उत्तराखंड: यूक्रेन से सकुशल वापस लौटे 86 नागरिक, उत्तराखंड के अभी फंसे भी यूक्रेन में 201 नागरिक फंसे होने की सूचना

यूक्रेन में फंसे नागरिकों का उत्तराखंड लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार तक राज्य के 86 छात्र-छात्राएं और अन्य नागरिक विशेष विमान से नई दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। अब भी वहां 201 नागरिकों के फंसे होने की सूचना है। जिनकी लोकेशन प्राप्त हो गई है, उन्हें केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश लाने के प्रयास हो रहे हैं।

मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासियों के संबंध में बैठक की। जिलाधिकारियों को यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्रों एवं अन्य नागरिकों के परिजनों के लगातार संपर्क में रहते हुए उनसे संबंधित जानकारी शासन एवं दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त कार्यालय को शीघ्र साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूचनाओं का आदान-प्रदान विदेश मंत्रालय से शीघ्रता से किया जाए ताकि यूक्रेन से छात्रों और अन्य नागरिकों को शीघ्रता से निकाला जा सके।

मुख्य सचिव संधू ने कहा कि यदि फेसबुक और ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से किसी छात्र या नागरिक के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिलती है लेकिन उसके स्थान (लोकेशन) का पता नहीं चल पा रहा है तो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) से संपर्क किया जाए।

अधिकारियों के अनुसार यूक्रेन में फंसे छात्रों एवं उत्तराखंड में रह रहे उनके परिजनों के मोबाइल नम्बरों को जोड़ते हुए तीन व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाये गये हैं जिनमें सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी जोडा गया है।

मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में यूक्रेन से आने वाले उत्तराखंड के लोगों के लिए समन्वय केंद्र बनाया गया है जिसमें सभी आगन्तुकों के लिए ठहरने एवं भोजन के अलावा दिल्ली से अपने गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था भी राज्य की ओर से की गई है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वद्र्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन सहित वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी भी मौजूद थे।

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2022: 10वीं-12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में हुआ बड़ा बदलाव, पढ़िए अब कब होंगीं परीक्षाएं

उत्तराखंड शिक्षा विभाग द्वारा विधानसभा चुनाव के बीच 10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया गया था। लेकिन कुछ कारणों के चलते डेट शीट में बदलाव कर दिए गए। बोर्ड द्वारा बताया गया कि नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए होने वाले एग्जाम के चलते बोर्ड एग्जाम के शेड्यूल में बदलाव किए गए हैं।

उत्तराखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया है। बोर्ड एग्जाम पहले 28 मार्च से 18 अप्रैल 2022 तक चलने वाले थे, लेकिन अब आखिरी पेपर 19 अप्रैल 2022 को होगा।माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के मुताबिक नौ अप्रैल 2022 को होने वाली परीक्षा अब 19 अप्रैल को होगीं। शिक्षा निदेशक के मुताबिक उत्तराखंड बोर्ड की ओर से संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया है।

9 अप्रैल को होने वाली 10वीं संस्कृत एवं 12वीं की अंग्रेजी, कृषि अभियंत्रण चतुर्थ प्रश्न पत्र, कृषि पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान विषयों की परीक्षाएं 19 अप्रैल को होगी। प्रथम पाली में परीक्षा सुबह आठ बजे से 11 बजे तक होगी। जबकि दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा होगी।

बोर्ड परीक्षाएं 28 मार्च से शुरू होंगी। जो 19 अप्रैल तक चलेंगी। हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को परीक्षा के लिए सुबह 7.30 बजे परीक्षा कक्ष में उपस्थित होना होगा। जबकि इंटर के छात्रों को दोपहर 1.30 बजे उपस्थित होना होगा। जिन्हें प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

2.43 लाख स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा
परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं के कुल 2.43 लाख अभ्यर्थियों ने एप्लीकेशन फॉर्म भरा है, ये राज्य के 1333 केंद्रों पर एग्जाम देंगे। राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा अभ्यर्थियों से लगातार ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करने के लिए कहा जा रहा है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनावों पर दिया बड़ा बयान, उत्तराखंड कांग्रेस ने चुनाव आयोग पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट में दोबारा चुनाव करवाने की मांग की

देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले चुनावों के परिणाम दस मार्च को आ जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इन चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत का दावा करने वाला एक बयान देकर सियासी प्रतिक्रियाओं को हवा दे दी है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर अन्य चार राज्यों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। पुलिस और अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के पास पोस्टल बैलेट न पहुंचने के सवाल पर हरदा ने कहा कि भाजपा सरकार में कुछ भी हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में अभी दो चरण में मतदान शेष है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी वहां चुनाव प्रचार कर चुके हैं। मंगलवार को लालकुआं लौटे रावत ने कांग्रेस नगर अध्यक्ष गुरदीप सिंह के आवास में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन मामले को राष्ट्रीय संकट मानते हुए कहा कि भारतीयों की जल्द सुरक्षित वापसी कराई जानी चाहिए।

पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट से मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ के वीडियो पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इन वोटों के लिए दोबारा चुनाव करवाने की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस बार इन वोटों के लिए चुनाव सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में करवाया जाना चाहिए।

राज्य में 14 फरवरी को वोटिंग होने के बाद 22 फरवरी को हरीश रावत ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आर्मी जवानों के पोस्टल बैलेट पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस वीडियो में एक ही जवान कई लोगों के वोट डालते व हस्ताक्षर करते हुए दिख रहा था। इस वीडियो के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन के निर्देश दिए तो पुलिस ने पांच जवानों को समन भी भेजा। इस पूरे प्रकरण पर अब गणेश गोदियाल के साथ ही हरीश रावत का भी बयान आया है। रावत ने कहा, ‘भाजपा सरकार में कुछ भी होना संभव है।’

गणेश गोदियाल ने आर्मी यूनिट में मतदान सिस्टम के बारे में बताया कि एक ओटीपी के ज़रिये हर जवान अपना मतपत्र डाउनलोड करता है। चूंकि दूरस्थ इलाकों में हर जवान के पास यह तकनीक नहीं होती इसलिए यूनिट इनचार्ज के पास एक ओटीपी की व्यवस्था की जाती है और इसी से सभी पोस्टल बैलेट यानी मतपत्र डाउनलोड होते हैं। गोदियाल ने यह व्यवस्था बताते हुए आरोप लगाया कि ‘एक यूनिट के कर्मचारियों द्वारा अन्य यूनिटों में तैनात लोगों के वोट भी डाल दिए गए।’

गोदियाल से बातचीत पर आधारित एक खबर के मुताबिक उनका कहना है, ‘एक व्यक्ति सबके वोट डालता दिख रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। एक व्यक्ति सबके मतपत्र डाउनलोड करके सब पर टिक नहीं कर सकता। यह पक्षपाती वोटिंग ही हुई।’ गोदियाल का कहना है चूंकि 2017 में ऐसी 30 से ज़्यादा सीटें थीं, जहां 5000 से कम वोटों के अंतर से जीत हार तय हुई इसलिए इस तरह के वोटों को वैध नहीं माना जाना चाहिए। उनका कहना है, ‘भले ही मतगणना में देर हो, लेकिन प्रक्रिया पारदर्शी होना ज़रूरी है।’

भारतीयों को यूक्रेन से हर घंटे निकाल रही हैं रोमानिया और पोलैंड की बसें, उत्‍तराखंड के 32 छात्र पहुंचे अपने घर

रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को आपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जा रहा है। बीती रात भारत आइ फ्लाइट में उत्‍तराखंड के चार छात्र भी आए। इसमें देहरादून की ईशा रावत, हरिद्वार के मोहम्‍मद अनश, नैनीताल की शैली त्रिपाठी और पिथौरागढ़ की तनुश्री पांडेय शमिल हैं। अब तक कुल 32 उत्‍तराखंड के छात्र अपने घर लौट चुके हैं।

यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं के साथ ही भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए रोमानिया और पोलैंड के दूतावासों के अधिकारियों की देखरेख में कई बसों का संचालन किया जा रहा है । हर एक 40 से 50 मिनट के अंतराल पर एक बस रवाना की जा रही है।

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी भारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की धमकी के बाद यूक्रेन की राजधानी समेत तमाम शहरों में फंसे भारतीय छात्र छात्राओं और नागरिकों को निकालने के लिए केंद्र सरकार के साथ ही पोलैंड और रोमानिया में भारतीय दूतावासों के अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। तकरीबन हर घंटे दूतावास की बसें तिरंगा लगाकर भारतीयों को पोलैंड और रोमानिया पहुंचा रही हैं जहां से उनकी स्वदेश वापसी के इंतजाम किए जा रहे हैं। तब तक भारतीयों के रहने खाने का इंतजाम भी एयरपोर्ट के नजदीक किया जा रहा है।

