22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में यूजी और पीजी प्रवेश के लिए CLAT 2022 परीक्षा आज रविवार 19 जून को आयोजित की गई, जानिए इस सत्र के लिए अपेक्षित कटऑफ ?

देश भर में 22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में यूजी और पीजी प्रवेश के लिए CLAT 2022 परीक्षा आज रविवार 19 जून को  आयोजित की गई।

उत्तराखंड में परीक्षा देहरादून और हल्द्वानी में आयोजित की गई थी।प्रत्येक गलत उत्तर के लिए (-.25) के नकारात्मक अंकन के साथ पेपर 150 अंकों का था।पेपर चार खंडों के साथ आता है; अंग्रेजी भाषा, करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान, कानूनी तर्क, तार्किक तर्क और मात्रात्मक तकनीक।

लॉ प्रेप ट्यूटोरियल देहरादून के निदेशक एवं क्लैट विशेषज्ञ श्री एस.एन. उपाध्याय के अनुसार सामान्य ज्ञान खंड में 35 प्रश्न थे और यह पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों की तुलना में अधिक कठिन था। लीगल रीजनिंग में 35 प्रश्न और लॉजिकल रीजनिंग में 30 प्रश्न थे। ये सेक्शन आसान और सबसे ज्यादा स्कोरिंग सेक्शन थे। अंग्रेजी भाषा खंड में 30 थे और यह आसान लेकिन लंबा था और मात्रात्मक तकनीक खंड में 20 प्रश्न थे और यह आसान पक्ष भी था। कुल मिलाकर, पेपर आसान से मध्यम था।

इस सत्र के लिए अपेक्षित कटऑफ हैं:

एनएलएस बैंगलोर 105-102
नालसर हैदराबाद 100-98
एनयूजेएस कोलकाता 98-95
एनएलयू जोधपुर 94-95

एनएलआईयू भोपाल 92-93
जीएनएलयू गांधीनगर 90-92
एमएनएलयू मुंबई 89-90
एचएनएलयू रायपुर 85-89
एनएलयू उड़ीसा 84-85
एनएलयू लखनऊ 83-84
आरजीएनयूएल पटियाला 80- 82
अन्य एनएलयू 78-80

 

राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में प्रवेश कें लिए क्लैट (clat 2022) परीक्षा आज,देहरादून में एक परीक्षा केंद्र

देश के 22 नैशनल विधि विश्वविद्यालय में 2700 सीटों के लिए आयोजित होने वाली क्लैट (clat 2022) परीक्षा आज रविवार को दोपहर 2 बजें से 4 बजें तक आई.एम.एस. राजपुर रोड, देहरादून में हो रहा हैं।इस बार देहरादून मे केवल एक परीक्षा केंद्र बनाया गया हैं जिसमें लगभग 1300 अभ्यर्थी परीक्षा दे रहें हैं।


कोविड गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर 1:30 बजे तक पहुंचना होगा।केंद्र पर 2:30 के बाद प्रवेश नही मिलेगा।
क्लैट (Clat) विशेषज्ञ लाॅ प्रेप दून के निदेशक एस.एन.उपाध्याय ने बताया कुल 150 मार्क्स के लिए 120 मिनट का समय निर्धारित हैं।इंग्लिश,समान ज्ञान, लाॅजिकल रीजनिग,लीगल रीजनिग और डाटा इटरंपिरटेशन सम्बन्धित प्रश्न होगें।पेपर पूरी तरह कंपिहेंसिव होगा,जबकि कंरट अफेयर और लीगल का हिस्सा 25-25 प्रतिशत होगा।लाॅजिकल रीजनिग और इंग्लिश का 20-20 प्रतिशत और डेटा इंटरप्रिटेशन में 10 प्रतिशत सवाल होगें।गलत उत्तर देनें में 0.25 अंक कटेंगा।

उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी, विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश होगी

