Kedarnath: तीर्थयात्रियों को नहीं करना पड़ेगा इंतजार, एक घंटे में 1200 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन, मिलेगा टोकन

इस बार प्रशासन व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में भीड़ प्रबंधन और यात्रियों के घंटों लाइन में खड़े होने की समस्या को दूर करने के लिए टोकन व्यवस्था की योजना बनाई है।

आगामी यात्राकाल में केदारनाथ में एक घंटे में 1200 श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे। इस बार दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है। ताकि यात्रा व्यवस्था का व्यवस्थित रखा जाए।

इस बार प्रशासन व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में भीड़ प्रबंधन और यात्रियों के घंटों लाइन में खड़े होने की समस्या को दूर करने के लिए टोकन व्यवस्था की योजना बनाई है। इस बार पहले दिन से ही धाम में पहुंचने वाले श्रद्घालुओं को टोकन दिए जाएंगे जो एक-एक घंटे के स्लॉट के हिसाब से होंगे। टोकन में संख्या और दर्शन के लिए समय अंकित होगा। अधिकारियों के अनुसार, बाबा केदार के दर्शन आसानी से हो सके। इसके लिए एक घंटे में 1200 श्रद्धालुओं को ही टोकन दिया जाएगा।

ऐसे में अगर धर्म दर्शन के लिए मंदिर को 12 घंटे खोला जाता है तो इस दौरान 14,400 श्रद्घालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा यात्राकाल में यात्रियों की बढ़ती संख्या, मौसम और अन्य हालातों को ध्यान में रखते हुए तय लक्ष्य को कम-ज्यादा किया जा सकता है। बता दें कि बीते वर्ष धाम में 15 लाख 63 हजार से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए थे।

लाउडस्पीकर से होती रहेगी टोकन नंबर की घोषणा
केदारनाथ में एक-एक घंटे के स्लॉट के आधार पर टोकन वितरित किए जाएंगे। टोकन वितरण के लिए मंदिर से दो सौ मीटर पहले काउंटर लगाए जाएंगे जिससे किसी को कोई दिक्कत न हो। साथ ही टोकन वितरण के लिए समय-समय भी निर्धारित की जाएगी।

पूजा-अर्चना के लिए लेना होगा अलग समय
यात्राकाल में देश के विभिन्न प्रांतों के श्रद्घालु बाबा केदार का महाभिषेक, रुद्राभिषेक सहित अन्य पूजाओं व आरती के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग करते हैं। बीते वर्ष की भांति इस बार भी पूजा-अर्चना के लिए अलग से समय तय किया जाएगा जिससे धर्म दर्शन के दौरान यात्रियों को कोई दिक्कत न हो।

केदारनाथ में यात्रा को व्यवस्थित और सुलभ बनाने के लिए इस बार टोकन सिस्टम लागू किया जा रहा है। एक-एक घंटे के स्लॉट के हिसाब से टोकन दिए जाएंगे। टोकन में क्रम संख्या और दर्शन का समय अंकित होगा। इस व्यवस्था से यात्रा के सफल संचालन में मदद मिलेगी। साथ ही दर्शनार्थियों की सही संख्या भी मिलेगी।

 

Uttarakhand Cabinet: आज होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले हो सकते हैं,बजट सत्र की तारीख भी होगी तय

Uttarakhand Cabinet Meeting Today: विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर निर्णय होने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावितों के लिए पुनर्वास एवं विस्थापन नीति के प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। साथ ही राज्य में भूमि की नई सर्किल दरों के प्रस्ताव समेत विभिन्न विभागों के मुद्दे व विभागीय सेवा नियमावली के प्रस्तावों पर चर्चा होगी।

बैठक में विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर भी निर्णय हो सकता है। साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है। पिछली कैबिनेट बैठक में आंदोलनकारियों के आरक्षण के मुद्दे पर मंत्रिमंडलीय उपसमिति बनाई गई थी। उपसमिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दे दी है। कैबिनेट के समक्ष उपसमिति की सिफारिशें रखी जाएंगी। इसके आधार पर कैबिनेट निर्णय देगी।

कैबिनेट में परिवहन विभाग के सरकारी वाहनों की खरीद के प्रस्ताव और नई पर्यटन नीति का प्रस्ताव भी आ सकता है। यात्रा सीजन शुरू होने से पहले सरकार नीति लाना चाहती है ताकि उसके बारे में सभी हित धारकों को समय पर जानकारी हो सके। बैठक में अवस्थापना विकास एवं निवेश बोर्ड, विधायक विकास निधि में बढ़ोतरी, गृह, कार्मिक समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों से जुड़ी सेवा नियमावली व उनमें संशोधन के प्रस्ताव भी आ सकते हैं।

Dehradun Bar Association Election: देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे। सोमवार को कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। पहले नामांकन 20 फरवरी को होना था। लेकिन फिर 14 फरवरी को भरा जाना तय किया गया। कल नाम वापसी और 27 फरवरी को चुनाव होंगे। 28 को मतगणना के बाद परिणाम आ जाएगा। इस बार 3474 अधिवक्ता मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

मतदान 27 फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक होगा। अगले दिन मतगणना सुबह 10 बजे से की जाएगी। बता दें कि इस साल पहली बार मतदान के अगले दिन मतगणना होगी। इससे पहले मतदान के दिन ही मतणना देर रात तक चलती थी। चुनाव लड़ने वाले अधिवक्ताओं ने प्रचार तेज कर दिया है।

Kedarnath: चारधाम यात्रा के दौरान संचालित केदारनाथ हेली सेवा का किराया तीन साल के लिए 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।

उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने 2020 में केदारनाथ हेली सेवा के लिए आठ कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया था।

चारधाम यात्रा के दौरान संचालित केदारनाथ हेली सेवा का किराया तीन साल के लिए तय किया जाएगा। इस बार किराये में 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। टेंडर में एविएशन कंपनियों की ओर से दिए गए रेट के आधार पर किराया निर्धारित किया जाएगा।

उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने 2020 में केदारनाथ हेली सेवा के लिए आठ कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया था। इसमें सिरसी, फाटा व गुप्तकाशी से किराया तय था। 2020 व 2021 में कोविड महामारी के कारण चारधाम यात्रा बंद रही। इस दौरान हेली सेवा का संचालन नहीं हुआ। स्थिति सामान्य होने के बाद 2022 में यात्रा का संचालन किया गया। एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) के दाम में बढ़ने के कारण एविएशन कंपनियों ने सरकार को किराया में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था।

हालांकि, तीन साल का अनुबंध होने के कारण सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर का कहना है कि केदारनाथ हेली सेवा के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। कंपनियों के आवेदन के बाद ही नए सिरे से किराया निर्धारित किया जाएगा।

यह था किराया

गुप्तकाशी से केदारनाथ- 7750 रुपये
फाटा से केदारनाथ-       4720
सिरसी से केदारनाथ-     4680

Mussoorie जा रहे हरियाणा के पर्यटकों की कार बनी आग का गोला, मचा हड़कंप, इस तरह बची सवारों की जान

Car Fire Mussoorie कार में आग मसूरी: : हरियाणा से घूमने आए युवकों की कार आग लगने से पूरी तरह जल गई। समय रहते कार सवार नीचे उतर गए। जिससे उनकी जान बच गई।

पुलिस के अनुसार, हरियाणा के जींद जिला निवासी जयवीर व उनके दोस्त नरेश घूमने के लिए मसूरी जा रहे थे। वह कैंट कोतवाली होते हुए किमाड़ी के रास्ते मसूरी की ओर निकले। तभी टायर फटने से कार सड़क के किनारे पैराफिट से टकरा गई और उसमें आग लग गई।

कार में सवार दोनों युवक तुरंत नीचे उतर गए और दूर हट गए। कार में आग इतनी तेजी से लगी कि जब तक दोनों युवक कुछ कर पाते, कार धू-धूकर जलने लगी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया।

कार बेचने के नाम पर ठगे दो लाख तीन हजार रुपये

वहीं ओएलएक्स पर कार बेचने का झांसा देकर साइबर ठग ने एक व्यक्ति से दो लाख तीन हजार रुपये ठग लिए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर रही है।

नेहरू कालोनी थानाध्यक्ष लोकेंद्र बहुगुणा ने के अनुसार, दयानंद सेमवाल निवासी निकट कांजी हाउस, गढवाल सभा ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। बताया कि उन्होंने ओएलएक्स पर एक कार बिक्री का विज्ञापन देखा। उन्होंने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो ठग ने खुद को आर्मी में हवलदार बताया।

फोन पर कार खरीदने का सौदा तय हुआ। इस दौरान ठग ने एग्रिम राशि के तौर पर अपने खाते में 28 और 29 जनवरी को दो लाख तीन हजार रुपये जमा करा लिए। इसके बाद उसे बताया कि कार सहारनपुर पहुंच गई, जल्द ही देहरादून में उसके पास पहुंच जाएगी।

