News web media Uttarakhand : अमेरिका में भारत के नए राजदूत के नाम का एलान कर दिया गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने वरिष्ठ भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी विनय मोहन क्वात्रा को अमेरिका में भारत का राजदूत नियुक्त किया है। आपको बता दें कि क्वात्रा इसी महीने विदेश सचिव के पद से सेवानिवृत हुए थे। अब उन्हें अमेरिका में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह पद जनवरी में तरनजीत सिंह संधू के सेवानिवृत्त होने के बाद से रिक्त पड़ा था। क्वात्रा का कार्यकाल इस वर्ष 30 अप्रैल को ही खत्म हो गया था लेकिन केंद्र सरकार ने उनका कार्यकाल छह महीने के लिए बढ़ा दिया था। क्वात्रा की जगह विक्रम मिस्री को विदेश सचिव नियुक्त किया गया है। विदेश सचिव बनने से पहले विनय मोहन क्वात्रा, भारत के दूत के रूप में चीन, अमेरिका, फ्रांस में काम कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका के संबंधों में उथल-पुथल के बीच क्वात्रा की नियुक्ति
अमेरिका के राजूदत के तौर पर विनय क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है, जब भारत-अमेरिका संबंधों में उथल-पुथल मची हुई है। अमेरिका ने हाल ही में पीएम मोदी की रूस यात्रा पर भी सवाल उठाए थे, और रूस के साथ भारत के संबंधों पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। इसके अलावा, अमेरिका द्वारा भारत पर खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित तौर पर हत्या करने की साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है। भारतीय मूल के विवेक गुप्ता को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और अमेरिकी अधिकारियों के कहने पर उसे अमेरिका भेज दिया गया था।
ये लोग भी बन चुके हैं रिटायर होने के बाद राजूदत
2011 में यूपीए शासनकाल के दौरान भारत सरकार ने निरुपमा राव को विदेश सचिव के पद से रिटायर होने के बाद अमेरिका का राजूदत बनाया गया था। वे 2011 से 2013 तक इस पद पर रही थीं। उनके बाद वर्तमान विदेश मंत्री एस जयशंकर, अरुण कुमार सिंह, नवतेज सरना, हर्षवर्धन श्रृंगला और तरनजीत सिंह संधू ने यह कार्यभार संभाला। हालांकि, ये सभी रिटायर नहीं हुए थे। वैसे और भी कई ऐसे रिटायर आईएफएस अधिकारी रहे हैं, जो इस महत्वपूर्ण पद को संभाल चुके हैं। इनमें 1966 बैच के आईएफएस अधिकारी कंवल सिब्बल नवंबर 2003 में विदेश सचिव के पद से रिटायर होने के बाद 2004 से 2007 तक रूस में भारत के राजदूत रहे। इसके अलावा 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी रंजन मथाई 2013 में विदेश सचिव के पद से रिटायर हुए। उन्हें उसी साल दिसंबर महीने में ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था।