उत्तराखंड सरकार ने कोरोनाकाल के बाद विकास से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से फोकस किया। कोरोना काल में चौपट हुई उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है। राज्य की आर्थिकी की धुरी माने जाने वाले पर्यटन सेक्टर में तेजी से सुधार होता दिखाई दे रहा है। अर्थ एवं संख्या विभाग के आर्थिक विकास दर के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं।

जिला योजना में 40 प्रतिशत धनराशि आजीविका बढ़ाने वाली योजनाओं पर खर्च की गई। अवस्थापना कार्यों और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादन की तेजी, पर्यटन कारोबार और सेवा से जुड़े क्षेत्रों के विस्तार से अर्थव्यवस्था में सुधार दिखाई दे रहा है।

प्रचलित भावों संशोधित आंकड़ों के मुताबिक, राज्य की विकास दर जो कोरोनकाल में 2020-21 के दौरान शून्य से नीचे -4.42 प्रतिशत तक गिर गई थी। उसके 2021-22 में 6.13 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। यह 2018-19 में राज्य की 6 प्रतिशत विकास दर से भी अधिक है।

राज्य सरकार 14 जून से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश होगी। इस रिपोर्ट में राज्य की वित्तीय स्थिति और अर्थव्यवस्था के बारे में पूरी तस्वीर दिखाई जाएगी। साथ ही रिपोर्ट उन क्षेत्रों की स्थिति से पर्दा उठाएगी, जो राज्य की आर्थिकी के लिए खासे अहम हैं।

अर्थ एवं संख्या विभाग के अपर निदेशक डॉ. मनोज कुमार पंत का कहना है कि कोरोनाकाल के बाद राज्य ने विकास एवं निर्माण से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से फोकस किया। जिला योजना में 40 प्रतिशत धनराशि आजीविका बढ़ाने वाली योजनाओं पर खर्च की गई। अवस्थापना कार्यों और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादन की तेजी, पर्यटन कारोबार और सेवा से जुड़े क्षेत्रों के विस्तार से अर्थव्यवस्था में सुधार दिखाई दे रहा है।

चंपावत उपचुनाव :- मुख्यमंत्री धामी समेत इन चार प्रत्याशियों की आज अग्निपरीक्षा, सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा मतदान

चंपावत उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। चंपावत विधानसभा उपचुनाव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं चंपावत विधानसभा के सभी मतदाताओं को शुभकामनाएं देता हूं कि वो मतदान करने के लिए मतदान केंद्र आ रहे हैं, सभी लोग शत-प्रतिशत मतदान में हिस्सा लेंगे और चंपावत का नया इतिहास बनाएंगे।

चंपावत सीट पर होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित चार प्रत्याशियों की तकदीर ईवीएम में लॉक हो जाएगी। मतदान सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा।

जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि इस सीट पर सीएम धामी के अलावा कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी, सपा समर्थित मनोज कुमार भट्ट और निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी चुनाव मैदान में हैं। 96213 वोटर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 50171 पुरुष मतदाता और 46042 महिला वोटर शामिल हैं।

चंपावत उप चुनाव को लेकर चम्पावत विस सीट में 14 बूथ अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। जबकि 18 बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। निर्विघ्न और शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने बूथों की समीक्षा की है। इन बूथों में चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि विस में 14 बूथों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें कोट अमोड़ी, खर्ककार्की, बनबसा, गुदमी, भजनपुर दोनों, चंदनी दोनों, मंडी समिति आमबाग, आमबाग दो, और टनकपुर के तीन बूथ शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इसी तरह 18 बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें गूंठ गरसाड़ी, बिरगुल, गुरजिला पाली, बडोली, हिडिंगा, कठौल, डांडा, बुंगादुर्गापीपल, मटकांडा, रुइयां, बनबसा कैनाल, फागपुर, मनिहारगोठ के दो, थपलियालखेड़ा, छीनीगोठ, नायकगोठ और टनकपुर के बूथ शामिल हैं।  उन्होंने बताया कि अति संवेदनशील और संवेदनशील बूथों में अर्द्धसैनिक और पुलिस बल के जवान तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

