर इलाके की घेराबंदी की गई। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही ड्रोन और स्निफर डॉग्स की भी मदद ली जा रही है।

इलाके के स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है और लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। पूरे ऑपरेशन पर आला अधिकारी निगरानी बनाए हुए हैं।

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में तीन संदिग्ध आतंकियों की तलाश, बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू

News web media Uttarakhand : जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब स्थानीय लोगों ने तीन संदिग्ध आतंकियों को इलाके में घूमते हुए देखा। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। कठुआ के हीरानगर सेक्टर में यह संदिग्ध गतिविधि देखी गई, जो पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ इलाका है और पहले भी घुसपैठ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, संदिग्धों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और वे जंगलों की ओर जाते हुए देखे गए। तुरंत अलर्ट जारी कर इलाके की घेराबंदी की गई। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही ड्रोन और स्निफर डॉग्स की भी मदद ली जा रही है।

इलाके के स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है और लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। पूरे ऑपरेशन पर आला अधिकारी निगरानी बनाए हुए हैं।

संकट के समय भारत को एकजुट और मजबूत बनाता है संविधान: मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई

News web media Uttarakhand : भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई ने शनिवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता कक्षों और बहु-स्तरीय पार्किंग सुविधा के उद्घाटन समारोह में कहा कि जब भी देश संकट का सामना करता है, संविधान उसे एकजुट और मजबूत बनाए रखता है।

गवई ने कहा, “जब संविधान का मसौदा तैयार किया जा रहा था, तब कुछ लोगों ने इसे अत्यधिक संघीय और कुछ ने अत्यधिक एकात्मक बताया।” इस पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने उत्तर दिया था कि संविधान न तो पूरी तरह संघीय है और न ही पूरी तरह एकात्मक, बल्कि यह ऐसा संविधान है जो भारत को शांति और युद्ध दोनों समयों में एकजुट और मजबूत बनाए रखेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता के बाद भारत ने संविधान के मार्गदर्शन में विकास की दिशा में कदम बढ़ाया है, जबकि हमारे पड़ोसी देशों की स्थिति अलग है। उन्होंने कहा, “जब भी देश में संकट आया है, वह एकजुट और मजबूत रहा है, और इसका श्रेय संविधान को जाता है।”

मुख्य न्यायाधीश ने यह भी कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय हर नागरिक तक पहुंचे।