उत्तराखंड सरकार ने सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षाओं को रदद करने का निर्णय किया है। एक लाख 48 हजार 355 छात्र-छात्राओं को अब परीक्षा नहीं देनी होगी। वहीं, इंटर मीडिएट बोर्ड की परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित किया गया है। एक जून के बाद इस परीक्षा पर विचार किया जाएगा।
रविवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षा सचिव आर मीनाक्षीसुंदरम को इसके निर्देश दे दिए। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने बीते रोज इसके संकेत दे दिए थे। सीएम तीरथ रावत से सहमति मिलने के बाद शिक्षा मंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं के बाबत यह निर्णय किया है। सीबीएसई पहले ही हाईस्कूल की परीक्षाएं रद्द और 12 वीं की परीक्षा स्थगित कर चुकी है।
राज्य में चार मई से बोर्ड परीक्षाएं थी, कोरोना महामारी की वजह से इस शैक्षिक सत्र में वैसे भी स्कूल ज्यादा समय के लिए नहीं खुल पाए थे। आनलाइन के जरिए ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सरकार पहले परीक्षाओं को समय पर कराने के पक्ष में थी, पर राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने पर सरकार को अपना इरादा बदलना पड़ा। अब इसके औपचारिक आदेश होने बाकी हैं।
बेहतर अंक के लिए मिलेगा मौका
हाईस्कूल के जिन छात्र-छात्राओं को लगेगा कि वो ज्यादा बेहतर अंक हासिल कर सकते हैं, उन्हें परीक्षा का मौका दिया जाएगा। बकौल पांडे, इंटर की परीक्षा के दौरान हाईस्कूले के ऐसे छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा, ‘हाईस्कूलों के छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत किया जाएगा। अंक तय करने का फार्मूला भी तय किया जा रहा है। हाईस्कूल की परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों को भविष्य में होने वाली इंटर की परीक्षा के साथ अलग से इम्तहान कराया जाएगा। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता शिक्षक और छात्रों की जीवन सुरक्षा है। इसलिए यह निर्णय लेना पड़ा है।’उन्होंने कहा कि 10वीं के छात्र जिन्हें लगता है कि बिना परीक्षा के उनका रिजल्ट अच्छा नहीं होगा उन्हें इंटर परीक्षा के साथ ही पेपर देने का मौका दिया जाएगा। एक जून के बाद आगे फैैसला लिया जाएगाा।