चंपावत उपचुनाव के मद्देनज़र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में अपने निवास के पास मंदिर में जाकर पूजा की। साथ ही सीएम धामी ने चंपावत में बनबसा के एक मतदान केंद्र पहुंचकर मतदाताओं से मुलाकात की और मतदान केंद्र का जायज़ा लिया।

विधानसभा के उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है।

151 पोलिंग बूथ पर मतदान हो रहा है।

96 हजार 216 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चुनावी मैदान में है।

कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी चुनावी मैदान में हैं।

समाजवादी पार्टी और एक निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में।

सभी उम्मीदवारों की किस्मत आज शाम 5 बजे हो जाएगी लॉक।

पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई है।

मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने थामी प्रचार की कमान, चंपावत में डाला डेरा

चंपावत विधानसभा सीट के लिए 31 मई को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ केंद्रीय नेताओं का भी कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। सोमवार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चंपावत पहुंचकर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।चंपावत उप चुनाव में कांग्रेस प्रचार में कहीं भी सत्तारूढ़ दल से पीछे नहीं दिखना चाहती है। जैसा कि कुछ लोगों की ओर से प्रचार किया जा रहा था कि कांग्रेस ने भाजपा को वॉकओवर दे दिया। पार्टी ने इस तथ्य को कुप्रचार बताते हुए पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने का दम दिखाया है। यही वजह है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, जसपुर के विधायक आदेश चौहान सहित  तमाम नेता चंपावत में डेरा डाले हुए हैं।

चंपावत का रण जीतने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री, 3 राष्ट्रीय स्तर के नेता, प्रदेश अध्यक्ष समेत पूरा संगठन चंपावत में डेरा डाले हुए हैं। जबकि कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कई विधायक चंपावत पहुंंच चुके हैं। ऐसे में अब अंतिम दौर में चंपावत का चुनाव रोमांचक होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए कुर्सी बचाने का अभियान कहा जा रहा चंपापत उपचुनाव प्रचार के अंतिम दौर में खासा दिलचस्प हो गया है। सोमवार 23 मई को कांग्रेस की ओर से कैंपेन करने के लिए हरीश रावत पहुंचे और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के समर्थन में प्रचार व जनसंपर्क किया। रावत को भेजकर चंपावत में कांग्रेस ने न केवल कड़े मुकाबले बल्कि पार्टी की एकजुटता का संदेश भी दिया। रावत से पहले यहां अन्य कांग्रेसी नेता पहुंच चुके हैं और कई आ सकते हैं।

कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में अपने दिग्गजों को रण में उतार दिया है। सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत चंपावत पहुंच गए। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी पहुंच चुके हैं। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक सुमित ह्रदयेश, मनोज तिवारी, सांसद प्रदीप टम्टा पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल आदि प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। लेकिन सबसे खास एंट्री हरीश रावत की मानी जा रही है। जो कि धामी को टक्कर देने की रणनीति पर काम करने का दावा कर चुके हैं। हालांकि हरीश रावत के नेतृत्व में जिस तरह विधानसभा का चुनाव पार्टी बुरी तरह से हारी है, साथ ​ही वे खुद भी चुनाव हारे, उससे कांग्रेस के मनौबल पर बहुत बुरा असर पड़ा है। जो कि बीते दिनों में नजर भी आया। लेकिन अब चंपावत के बहाने कांग्रेस एक नई किरण जगाने की कोशिश में है। चिंतन शिविर और दिल्ली में हाईकमान से मिलने के बाद हरीश रावत नए अंदाज में नजर आ रहे हैं।

उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, पहाड़ों पर झमाझम बारिश, बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी

देहरादून:-  उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम का मिजाज बदल गया है। राज्य के पर्वतीय जनपदों में रविवार देर रात से तेज हवाएं चलने के साथ ही झमाझम बारिश भी हुई। राजधानी देहरादून में सोमवार सुबह तक बारिश जारी रही। जिसके बाद मौसम सुहावना हो गया है।

सोमवार को मौसम ने करवट ली तो पहाड़ों पर झमाझम बारिश हुई। वहीं यमुनोत्री धाम की चोटियों पर बर्फबारी से कड़ाके ठंड पड़ रही है। उधर, श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में रात से हल्की बारिश जारी है। नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में भी बीती रात से झमाझम बारिश होने से मौसम में ठंडक आ गई है।

बारिश के चलते मौसम सुहाना हुआ, साथ ही जंगलों में लगी आग भी शांत हो गई है। मौसम के बदले मिजाज से सोमवार को कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में जहां भारी बारिश, वहीं दून समेत मैदानी क्षेत्रों में भी हल्की बारिश के साथ ही तेज आंधी की संभावना मौसम विभाग ने जताई थी।

मौसम विभाग ने 24 मई तक राज्य के अधिकांश जनपदों पहाड़ से लेकर मैदान पर भारी बारिश ,आंधी तूफान ,ओलावृष्टि और बिजली गिरने की संभावना जताई है।जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है ।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सोमवार को देहरादून ,टिहरी ,उत्तरकाशी ,बागेश्वर नैनीताल ,पिथौरागढ़ में भारी बारिश के साथ पर्वतीय इलाकों में ओलावृष्टि व बिजली गिरने के साथ ही 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।

मंगलवार को राज्य के देहरादून ,टिहरी ,उत्तरकाशी ,बागेश्वर नैनीताल ,पिथौरागढ़ में भारी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है । कुछ इलाकों में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश के साथ ही तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओें के चलने की भी संभावना जताई गई थी। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, आज सोमवार को कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश होगी। साथ ही तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है।

गैरसैंण में सात जून से होगा विधानसभा सत्र, धामी सरकार पेश करेगी अपना बजट

सात जून से गैरसैंण में विधानसभा सत्र होगा। इसी सत्र में धामी सरकार अपना बजट भी पेश करेगी। इसके साथ आर्थिक सर्वेक्षण भी आएगा। सीएम धामी इन दिनों लगातार बजट को आम जनता के अनुरूप बनाने के लिए लगातार जन संवाद कर कर रहे हैं।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।  जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड धर्म और आध्यात्म का केंद्र है। राज्य की पारिस्थितिकी और आर्थिकी को साथ लेकर चलना है। उत्तराखंड आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब हम सब अपने दायित्वों का सही ढंग में निर्वहन करें।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है। इसके लिए यह जरूरी है कि उद्यमी युवाओं के मददगार बने। वित्त मंत्री प्रेमचद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पहली बार बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इससे समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के विकास की परिकल्पना भी साकार होगी। इस मौके विधायक खजान दास, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. दुर्गेश पंत ने किया।

गढ़वाल यूनिवर्सिटी सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय को मिली इस साल CUET से राहत, इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत होंगे एडमिशन

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) जुलाई के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगा। ये पोस्‍ट ग्रेजुएशन प्रवेश के लिए पहली बार आयोजित होने वाली कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमारएनटीए इन परीक्षाओं को अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है। अप्‍लीकेशन जमा करने की आखिरी तारीख 18 जून है।एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन विंडो भी गुरुवार, 19 मई से ही शुरू हो रही है।

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय में इस साल एडमिशन को बड़ी राहत दी है यूजीसी की ओर से जारी एक पत्र के मुताबिक इन विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन की छूट रहेगी हालांकि यह छूट केवल इस वर्ष के लिए है

यूजीसी के इस पत्र के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर पीजी कॉलेज सहित जितने भी प्राइवेट पैरामेडिकल व अन्य कॉलेज हैं, सभी में पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन होंगे। इनमें से किसी भी कॉलेज में सीयूईटी एग्जाम की जरूरत नहीं है।