दूसरी ओर यूक्रेन से सुरक्षित निकलकर रोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिजनों ने भी राहत की सांस ली है। रोमानियाई राजधानी बुखारेस्ट पहुंचे छात्र-छात्राओं का कहना है कि फिलहाल वे खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अमर उजाला संवाददाता को छात्र-छात्राओं ने बताया कि यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तमाम शहरों में अफरा-तफरी का माहौल है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की चेतावनी दिए जाने के बाद हर कोई दहशत में हैं।

यूक्रेन के नागरिकों को दी जा रही परमाणु हमले से बचाव की जानकारीरोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं ने बताया कि रूसी सेना की ओर से परमाणु हमले की आशंकाओं के बीच यूक्रेन की सेना और पुलिस के अधिकारी आम नागरिकों को परमाणु हमले की स्थिति में क्या क्या कदम उठाए जाने हैं इसकी जानकारी दे रहे हैं। छात्र-छात्राओं की माने तो यूक्रेनी सेना और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी आमजन को इस बात की तस्दीक दे रहे हैं कि परमाणु हमला होने की स्थिति में चेहरे पर गीला कपड़ा बांधने के साथ ही अपने घरों को गीले कपड़े के साथ खिड़कियों को सील करें ताकि रेडिएशन से बचा जा सके।

केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलेंगे, बाबा केदार की डोली दो मई को ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी

केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को सुबह 6.25 बजे बृष लग्न में खोले जाएंगे। इसके बाद आराध्य की 6 माह की पूजा-अर्चना धाम में ही होगी। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से दो मई को अपने धाम केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी।

पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाथ की 2 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।

बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 3 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 4 मई को को गौरीकुंड और 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 6 मई को सुबह 6.25 बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।

बाबा केदार की डोली प्रस्थान का कार्यक्रम

2 मई को पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से प्रस्थान करते हुए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में रात्रि प्रवास।
3 मई को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रस्थान करते हुए फाटा में रात्रि प्रवास।
4 मई को फाटा से प्रस्थान करते हुए सोनप्रयाग होते हुए गौरीकुंड में रात्रि प्रवास।
5 मई को गौरीकुंड से प्रस्थान करते हुए जंगलचट्टी, लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट होते हुए केदारनाथ पहुंचेगी।

बदरीनाथ धाम:आठ मई को खुलेंगे कपाट

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर नरेंद्रनगर स्थित राजदरबार में राजपुरोहितों ने महाराजा मनुज्येंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित की।

देहरादून में मेट्रो दौड़ाने की तैयारी तीन साल में चलेगी राजधानी में मेट्रो नियो, 1600 करोड़ का है प्रोजेक्ट, जानिए पूरा प्लान

उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूकेएमआरसी) की ओर से सबसे पहले देहरादून में दो रूटों पर मेट्रो नियो का संचालन किया जाएगा। यूकेएमआरसी ने माना है कि 2026 तक आईएसबीटी से गांधी पार्क के बीच रोजाना 88 हजार 215 लोग सफर करेंगे। 2041 तक इनकी संख्या एक लाख 20 हजार 337 प्रतिदिन और 2051 तक एक लाख 47 हजार 302 प्रतिदिन पहुंच जाएगी।

उत्तराखंड सरकार ने देहरादून में नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया है। प्रथम चरण में केंद्र सरकार के साथ पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ देहरादून के दो रूटों पर नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव भेज चुकी है। पहले चरण में करीब 22 किमी का सफर तय करने का रूट तैयार किया गया है। दूसरे चरण में हरिद्वार-ऋषिकेश को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा।केन्द्र से मंजूरी मिलते ही प्रदेश में नियो मेट्रो की प्लानिंग पर काम शुरू हो जाएगा।

2017 में सरकार ने देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार को मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र घोषित किया था।देहरादून में सबसे पहले मेट्रो लाइट का प्लान तैयार किया गया, उसके बाद रोपवे प्लान तैयार हुआ। अब तय किया गया है कि देहरादून में मेट्रो नियो चलाई जाएगी जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार प्रथम चरण में केंद्र सरकार के साथ पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ देहरादून के दो रूटों पर नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव भेज चुकी है। दूसरे चरण में हरिद्वार-ऋषिकेश को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा।
मेट्रो नियो सिस्टम रेल गाइडेड सिस्टम है, जिसमें रबड़ के टायर वाले इलेक्ट्रिक कोच होते हैं। इसके कोच स्टील या एल्युमिनियम के बने होते हैं। इसमें इतना पावर बैकअप होता है कि बिजली जाने पर भी 20 किलोमीटर तक चल सकती है। सामान्य सड़क के किनारों पर फेंसिंग करके या दीवार बनाकर इसका ट्रैक तैयार किया जा सकेगा। इसमें ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम होगा, जिससे स्पीड लिमिट भी नियंत्रण में रहेगी। इसमें टिकट का सिस्टम क्यूआर कोड या सामान्य मोबिलिटी कार्ड से होगा। इसके ट्रैक की चौड़ाई आठ मीटर होगी। जहां रुकेगी, वहां 1.1 मीटर का साइड प्लेटफॉर्म होगा। आईसलैंड प्लेटफॉर्म चार मीटर चौड़ाई का होगा।

