द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति, भारत की पहली आदिवासी व दूसरी महिला राष्ट्रपति बनकर रचा इतिहास

द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराने के साथ ही भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया। द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में जश्न का माहौल है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए जीत की खुशियां मना रहे हैं। मुर्मू ने देश के निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। गुरुवार को हुई काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की प्रत्याशी द्रौपदी ने यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड की गिनती में ही हरा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने मुर्मू के घर पहुंचकर उन्हें बधाई दी। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देते हुए कहा ।  देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।

द्रौपदी मुर्मू की जीत तो तय थी। हालांकि, कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग ने इस जीत को और पुख्ता कर दिया। यहां तक कि विपक्ष के उम्मीदवार अपने गृह राज्य झारखंड में भी बगावत को नहीं रोक पाए। मुर्मू को जीत के लिए जरूरी 5 लाख 43 हजार 261 वोट तीसरे राउंड में ही मिल गए। थर्ड राउंड के बाद उन्हें 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिले। यशवंत सिन्हा को 2 लाख 61 हजार 62 वोट ही मिले। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों समेत 20 राज्यों के वोट शामिल हैं। तीन राज्य ऐसे रहे, जहां मुर्मू ने क्लीन स्वीप किया। आंध्र प्रदेश, नगालैंड और सिक्किम में उन्हें 100 फीसदी वोट मिले। मूर्म को आंध्र प्रदेश में उन्हें इतने वोट मिलना अहम है क्योंकि यहां भाजपा सत्ता में नहीं है।

पहले राउंड से ही बाहर हुए यशवंत
विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मतगणना के पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे। मुर्मू की पहले राउंड में वोट वैल्यू 3.78 लाख थी। जबकि, सिन्हा 1.45 पर टिके थे। इसके बाद तीसरे राउंड तक जीत का अंतर बढ़ता गया। आंकड़ों के मुताबिक, मुर्मू को 6,76,803 वोट मिले, जबकि सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले। इस तरह द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति होंगी।

NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में जश्न का माहौल है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए जीत की खुशियां मना रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।मुर्मू की जीत के बाद भाजपा दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे और भाषण देंगे।

उत्तराखंड में आज से हरेला लोकपर्व शुरू, हरेला पर्व से मानी जाती है उत्तराखंड में सावन की शुरुआत, पुष्कर सिंह धामी ने पौधरोपण कर की शुरुआत

देवभूमि उत्तराखंड में आज से हरेला लोकपर्व का उत्सव शुरू हो गया है। वैसे तो उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण लोक पर्व हैं और इनमें से एक है ‘हरेला’। हरेला उत्तराखंड का लोक पर्व ही नहीं बल्कि हरियाली का प्रतीक भी है। उत्तराखंड में सावन की शुरुआत हरेला पर्व से मानी जाती है।इस पर्व का विशेष महत्व होता है और इस साल यह पर्व आज यानि 16 जुलाई को मनाया जा रहा है। हमारे पूर्वज बहुत दूरदर्शी थे इसलिए उन्होंने विज्ञान को लोक पर्व से पिरोकर रखा। लोकपर्व हरेला से पौधरोपण को बढ़ावा मिलता है। इससे वायुमंडल में आक्सीजन, भूजल संग्रहण के साथ वातावरण में हरियाली रहती है।  यह लोकपर्व खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  अपने आवास पर पौधरोपण कर हरेला पर्व की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व हरियाली का प्रतीक है। इसको हरित क्रांति के रूप में मनाना होगा, तभी हम पर्यावरण को संरक्षित रख सकते हैं। इसमें जन जन की भागीदारी होनी चाहिए।  मान्यता है कि हरेला पर्व पर लगाया पौधा सूखता नहीं है।

