News web media uttarakhand : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बुधवार को कहा कि पिछले एक साल में परीक्षा में धांधली के आरोप में 800 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर नकल कर परीक्षा में धांधली करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि अभियोजन पक्ष द्वारा दोषियों के खिलाफ न्यायालय में कड़ी पैरवी की जा रही है. उन्होंने कहा, “अपराध और कानून व्यवस्था को देखते हुए 900 से अधिक भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है।”
अधिकारी ने बताया कि नौकरी दिलाने, विदेश भेजने और चिटफंड आदि के नाम पर 200 से अधिक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा, “मिशन नशा मुक्त देवभूमि 2025 के तहत 199 ड्रग माफियाओं को जेल भेजा गया है।” पुलिस कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए डीजीपी ने कहा कि गैंगस्टर एक्ट के तहत 445 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और 175 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है. उन्होंने बताया कि अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ चलाये गये विशेष अभियान के तहत 538 इनामी व वांछित अपराधियों को जेल भेजा गया है. गुंडा एक्ट के तहत 138 आरोपियों को बदर जिले में शिफ्ट किया गया है.
इस महीने की शुरुआत में, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पटवारी / लेखपाल परीक्षा में नकल करने वाले 44 उम्मीदवारों को आयोग की आगामी परीक्षाओं से पांच साल के लिए बाहर करने का फैसला किया। गौरतलब है कि आयोग ने पूर्व में जेई परीक्षा में नकल करने वाले 61 अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए अगले पांच साल तक आयोग की सभी परीक्षाओं में भाग लेने पर रोक लगा दी है. आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस तरह कुल 105 नकल करने वाले उम्मीदवार अगले पांच साल तक आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फरवरी में कहा था कि आगामी सभी परीक्षाएं राज्य के नकल विरोधी अध्यादेश के तहत आयोजित की जाएंगी। यह सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्रों के कथित लीक होने को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद आया है।