यूकेएमआरसी की ओर से सबसे पहले देहरादून में दो रूटों पर मेट्रो नियो का संचालन किया जाएगा। केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के साढ़े तीन साल बाद देहरादून में मेट्रो नियो दौड़ने लगेगी। उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने इसका प्रस्ताव तैयार किया था, जिस पर राज्य सरकार से मुहर लगने के बाद केंद्र को भेज दिया गया है। यह करीब 1600 करोड़ का प्रोजेक्ट है।

यह हैं दो रूट

आईएसबीटी से गांधी पार्क : 8.523 किलोमीटर (10 स्टेशन) आईएसबीटी, सेवला कलां, आईटीआई, लालपुल, चमनपुरी, पथरीबाग, देहरादून रेलवे स्टेशन, देहरादून कचहरी, घंटाघर और गांधी पार्क।

एफआरआई से रायपुर : 13.901 किलोमीटर (15 स्टेशन) एफआरआई, बल्लूपुर चौक, आईएमए ब्लड बैंक, दून स्कूल, मल्होत्रा बाजार, घंटाघर, सीसीएमसी, आराघर चौक, नेहरू कालोनी, विधानसभा, अपर बद्रीश कालोनी, अपर नत्थनपुर, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, हाथीखाना चौक और रायपुर।

यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के 188 नागरिक की वापसी के लिए सरकार की पहल, जानें उत्तराखंड का हेल्पलाइन नंबर

रूस व यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्यवासियों की पहली लिस्ट विदेश मंत्रालय को उपलब्ध करा दी है। आज शनिवार को डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हमें उत्तराखंड के 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है।विदेश मंत्रालय उन्हें बाहर निकालने के लिए जरूरी इंतजाम कर रहे हैं। उत्तराखंड का हेल्पलाइन नंबर 112 है।

सबसे अधिक 39 देहरादून जिले के हैं। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के 20, टिहरी जिले के 10, अल्मोड़ा से एक, चमोली से दो, चंपावत से चार, पिथौरागढ़ से दो उत्तरकाशी से सात, पौड़ी गढ़वाल से 13, हरिद्वार से 26, रुद्रप्रयाग से पांच, नैनीताल से 22 नागरिकों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है।

गृह विभाग ने यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों की जानकारी जुटाने के लिए दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया है। डीआईजी पी रेणुका देवी और एसपी कानून व्यवस्था प्रमोद कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है।

हेल्पलाइन नंबर
पी रेणुका देवी (नोडल अधिकारी) : 7579278144
प्रमोद कुमार (सहायक नोडल अधिकारी): 9837788889
आपातकालीन नंबर: 112 (टोल फ्री)
उत्तराखंड सदन : 011-26875614-15

नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड के मुख्य स्थानिक आयुक्त कार्यालय को विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में रहने को कहा गया है। इसके साथ ही सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों से फंसे लोगों का विवरण लेकर शासन तक पहुंचाने को कहा गया है। सरकार हर परिवार की चिंता में शामिल है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री   

 

भाजपा में शामिल हुए उत्तराखंड के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, टिहरी से प्रत्याशी घोषित,हरीश रावत सहित कांग्रेस ने पांच सीटों पर बदले प्रत्याशी

उत्तराखंड के पूर्व कांग्रेस प्रमुख किशोर उपाध्याय को कांग्रेस ने छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।  भाजपा से उनकी नजदीकियों की खबरों के बीच पार्टी ने उन्हे सभी पदों से पिछले दिनों हटा दिया था।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए हैं।देहरादून में चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजदूगी में किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल हुए। इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

विधानसभा चुनाव-2022 के लिए बीजेपी ने बुधवार देर शाम प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की है।टिहरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने किशोर उपाध्याय को प्रत्याशी घोषित कर दिया है।

भाजपा के प्रत्याशी:
केदारनाथ- शैलारानी रावत
झबरेड़ा-राजपाल सिंह
पिरान कलियर – मुनीश सैनी
रानीखेत- प्रमोद नैनवाल
जागेश्वर-मोहन सिंह मेहरा
कोटद्वार-ऋतु खंडूडी
लालकुआं- मोहन सिंह बिष्ट
हल्द्वानी- जोगेंद्रपाल सिंह रौतेला
रुद्रपुर- शिव अरोड़ा

