उत्तराखंड में सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी महेश जीना और कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली मंगलवार को नामांकन करेंगे। भिकियासैंण में प्रातः साढ़े दस बजे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सल्ट चुनाव के संगठन प्रभारी सुरेश भट्ट,कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, डॉ.धन सिंह रावत आदि मौजूद रहेंगे। नामांकन के बाद जनसभा का भी आयोजन किया गया है। महेश पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के भाई है। भाजपा चुनाव में सहानुभूति बटोरने की पूरी कोशिश करेगी।
जबकि, कांग्रेस की गंगा पंचोली वर्ष 2017 के चुनाव में सल्ट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। उस वक्त वह 2904 वोट से जीत से चूक गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर में भी गंगा ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। बता दें कि भारत निर्चावन आयोग के तय कार्यक्रम के मुताबिक उत्तराखंड में 17 अप्रैल को अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा की रिक्त सीट पर मतदान होगा। सल्ट चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 30 मार्च नियत की है। 3 अप्रैल का दिन नाम वापसी के लिए तय किया गया है। 17 अप्रैल को मतदान के बाद मतगणना दो मई को होगी।
गौरतलब है कि नवंबर माह में उत्तराखंड में सल्ट विधानसभा से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था। विधायक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इससे कुछ दिन पहले उनकी पत्नी का भी दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। सुरेंद्र सिंह जीना काफी लोकप्रिय थे। सुरेंद्र लगातार तीसरी बार विधायक बने थे। उनके निधन से सल्ट विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी। अब भाजपा ने महेश जीना को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली ने पिछले चुनाव में मोदी लहर के बावजूद भाजपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दी थी।
सल्ट विस चुनाव: 2017
43083 वोट पड़े थे टोटल
एसएस जीना 21581
गंगा पंचौली 18677
जीत का अंतर 2904
नोटा 812
उत्तराखंड की भले ही एक ही सीट पर उपचुनाव हो रहा है, लेकिन ये काफी अहम माना जा रहा है. यह उपचुनाव इसीलिए भी काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगले साल 2022 के विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में इस सीट की जीत हार के सियासी मायने निकाले जाएंगे, जिसके लिए इसे 2022 का लिट्मस टेस्ट भी माना जा रहा है। बीजेपी में नवनियुक्त सीएम तीरथ सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष बने मदन कौशिक की परीक्षा भी है. बीजेपी यह उपचुनाव जीती तो तीरथ रावत और कौशिक मजबूत होंगे,सीट गंवाई तो पार्टी से लेकर सरकार के लिए एक बड़ा झटका होगा ।