जुलाई माह के शुरु के 9 दिन में मक्‍का, गेहूं, उड़द, सरसों और भट को रिंगाल की टोकरी में रोपित किया जाता है। कुछ दिनों में ही इसमें अंकुरित होकर पौधे उग जाते हैं, उन्हें ही हरेला कहते हैं। इसके बाद 10वें दिन हरेला त्योहार के दिन इसे काटा जाता है और फिर इसका पूजन करते हैं और इसे हरेला पतीसना कहा जाता है। फिर यह देवता को अर्पित किया जाता है और घर की बुजुर्ग महिला सभी सदस्यों को हरेला लगाती है इन पौधों को देवताओं को अर्पित किया जाता है। इसके बाद घर के बुजुर्ग इसे काटते हैं और छोटे लोगों के कान और सिर पर रखकर आशीर्वाद देते हैं।

हरेला पर्व पर इस बार भाजपा प्रदेशभर में पौधरोपण का अभियान चलाकर पांच लाख पौधे रौपेगी। भाजपा की ओर से जगह-जगह आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के तहत प्रदेश में करीब 60 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। आज वन विभाग द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में पौधरोपण के बाद सीएम  ने कहा कि देहरादून को क्लीन सिटी ग्रीन सिटी बनाने का अभियान शुरू किया गया है। संस्थाओं द्वारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है और यह कार्यक्रम अगले एक महीने तक चलेगा।

सीएम ने कहा कि दो साल बाद शुरू हो रही कांवड़ शिव भक्त यात्रा में इस बार लगभग छह करोड़ शिव भक्त देव भूमि उत्तराखंड में पहुंचेंगे। कावड़ यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा की यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। शिव भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठाने दी जाएगी।

भारत में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी 19 चीजों का नहीं होगा इस्तेमाल, बेचने और बनाने वालों को दंड का प्रावधान

सरकार द्वारा देश में  सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी 19 चीजों पर प्रतिबंध लग गया है. आज से इन चीजों को बनाने, बेचने, इस्तेमाल करने, स्टोर करने और एक्सपोर्ट करने पर प्रतिबंध लग गया है. ये प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है, ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक के कचरे से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके. इनमें थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, गिलास, कटलरी जैसे कांटे, चम्मच, चाकू, पुआल, ट्रे, मिठाई के बक्सों पर लपेटी जाने वाली फिल्म, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट पैकेट की फिल्म, प्लास्टिक के झंडे, गुब्बारे की छड़ें और आइसक्रीम पर लगने वाली स्टिक, क्रीम, कैंडी स्टिक और 100 माइक्रोन से कम के बैनर शामिल हैं।

सिंगल यूज प्लास्टिक ऐसा प्लास्टिक होता है, जिसे सिर्फ एक बार इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाता है या जिसे एक बार इस्तेमाल कर फेंक देते हैं. सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है. ऐसे प्लास्टिक न तो डि-कंपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है. इनके टुकड़े पर्यावरण में जहरीले रसायन छोड़ते हैं, जो इंसानों और जानवरों के लिए खतरनाक होते हैं. इसके अलावा, सिंगल यूज प्लास्टिक का कचरा बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकता है, जिससे ग्राउंड वॉटर लेवल में कमी आती है.

अगस्त 2021 में अधिसूचित नियम और 2022 के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक को चरणबद्ध रूप से समाप्त करने के भारत के प्रयासों के तहत 31 दिसंबर, 2022 तक प्लास्टिक कैरी बैग की न्यूनतम मोटाई को मौजूदा 75 माइक्रोन से 120 माइक्रोन में बदल दिया जाएगा। मोटे कैरी बैग सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने के उद्देश्य से लाए जाएंगे। मंत्रालय ने कहा कि प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे और अधिकारियों की टीम को प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के अवैध उत्पादन, आयात, वितरण, बिक्री रोकने का काम सौंपा जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगभग चार साल पहले अनुमान लगाया था कि भारत प्रतिदिन लगभग 9,200 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न करता है, या एक वर्ष में 3.3 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक। उद्योग के एक वर्ग ने दावा किया है कि देश में लगभग 70 प्रतिशत प्लास्टिक कचरे को रिसायकल किया जाता है।