कांग्रेस ने पांच सीटों पर बदले गए टिकट

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में जारी बगावत और असंतोष के परिणाम लगता है आने लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत की सीट बदल गई है।

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत लाल कुआं से, पूर्व विधायक रणजीत रावत सल्ट से, महेश शर्मा कालाढूंगी से और पूर्व सांसद महेंद्र पाल रामनगर से उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे।

कांग्रेस ने पांच सीटों पर टिकट बदल दिए हैं। डोईवाला से मोहित उनियाल का टिकट कटा। गौरव चौधरी को मिला। चौबट्टाखाल से केसर सिंह नेगी। नरेंद्रनगर से ओम गोपाल रावत और ज्वालापुर से बरखारानी का टिकट बदल कर रवि बहादुर को दिया। टिहरी पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है।

उत्तराखंड में 73वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने किया ध्वजारोहण

देशभर में आज 73वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। उत्‍तराखंड में भी आज 73वां गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में धूमधाम से आयोजित किया जा रहा है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने ध्वजारोहण किया। साथ ही परेड की सलामी ली। इस अवसर पर सेना, आइटीबीपी, पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी के जवानों ने मार्च पास्ट किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने प्रदेश वासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं भी दी। कार्यक्रम का आयोजन कोविड नियमों के तहत किया गया। सीएम धामी ने खटीमा में पार्टी कार्यालय में तिरंगा फराया।

आज गणतंत्र दिवस पर 175 कैदी रिहा

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिन 175 कैदियों को रिहा किया है, उनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें एक कैदी 47 वर्ष से अधिक समय से जेल की सजा काट रहा था। राज्यपाल ने सोमवार को विभिन्न कारागार में सजा काट रहे 175 कैदियों को रिहा करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की थी। राज्य गठन के बाद यह पहला मौका है जब इतनी अधिक संख्या में कैदियों की रिहाई की गई है। इनमें सात कैदी 40 वर्ष से अधिक समय से विभिन्न कारागार में सजा काट रहे थे। 26 कैदी 30 वर्षों से अधिक समय से सजा काट रहे थे। जिन कैदियों को रिहा गया है कि उनमें 27 कैदी संपूर्णानंद शिविर जेल, सितारगंज, केंद्रीय कारागार ऊधमसिंह से 52 कैदी, जिला कारागार हरिद्वार से 63 कैदी, जिला कारागार पौड़ी से एक, जिला कारागार चमोली से एक कैदी शामिल है। इसके अलावा उत्तराखंड के कैदी जो अन्य प्रदेशों में बंद हैं, उनमें जिला कारागार बरेली से दो, जिला कारागार वाराणसी से एक, केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ से एक तथा 23 अन्य कैदियों को समय पूर्व रिहा करने की मंजूरी राज्यपाल ने दी है। इन कैदियों की सूची सचिव गृह की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुति के आधार पर राजभवन को भेजी गई थी।

गणतंत्र दिवस 2022: 26 जनवरी को राष्ट्रपति का पुलिस पदक से उत्तराखंड के छह पुलिसकर्मियों होंगे सम्मानित

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति की ओर उत्तराखंड के 6 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।

अभिनव कुमार को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा जाएगा। उन्हें यह सम्मान गणतंत्र दिवस पर प्रदान किया जाएगा। इनके अलावा पांच अधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए चुना गया है।

आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अपर प्रमुख सचिव भी हैं। राज्य गठन के बाद पहली बार कोई अपर प्रमुख सचिव पद बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक पद पर आसीन अभिनव कुमार तेज तर्रार अफसर माने जाते हैं। अभिनव कुमार 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह एसएसपी हरिद्वार, एसएसपी देहरादून, आईजी गढ़वाल, आईजी बीएसएफ जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। इसके अलावा वह कई साल तक जम्मू और कश्मीर में डेपुटेशन पर रहे हैं।

गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को पुलिस उपाधीक्षक चमोली धन सिंह तोमर, पुलिस उपाधीक्षक पुलिस मुख्यालय नंदन सिंह बिष्ट, पुलिस उपाधीक्षक जिला पौड़ी गणेश लाल, निरीक्षक अभिसूचना पुलिस मुख्यालय महेश चंद्र चंदोला, उप निरीक्षक विशेष श्रेणी जिला चंपावत रमेश चंद्र भट्ट को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा।