NEWS WEB MEDIA UTTARAKHAND : उत्तराखंड में एमबीबीएस के छात्रों की हिंदी मीडियम में पढ़ाई इसी सत्र से शुरू हो जाएगी। इसके लिए मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि इस साल मध्य प्रदेश का सिलेबस ही उत्तराखंड के छात्रों को पढ़ाया जाएगा। इसके लिए अक्टूबर माह से शुरू करने की तैयारी है। उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेज के छात्रों को मध्य प्रदेश की किताबें उपलब्ध कराई जा रही हैं।
देश में एमबीबीएस का पाठ्यक्रम हिंदी मीडियम में उपलब्ध कराने वाला पहला राज्य मध्य प्रदेश है। उत्तराखंड दूसरा ऐसा राज्य बनने जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत भी कई बार अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं। इसके लिए मध्य प्रदेश भी उत्तराखंड की टीमजाकर रिपोर्ट तैयार कर चुकी है।
मध्य प्रदेश की तर्ज पर एमबीबीएस में हिंदी पाठ्यक्रम लागू करने के लिए प्रदेश सरकार ने दो सदस्यीय समिति गठित की थी। एनएचबी चिकित्सा शिक्षा विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र, दून मेडिकल कॉलेज के रेडियोथेरेपी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दौलत सिंह मध्य प्रदेश गए थे। टीम ने वहां जाकर हिंदी मीडियम में पढ़ रहे मेडिकल छात्रों और हिंदी मीडियम से पढ़ा रहे शिक्षकों का अनुभव जाना। इसका फीडबैक लेकर समिति ने रिपोर्ट सरकार को सौंपी।
जिसके बाद सरकार ने इसी सत्र से यहां लागू करने की बात की है। उत्तराखंड के चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि मेडिकल छात्र एक साल तक मध्य प्रदेश का सिलेबस ही लागू करने का निर्णय लिया जाएगा। अक्टूबर में इसको शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में चल रही हिंदी मीडियम की किताबें ही पढ़ेंगे। अगले साल से उत्तराखंड का अपना सिलेबस और किताबें होंगी। इसके साथ ही छात्रों को यह अनुमति भी रहेगी कि वह अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में हिंदी मेंं ही ज्यादातर बातें मरीजों और डॉक्टरों के बीच होती है। ऐसे मेंं हिंदी में पढ़ाई और पेपर देने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो सकती है।