 

Uttarakhand CUET admission

इन यूनिवर्सिटी को मिली इस साल CUET से राहत
HNB Garhwal Central University
Sikkim University
Rajiv Gandhi University,
Manipur University,
Assam University.
Nagaland University,
Tripura University,
Mizoram University,
NEHU

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक्शन से मची खलबली: देहरादून आरटीओ कार्यलय मे किया निरीक्षण, आरटीओ को किया सस्पेंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अनुपस्थित मिले। मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दिए, शाम को सचिव परिवहन ने उनके निलंबन आदेश जारी कर दिए। पठोई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।

यहां अनियमितताओं को लेकर उन्होंने तुरंत आरटीओ दिनेश पठोई को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान यहां 80 फीसदी कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीएम के सुबह-सुबह इस तरह निरीक्षण पर पहुंचने से यहां विभागीय कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।

मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ के साथ ही एआरटीओ के खिलाफ पर सस्पेंड की कार्रवाई की गई है।

सुबह दस बजे दफ्तर नहीं पहुंचने वाले कई अधिकारियों कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के आदेश किए गए। मुख्यमंत्री को आरटीओ कार्यालय में अनियमितता की लगातार शिकायतें मिल रही थी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अभी कई और अफसरों पर गाज गिर सकती है।

आरटीओ कार्यालय में छापे की कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री धामी सचिवालय पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान और सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम को बुलाया और उनसे पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

भारत में होने वाली एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने देहरादून के ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को संयुक्त रूप सौंपी गयी है, 28 देशों के 220 ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे

एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी संयुक्त रूप सौंपी गयी है।

भारत में 23 से 31 मई, 2022 तक देहरादून में होने वाले 22वें एशियाई भौतिकी ओलंपियाड (एपीएचओ – 2022) का मेजबान बनकर सम्मानित महसूस कर रहा है। आयोजन समिति की ओर से, सभी देशों की टीमों को आमंत्रित करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। APhO-2022 में भाग लेने के लिए एशिया और ओशिनिया क्षेत्रों में। इसका आयोजन इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स द्वारा होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन के माध्यम से परमाणु ऊर्जा विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून में एक नोडल केंद्र के साथ किया जा रहा है।

पिछले 2 वर्षों में हम सभी COVID-19 महामारी के कठिन समय से गुजरे हैं, और एशियन फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन का एक बड़ा प्रभाव पड़ा है। एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2020 को 2021 में स्थानांतरित कर दिया गया है और इसे ऑनलाइन आयोजित किया गया था। देशों और समय क्षेत्रों में ऑनलाइन प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने के लिए कोई आसान चुनौती नहीं है। मैं इस महामारी के दौरान एपीएचओ की मेजबानी करने की भारत की इच्छा के लिए आभारी हूं, मेरा मानना ​​है कि भारत एक महान एपीएचओ की मेजबानी कर सकता है। मुझे आशा है कि आयोजन सुचारू रूप से और सफलतापूर्वक चलेगा।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

10 साल बाद भारत में यह ओलिंपियाड किया जा रहा है और उसके लिए ग्राफिक एरा को चुनकर दुनिया के शीर्ष भौतिक वैज्ञानिकों के समुदाय ने ग्राफिक एरा की शिक्षा की उच्च स्तरता पर अपनी मुहर लगा दी। यह शिक्षकों और छात्र छात्राओं के लिए कुछ नया सीखने का एक बेहतरीन मौका होगा ।आयोजन की तैयारियां को अंतिम रुप दिया जा रहा है और इस आयोजन को लेकर ग्राफिक एरा बहुत उत्साहित है।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

हर देश की टीम में वहां के टॉप 8 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जो ऑनलाइन माध्यम से ओलंपियाड में शामिल रहेंगे। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे कुमार ने कहा कि विश्व स्तरीय फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन की जिम्मेदारी ग्राफिक एरा को मिलना न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समूचे उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है।