500 से दो हजार रुपये का जुर्माना होगा
1 जुलाई से आम लोगों पर प्रतिबंधित उत्पादों का इस्तेमाल करने पर 500 से दो हजार रुपये का जुर्माना होगा। वहीं, औद्योगिक स्तर पर इसका उत्पाद, आयात, भंडारण और बिक्री करने वालों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 के तहत दंड का प्रावधान होगा। ऐसे लोगों पर 20 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है या फिर पांच साल की जेल या दोनों सजा भी दी जा सकती है।

उत्तराखंड में धामी सरकार के 100 दिन हुए पूरे, 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का प्रयास

 उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूसरे कार्यकाल का 100 दिन बृहस्पतिवार को पूरा हो गया    मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं अपने प्रदेश की सवा करोड़ जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु प्रतिबद्ध हैं और पूर्ण समर्पण भाव के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं । हमने 100 दिन में अच्छा कार्य किया है और आगे भी अच्छा कार्य करने के साथ नया कीर्तिमान बनायेंगे। समृद्ध तथा आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण किया जाएगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। जनवरी में हुए विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को लगातार दूसरी बार जीत मिली थी लेकिन धामी खुद अपनी सीट खटीमा से हार गए थे। बाद में चंपावत सीट पर 31 मई को हुए उपचुनाव में उन्होंने 55 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की।

 उन्होंने कहा कि 100 दिन में हमने राज्य के विकास की जो आधारशिला रखी है, वह 2025 में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए विभागों को अगले पांच वर्षों में पर्यटन, पलायन, स्वरोजगार, अवस्थापना विकास सहित राज्य की तरक्की से जुड़े क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। सभी विभागों से विकास का रोडमैप मांग लिया गया है जिस पर सरकार आने वाले सालों में अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंतोदय परिवारों को साल में तीन सिलिंडर मुफ्त दिए, बुजुर्ग दंपत्तियों, दिव्यांगों, वृद्धों आदि की पेंशन में बढ़ोतरी की।राज्य में समान नागरिक संहिता लागू होगी जिसके लिए हमने समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई है। उत्तराखंड भ्रष्टाचार मुक्त होगा तो कार्यसंस्कृति में सुधार आएगा। जिस प्रकार आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अधिकारी डॉ. रामविलास यादव को जेल की हवा खिलाई गई।

विपक्ष : ‘पूरी तरह विफल है सरकार’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने धामी सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल को पूरी तरह विफल करार दिया और कहा, ”मात्र घोषणाएं करने से उपलब्धियां हासिल नहीं होतीं।” प्रति व्यक्ति कर्ज के मामले में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। 2017 में उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति कर्ज 35,000 रूपये था जो 2022 तक भाजपा सरकार ने एक लाख चार हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया।’’ उन्होंने कहा, ”धामी सरकार चारधाम यात्रा से लेकर विकास के मुददे तक हर मामले में विफल रही है। सरकार का बजट 2000 करोड रूपये के घाटे में है।”

अग्निपथ योजना के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने वरिष्ठ नागरिकों सहित किया सत्याग्रह, तथा अग्निपथ योजना की खामियों को जनता तक पहुंचाने की बात कही

केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड मे कांग्रेस ने सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन धरना व पुतला दहन किया जिसको कांग्रेस ने सत्याग्रह नाम दिया है। जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने किया। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत सहित पार्टी के सभी सीनियर नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ये योजना युवाओं के लिए अग्निपथ नहीं बल्कि बर्बादी का पथ है। अग्निपथ को युवाओं के साथ धोखा बताने के साथ ही उन्होंने इसे देशहित के भी खिलाफ बताया। इससे पहले हरीश रावत ने सोशल मीडिया में अपने कुछ दोस्तों का जिक्र करते हुए साझा किया कि उन्होंने ”अग्निपथ के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिक अभियान” प्रारंभ किया है। इसमें वह वरिष्ठ नागरिकों के साथ एक गर्वनर हाउस तक पदयात्रा करेंगे। जिसमें 60 साल के ऊपर के लोग अपना प्रतीकात्मक विरोध दर्ज करेंगे।

