News web media Uttarakhand : स्थानीय नगर निगम टाउन हॉल में श्री नरसिंह कृपा धाम एवं ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद द्वारा संयुक्त तत्वाधान में गोस्वामी तुलसीदास जी का 526 वीं जयंती महोत्सव परंपरागत रूप से मनाई गई।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए महंत किशन गिरी जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म को पुनः स्थापित करते हुए उन्होंने समाज को एक सूत्र में बांधने वाला श्री रामचरितमानस ग्रंथ दिया। महंत जी ने कहा कि हमें अपने बच्चों को संस्कारमय में बनाना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में स्वामी 1008 अमृत प्रकाश जी महाराज ने कहा कि हमें अपने संतो उनकी वाणी को आत्मसात करना चाहिए। उनके बताए गए सदमार्ग को अपनाना चाहिए।
गौडिया मठ के संस्थापक भक्ति प्रश्न त्यागी ने कहा कि तुलसीदास जी ने राम नाम मंत्र जपने से मनुष्य को सद्गति प्राप्त हो जाती है। तुलसीदास जी ने अपने काव्य व साहित्य से भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया।
विशिष्ट अतिथि आईजी (आईपीएस) श्री पुष्पक ज्योति एवं डीआईजी अमिताभ श्रीवास्तव जी ने अपने विचार रखें।
कार्यक्रम के अंत में ओजस्वी कवि श्रीकांत श्री के संचालन में कवि संबोधन का आयोजन किया गया।
विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले विभूतियों का “तुलसी रत्न सम्मान” से उनको सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन दिनेश शर्मा एवं उमानरेश तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष एस.एन.उपाध्याय, महापौर देहरादून सुनील उनियाल गामा, श्री नरसिंह कृपा धाम के संस्थापक आचार्य शशिकांत दुबे, डी.पी.पांडे, अशोक मिश्रा, विनोद त्यागी, दिवाकांत शास्त्र, डॉ. वी.डी. शर्मा प्रवक्ता, सूर्य प्रकाश शर्मा, श्री एस.पी.पाठक, श्री दिनेश शर्मा, वी.पी.पांडेय आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।