इस दौरान जब आरोपित ने 37 हजार मांगने पर और मांगे तो उसने देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद उसने न कार दी और न ही रकम वापस की। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ।

नर्सिंग भर्ती में बाहरी राज्यों के आवेदकों के विरोध में आंदोलन की चेतावनी*

संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ उत्तराखंड का प्रतिनिधिमंडल ने भानियावाला में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा से मुलाकात की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजलवान द्वारा बताया गया कि उनकी नर्सिंग की भर्ती 12 वर्षों बाद 3 जनवरी 2023 को विज्ञापित की गई। लेकिन इस भर्ती में कुछ बाहरी राज्य के लोगों द्वारा फर्जी स्थाई निवास बनाकर आवेदन किया जा रहा है। और कुछ बाहरी राज्यों के युवकों द्वारा उच्च न्यायालय में केस दायर कर नर्सिंग अधिकारी के पदों पर आवेदन करने की अनुमति मांगी है।

जिसमें कि न्यायालय द्वारा ऐसे व्यक्तियों को प्रोविजनल तौर पर परमिट कर दिया है। जिसका उनका संगठन पुरजोर विरोध करता है। और वो अपने सभी जनप्रतिनिधियों से यह आग्रह करते हैं कि सरकार समूह ग के पदों पर बाहरी राज्यों के आवेदन स्वीकार न करें। यदि नर्सिंग अधिकारियों के पदो पर बाहरी राज्यों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे तो संगठन पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगा। और अपने उत्तराखंड के लोगों और यहां की जनता और बेरोजगारों के हितों की लड़ाई के लिए सड़कों पर आंदोलन करेगा।

जिलाध्यक्ष द्वारा इस पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया कि न्यायालय में सरकार मजबूती से अपने प्रदेश के बेरोजगारों के हितों में खड़ी रहेगी। और किसी भी बाहरी राज्यों के आवेदकों को इसमें आवेदन की अनुमति नहीं दी जाएगी। मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में संगठन के कोषाध्यक्ष रवि सिंह रावत, महीपाल सिंह कृषाली, मीनाक्षी ममगाई, नीरज वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।

 

उत्तराखण्ड सरकार ने नकल और गड़बड़ी रोकने के लिये कड़ा कानून लाया है

सीएम धामी ने कहा कि हमारी सरकार ने यह पहले ही तय कर लिया था कि भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाएंगे। देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून हम लेकर आ रहे हैं।

विस्तार

उत्तराखंड में जल्द ही देश का सबसे सख्त नकलरोधी कानून लागू होने वाला है। इसमें नकल माफिया को उम्रकैद, 10 करोड़ तक जुर्माना और नकल माफिया से मिलकर नकल करने वाले अभ्यर्थियों को भी 10 साल तक की जेल का प्रावधान किया गया है। प्रस्ताव राजभवन भेज दिया है। अगर राजभवन इस पर 12 फरवरी से पहले मुहर लगा देता है तो यह कानून पटवारी-लेखपाल भर्ती से ही लागू हो जाएगा।

नकल माफिया पर यह होगी कार्रवाई

  • कोई व्यक्ति, परीक्षा केंद्र के प्रबंधतंत्र, कोचिंग संस्थान, प्रिंटिंग प्रेस, परीक्षा के आयोजन में किसी भी जुड़े लोग पेपर लीक या अनुचित साधनों में शामिल पाए गए तो उन्हें आजीवन कारावास और 10 करोड़ रुपये तक के जुर्माने की सजा मिलेगी।
  • कोई परीक्षार्थी अगर नकल करते हुए पकड़ा गया तो तो उसे तीन साल की जेल और कम से कम पांच लाख के जुर्माने की सजा मिलेगी। अगर वही परीक्षार्थी दोबारा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में दोषी पाया जाता है तो उसे दस साल कारावास की सजा और कम से कम 10 लाख जुर्माना लगेगा।
  • अगर कोई परीक्षार्थी नकल करते हुए पाया जाता है तो आरोपपत्र दाखिल होने की तिथि से दो से पांच साल के लिए उस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। दोष सिद्ध होने पर 10 साल के लिए सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से डिबार कर दिया जाएगा। अगर कोई परीक्षार्थी दोबारा नकल करते हुए पाया जाता है तो उसे पांच से दस साल सजा के साथ ही आजीवन सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से डिबार कर दिया जाएगा।
  • गैर जमानती अपराध बना पेपर लीक, संपत्ति कुर्क होगी
  • प्रदेश में अब नकल का अपराध संज्ञेय, गैर जमानती और अशमनीय बन जाएगा। इसके अलावा नकल माफिया अनुचित साधनों का इस्तेमाल कर जो भी संपत्ति अर्जित करेंगे, उसे सरकार कुर्क कर लेगी।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद का अधिवेशन इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स सभागार में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद का अधिवेशन इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स सभागार में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड के साथ ही देश के कई राज्यों के पुरातन छात्र पहुंचे थे। इस दौरान जहां पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास के साथ ही छात्र जीवन के यादगार पलों को याद किया, वहीं विवि में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताने के साथ ही गौरवशाली इतिहास को दोबारा स्थापित करने का संकल्प लिया।

अधिवेशन के मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति एवं उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष वीके बिष्ट ने कहा कि जीवन में सफलता का मूल मंत्र समयबद्धता है। प्रयागराज सिर्फ तीन नदियों का संगम नहीं, बल्कि विचारधाराओं का भी संगम है। विवि ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ देश के विकास में अहम योगदान दिया है। प्रयागराज की पवित्र भूमि पर ही चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया। विवि महान साहित्यकारों, लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों और प्रशासनिक अधिकारियों की कर्मस्थली रही है।

न्यायमूर्ति एमएम घिल्डियाल ने कहा कि विवि  महान साहित्यकारों महादेवी वर्मा, डॉ. रामकुमार वर्मा, भगवती चरण वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, फिराक गोरखपुरी, डॉ. हरिवंश राय बच्चन जैसे लोगों की कर्मस्थली रही है और शिक्षा के क्षेत्र में विवि ने जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान पुरातन छात्रों ने विवि में पढ़ाई के दौरान बिताए गए पलों को याद करते हुए कई संस्मरण भी सुनाए। इस मौके पर आयोजक मंडल के अध्यक्ष रवींद्र गोडबोले, प्रवीण टंडन, मनीष तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह, अधिवक्ता सिद्धनाथ उपाध्याय और हंसादत्त (कमिश्नर सुगरकेन उत्तराखंड आदि मौजूद थेे। कई दशक बाद मिले तो आंखें डबडबा गईं।

अधिवेशन में तमाम ऐसे पुरातन छात्र शामिल हुए जो विवि में पढ़ाई के चार दशक बाद मिले। कई पुरातन छात्र अपने साथियों को पहचान ही नहीं पाए। जान पहचान होने के बाद एक-दूसरे के गले मिलकर पुराने दिनों को याद किया।  कई ऐसे पुरातन छात्र भी मिले जिन्होंने विवि में पढ़ाई करने के साथ ही नौकरी की, लेकिन कभी मिल नहीं पाए।
कई ने 40 साल बाद समोसे और जमीन की नमकीन का जमकर लुत्फ उठाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों ने गीत गाकर समा बांध दिया, जिसका पुरातन छात्रों ने जमकर आनंद उठाया। इस दौरान हास्य व्यंग का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। हास्य कलाकार बलबीर सिंह खिचड़ी ने पुरातन छात्रों को जमकर गुदगुदाया।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद के अधिवेशन में पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास को किया याद

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद का अधिवेशन इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स सभागार में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड के साथ ही देश के कई राज्यों के पुरातन छात्र पहुंचे थे। इस दौरान जहां पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास के साथ ही छात्र जीवन के यादगार पलों को याद किया, वहीं विवि में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताने के साथ ही गौरवशाली इतिहास को दोबारा स्थापित करने का संकल्प लिया।

अधिवेशन के मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति एवं उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष वीके बिष्ट ने कहा कि जीवन में सफलता का मूल मंत्र समयबद्धता है। प्रयागराज सिर्फ तीन नदियों का संगम नहीं, बल्कि विचारधाराओं का भी संगम है। विवि ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ देश के विकास में अहम योगदान दिया है। प्रयागराज की पवित्र भूमि पर ही चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया। विवि महान साहित्यकारों, लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों और प्रशासनिक अधिकारियों की कर्मस्थली रही है।