हरीश रावत का कहना है वे अभियान के तहत कुछ उप अभियान भी प्रारंभ करेंगे । पहले उप अभियान के माध्यम से प्रधानगणों से अपील की गई है कि प्रधानमंत्री से कहें कि मेरे गांव के नौजवानो का भविष्य बचाएं। दूसरा उप अभियान माताओं और बहनों की ओर से संचालित होगा, जिसमे वह प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगी ।और तीसरा उप अभियान, पूर्व सैनिकगण जो आग्रह करेंगे कि मोदी जी हमारे प्रदेश की सैन्य परंपरा का सम्मान करिए, उसकी रक्षा करिये। अग्निपथ योजना को वापस लीजिये।

कांग्रेस के इस सत्याग्रह पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस अग्नीपथ योजना को लेकर युवाओं को गुमराह कर रही है। मंत्री के अनुसार उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह पहले कई मुद्दों पर राजनीति करने की कोशिश की लेकिन उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। उसी तरह से अग्निपथ मुद्दे पर भी राजनीति कर युवाओं को बहकना चाहती है, लेकिन उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।

 

देहरादून में कई सालों से मेट्रो का इंतज़ार अब ख़त्म, क्या हरिद्वार और ऋषिकेश में भी कोई प्लान है?

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के कारण 6 साल पहले मेट्रो लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी. कई कारणों के चलते यह सिर्फ योजना ही बन कर रह गयी . अब मेट्रो का छोटा रूप मेट्रो नियो  (ट्राम) चलाने की तैयारी हो रही है.  करीब  22 किलोमीटर लंबे रूट प्रोजेक्ट को राज्य सरकार से मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है. अब उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर तक इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को केंद्र हरी झंडी दे सकता है.

इस साल अक्टूबर तक देहरादून को एक नए ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेट्रो नियो या ट्राम (Tram) की सौगात मिल सकती है. राज्य सरकार से इस प्रोजेक्ट को मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है और मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारी पूरी उम्मीद जताने के साथ ही उत्साह के साथ ये भी बता रहे हैं कि इसके बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में किस तरह के प्लान आने वाले हैं.

देहरादून में मेट्रो नियो के दो कॉरीडोर 
पहला कॉरीडोर – ISBT से सहारनपुर रोड, पथरीबाग, गांधी रोड से परेड ग्राउंड तक होगा
दूसरा कॉरीडोर – FRI मेन गेट से घंटाघर, ईसी रोड, रिस्पना ब्रिज, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और रायपुर सिटी बस अड्डे तक होगा.

हरिद्वार में वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट के रूप में पॉड टैक्सी चलाने के प्रोजेक्ट को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंजूरी दे दी है. अब इसे फाइनल सेंक्शन के लिए शासन को भेजा जा रहा है.  पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए हरिद्वार में करीब 23 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनाया जाएगा. इसके अलावा कॉरपोरेशन हरिद्वार में हर की पौड़ी से चंडी देवी तक रोपवे भी लगाने जा रहा है.

 

लाॅ प्रेप टयूटोरियल देहरादून के हर्षित को क्लैट में ऑल इंडिया 4वीं रैंक, हरिद्वार निवासी आयुष को 74वा स्थान

देहरादून : क्लैट के परिणाम में छाए उत्तराखंड के होनहार।दून के हर्षित गुप्ता को मिली ऑल इंडिया 4वीं रैंक और उत्तराखंड टाॅपर। हरिद्वार के आयुष गैरोला को ऑल इंडिया 74 वीं रैंक और हरिद्वार टाॅपर। क्लैट के जरिए 22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में मिलता है प्रवेश।कई निजी संस्थान भी क्लैट के रैंक पर देते हैं दाखिला।ऑल इंडिया 4वीं रैंक हासिल करने वाले जाखन निवासी हर्षित गुप्ता ने इसी साल बारहवीं की परीक्षा दी है।वह दून इंटरनेशनल स्कूल के छात्र हैं।जिसका परिणाम अभी नहीं आया है।उनके पिता सतपाल गुप्ता ऑर्डनेंस इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेनिंग में फैकल्टी हैं।मां ऋतु गुप्ता गृहिणी हैं।कॉमर्स के छात्र हर्षित बताते हैं कि उन्हें वाद विवाद, समसामयिक विषयों के अध्ययन में रुचि है।वह परंपरागत करियर नहीं चुनना चाहते थे।विधि क्षेत्र में उनकी रुचि 11वीं में हुई।जिसपर उन्होंने क्लैट की तैयारी की।वह पहले ही प्रयास में सफल हुए और रैंक भी अच्छी मिली।इस रैंक में उन्हें शीर्ष के विधि विश्वविद्यालय एनएलएस बेंगलुरु में दाखिला मिल जाएगा।हर्षित की बड़ी बहन ईशा एमबीबीएस कर रही हैं।वह आईजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल)शिमला में द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं।

वहीं 74वीं रैंक हासिल करने वाले रोशनाबाद हरिद्वार निवासी आयुष गैरोला ने भी इसी साल बारहवीं की परीक्षा दी है।वह डीपीएस रानीपुर में कला वर्ग के छात्र हैं।उनके पिता राकेश चंद्र गैरोला चीफ फार्मासिस्ट हैं और वर्तमान में जिला कारागार हरिद्वार में तैनात हैं।आयुष की मां संगीता गृहणी हैं।आयुष के अनुसार उनका शुरू से ही विधि क्षेत्र में रुझान था।उनके दादा (पिता के चाचा) डीपी गैरोला जिला जज रहे हैं।उनसे काफी प्रेरणा मिली और समय समय पर मार्गदर्शन भी।आयुष का बड़ा भाई प्रत्युष आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग कर रहा है।बड़े भाई ने भी हमेशा उन्हें प्रेरित किया।हर्षित और आयुष ने क्लैट की तैयारी लॉ प्रेप टयूटोरियल देहरादून से की है।संस्थान के निदेशक एसएन उपाध्याय ने दोनों छात्रों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

उत्तराखंड में करवट बदलता मौसम, 26 तक मौसम शुष्क रहेगा, 26 के बाद बारिश में तेजी आने का अनुमान

मौसम विभाग के मुताबिक अगले चार दिनों तक राज्य में मौसम गरम रहेगा। हालांकि शुक्रवार से कुछ पर्वतीय जिलों में हल्की – हल्की बारिश हो सकती है, अधिकांश इलाकों में 26 तक मौसम शुष्क रहेगा। उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश, गर्जन के साथ बारिश की संभावना है। 26 को कुमाऊं मंडल के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। इन तीनों दिन प्रदेश के शेष हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। 26 के बाद प्रदेश में बारिश में तेजी आने का अनुमान है।

वर्ष 2021 में जून माह में 262.9 एमएम बारिश(48 फीसदी) हुई थी। इस साल जून माह में अभी तक सिर्फ 45.7 एमएम बारिश ही हुई है। अभी तक सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। जिसमें अल्मोड़ा, चम्पावत, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंहनगर आदि जिलों में स्थिति काफी खराब है।

मौसम विभाग के अनुसार देहरादून के तापमान में एक बार फिर बढोत्तरी की संभावना है। बुधवार को अधिकतम तापमान 33.9 व न्यूनतम 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस जा सकता है। मौसम विभाग ने दून में 26 जून तक आसमान मुख्यत: साफ रहने का अनुमान लगाया है। इस दौरान तापमान में वृद्धि होगी। मौसम विभाग के अनुसार  27 की शाम से मौसम में कुछ बदलाव आने की संभावना दिख रही है, जिससे तापमान में एक बार फिर कमी आ सकती है।

22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में यूजी और पीजी प्रवेश के लिए CLAT 2022 परीक्षा आज रविवार 19 जून को आयोजित की गई, जानिए इस सत्र के लिए अपेक्षित कटऑफ ?

देश भर में 22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में यूजी और पीजी प्रवेश के लिए CLAT 2022 परीक्षा आज रविवार 19 जून को  आयोजित की गई।

उत्तराखंड में परीक्षा देहरादून और हल्द्वानी में आयोजित की गई थी।प्रत्येक गलत उत्तर के लिए (-.25) के नकारात्मक अंकन के साथ पेपर 150 अंकों का था।पेपर चार खंडों के साथ आता है; अंग्रेजी भाषा, करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान, कानूनी तर्क, तार्किक तर्क और मात्रात्मक तकनीक।

लॉ प्रेप ट्यूटोरियल देहरादून के निदेशक एवं क्लैट विशेषज्ञ श्री एस.एन. उपाध्याय के अनुसार सामान्य ज्ञान खंड में 35 प्रश्न थे और यह पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों की तुलना में अधिक कठिन था। लीगल रीजनिंग में 35 प्रश्न और लॉजिकल रीजनिंग में 30 प्रश्न थे। ये सेक्शन आसान और सबसे ज्यादा स्कोरिंग सेक्शन थे। अंग्रेजी भाषा खंड में 30 थे और यह आसान लेकिन लंबा था और मात्रात्मक तकनीक खंड में 20 प्रश्न थे और यह आसान पक्ष भी था। कुल मिलाकर, पेपर आसान से मध्यम था।

इस सत्र के लिए अपेक्षित कटऑफ हैं:

एनएलएस बैंगलोर 105-102
नालसर हैदराबाद 100-98
एनयूजेएस कोलकाता 98-95
एनएलयू जोधपुर 94-95

एनएलआईयू भोपाल 92-93
जीएनएलयू गांधीनगर 90-92
एमएनएलयू मुंबई 89-90
एचएनएलयू रायपुर 85-89
एनएलयू उड़ीसा 84-85
एनएलयू लखनऊ 83-84
आरजीएनयूएल पटियाला 80- 82
अन्य एनएलयू 78-80

 

राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में प्रवेश कें लिए क्लैट (clat 2022) परीक्षा आज,देहरादून में एक परीक्षा केंद्र

देश के 22 नैशनल विधि विश्वविद्यालय में 2700 सीटों के लिए आयोजित होने वाली क्लैट (clat 2022) परीक्षा आज रविवार को दोपहर 2 बजें से 4 बजें तक आई.एम.एस. राजपुर रोड, देहरादून में हो रहा हैं।इस बार देहरादून मे केवल एक परीक्षा केंद्र बनाया गया हैं जिसमें लगभग 1300 अभ्यर्थी परीक्षा दे रहें हैं।


कोविड गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर 1:30 बजे तक पहुंचना होगा।केंद्र पर 2:30 के बाद प्रवेश नही मिलेगा।
क्लैट (Clat) विशेषज्ञ लाॅ प्रेप दून के निदेशक एस.एन.उपाध्याय ने बताया कुल 150 मार्क्स के लिए 120 मिनट का समय निर्धारित हैं।इंग्लिश,समान ज्ञान, लाॅजिकल रीजनिग,लीगल रीजनिग और डाटा इटरंपिरटेशन सम्बन्धित प्रश्न होगें।पेपर पूरी तरह कंपिहेंसिव होगा,जबकि कंरट अफेयर और लीगल का हिस्सा 25-25 प्रतिशत होगा।लाॅजिकल रीजनिग और इंग्लिश का 20-20 प्रतिशत और डेटा इंटरप्रिटेशन में 10 प्रतिशत सवाल होगें।गलत उत्तर देनें में 0.25 अंक कटेंगा।