न्यायमूर्ति एमएम घिल्डियाल ने कहा कि विवि  महान साहित्यकारों महादेवी वर्मा, डॉ. रामकुमार वर्मा, भगवती चरण वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, फिराक गोरखपुरी, डॉ. हरिवंश राय बच्चन जैसे लोगों की कर्मस्थली रही है और शिक्षा के क्षेत्र में विवि ने जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान पुरातन छात्रों ने विवि में पढ़ाई के दौरान बिताए गए पलों को याद करते हुए कई संस्मरण भी सुनाए। इस मौके पर आयोजक मंडल के अध्यक्ष रवींद्र गोडबोले, प्रवीण टंडन, मनीष तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह, अधिवक्ता सिद्धनाथ उपाध्याय और हंसादत्त (कमिश्नर सुगरकेन उत्तराखंड आदि मौजूद थेे। कई दशक बाद मिले तो आंखें डबडबा गईं।

अधिवेशन में तमाम ऐसे पुरातन छात्र शामिल हुए जो विवि में पढ़ाई के चार दशक बाद मिले। कई पुरातन छात्र अपने साथियों को पहचान ही नहीं पाए। जान पहचान होने के बाद एक-दूसरे के गले मिलकर पुराने दिनों को याद किया।  कई ऐसे पुरातन छात्र भी मिले जिन्होंने विवि में पढ़ाई करने के साथ ही नौकरी की, लेकिन कभी मिल नहीं पाए।
कई ने 40 साल बाद समोसे और जमीन की नमकीन का जमकर लुत्फ उठाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों ने गीत गाकर समा बांध दिया, जिसका पुरातन छात्रों ने जमकर आनंद उठाया। इस दौरान हास्य व्यंग का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। हास्य कलाकार बलबीर सिंह खिचड़ी ने पुरातन छात्रों को जमकर गुदगुदाया।

 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 12वीं तथा 10वीं का परिणाम घोषित किया, दोनो ही कक्षाओं में लड़कियों का रिजल्‍ट लड़कों से बेहतर रहा 

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को आखिरकार पहले 12वीं का रिजल्ट जारी किया और कुछ देर बाद में 10वीं का भी रिजल्ट जारी कर दिया। परीक्षा परिणाम जारी होते ही विद्यार्थी खुशी से झूम उठे। छात्र सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in, cbresults.nic.in पर जाकर अपना परीक्षा परिणाम चेक कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए स्टूडेंट्स को रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और स्कूल नंबर फिल करना होगा. इस बार सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षा 26 अप्रैल 2022 से 15 जून 2022 तक आयोजित की गई थी। जिसमें करीब 14 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अपना पंजीकरण करवाया था। इसी तरह सीबीएसई 10वीं परीक्षा के लिए भी लाखों छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है। रिजल्ट चेक करने के लिए स्टूडेंट्स को रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और स्कूल नंबर फिल करना होगा.

शिक्षा राज्य मंत्री ने ट्वीट किया, मैं शिक्षकों, माता-पिता और अभिभावकों के प्रयासों की भी सराहना करता हूं जो किसी भी छात्र की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कहा कि दोनो ही कक्षाओं में लड़कियों का रिजल्‍ट लड़कों से बेहतर रहा है। सीबीएसई 10वीं रिजल्ट 2022 में लड़कियों ने लड़कों से 1.41 फीसदी बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसमे लड़कियों का पास प्रतिशत 95.21 रहा, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 93.80 रहा है। 12वीं की बोर्ड परीक्षा  में इस साल लड़कियों ने लड़कों से 3.29 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले गांव सिलारपुर की अंजलि ने 10वीं कक्षा में 500 में से 500 अंक लेकर प्रथम स्थान पाया है। वहीं  कक्षा 12वीं के परिणाम में बुलंदशहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की तान्या सिंह ने 500 में से 500 अंक हासिल कर परचम फहराया है।

इस साल कुल मिलाकर 14,44,341 स्टूडेंट्स ने 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम के लिए रजिस्टर करवाया था, इसमें से 14,35,366 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया है, जबकि पास होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 13,30,662 रही है।  इस साल त्रिवेंद्रम ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। त्रिवेंद्रम का पास पर्सेंटेज 98.83 फीसदी रहा है। सीबीएसई बोर्ड में खराब प्रदर्शन करने वाले जिले में प्रयागराज शामिल रहा है, जहां पर 83.71 फीसदी स्टूडेंट्स ही पास हुए हैं। सीबीएसई बोर्ड ने बताया है कि कक्षा 12वीं के टर्म 1 के पेपर को 30 फीसदी की वेटेज दी गई है, जबकि टर्म 2 के पेपर की वेटेज 70 फीसदी रही है। सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि अगले साल 2023 में सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से आयोजित की जाएगी।