CUET 2022 के आवेदन के लिए यूजीसी ने अंतिम तिथि बढ़ाई,  कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक कर सकते हैं आवेदन 

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने सीयूईटी 2022 पंजीकरण के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट बढ़ा दी है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक अपने फॉर्म जमा कर सकते हैं। CUET 2022 रजिस्ट्रेशन कल यानि 6 मई को बंद होने वाला था। हालांकि अब अभ्यर्थियों को राहत मिली है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने ट्वीट कर कहा- हमने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 22 मई 2022 तक बढ़ा दी है। हमें उम्मीद है कि इससे छात्रों को CUET के लिए आवेदन करने के अतिरिक्त समय मिलेगा। आप सभी को शुभकामनाएं। इससे पहले CUET 2022 के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट 6 मई थी।

12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के पास अब पूरे भारत में 73 केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में यूजी प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के लिए अतिरिक्त समय है। उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे आवेदन पत्र में आवश्यक सभी विवरणों को ध्यान से भरें। एनटीए ने छात्रों को 22 मई 2022 से 31 मई 2022 तक अपने सीयूईटी 2022 आवेदन फॉर्म को सही करने और संपादित करने का अवसर भी दिया है।परीक्षा की तारीखों को सूचित किया जाना बाकी है। एजेंसी द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, CUET 2022 एग्जाम जुलाई 2022 के पहले या दूसरे सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है।

इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) का आयोजन किया जा रहा है। एनटीए द्वारा सीयूईटी इंट्रेस एग्जाम का आयोजन जुलाई के पहले और दूसरे सप्ताह में किया जाएगा। अब इस टेस्ट के आधार पर ही यूनिवर्सिवटी में एडमिशन मिलेगा। पहले 12वीं में मिले अंकों के आधार पर एडमिशन मिलता था।

उम्मीदवार स्नातक स्तरीय सामान्य प्रवेश परीक्षा सीयूईटी–2022 में आवेदन करने से पहले आधिकारिक अधिसूचना पढ़ लें। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in और nta.ac.in पर उपलब्ध कराए गए विस्तृत सूचना बुलेटिन को पढ़ सकते हैं। एनटीए द्वारा सीयूईटी जुलाई 2022 में 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा का आयोजन कंप्यूटर आधारित टेस्ट यानी सीबीटी (CBT) मोड में आयोजित किया जाएगा।

सीयूईटी 2022 के लिए आवेदन की प्रक्रिया

  1. कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के आवेदन के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in पर जाएं।
  2. यहां होम पेज पर रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करें और अपना आवेदन फॉर्म भरें।
  3. अब भर्ती प्रक्रिया के लिए पंजीयन हेतु संबंधित जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  4. इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  5. उम्मीदवार अपना आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट कर लें।

चारधाम यात्रा 2022: श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच खुले बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से की गई पहली पूजा, सीएम धामी ने लिया आशीर्वाद

केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 26 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

6 मई शुक्रवार को प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। सीएम धामी ने भी पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। कपाट खुलने के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

आज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। कपाट को खोले जाने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हिस्सा लिया। चार धाम यात्रा के मौके पर केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।

बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधि विधान और धार्मिक परंपराओं के तहत भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए।

बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी द्वारा भोग लगाया गया और नित पूजाएं की गई, जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 26 मिनट पर कपाट खोले गए। इस दौरान डोली ने मंदिर में प्रवेश किया।

सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।

पहले दिन केदारनाथ जी के दर्शन करने के लिए 12000 यात्रियों ने पंजीकरण कराया था। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए भेजा गया। पंजीकरण का कार्य सुचारु रुप से चल रहा है । यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं और यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हरिद्वार दौरा, परिसंपत्तियों के मसले को लेकर  आज गुरुवार को मिलेगा विस्तार 

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड दौरे का तीसरा और आखिरी दिन है। मुख्यमंत्री योगी 11:15 पर गुरुकुल विश्वविद्यालय हेलीपैड पहुंचेंगे। उस दौरान उत्तराखंड के सीएम धामी भी मौजूद रहेंगे। वह 2 बजे तक भागीरथी गृह के लोकार्पण कार्यक्रम में  मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए भागीरथी गेस्ट हाउस का  लोकार्पण करेंगे.2:30 बजे ऋषिकुल में स्पर्श गंगा स्वच्छता अभियान में शामिल होंगे। 3 बजे गुरुकुल हेलीपैड से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए होंगे रवाना। इसके अलावा उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी का हरिद्वार दौरा है। सीएम धामी 11:15 बजे भागीरथी अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह में प्रतिभाग करेंगे।

उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश राज्य के मध्य परिसंपत्तियों पर सहमति के बाद निर्णय तो हुए, लेकिन अभी कुछ प्रस्तावों पर आदेश जारी नहीं हो पाए हैं। इन मामलों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज बृहस्पतिवार को हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठा सकते हैं।

योगी के पैतृक गांव में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी परिसंपत्तियों पर हुए निर्णय के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद व्यक्त कर चुके हैं लेकिन सिंचाई विभाग के भवनों के हस्तांतरण व अन्य मसलों को वह सीएम योगी के समक्ष उठा सकते हैं।

बीते साल 18 नवंबर को सीएम योगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों के मसले को लेकर लखनऊ में बातचीत को आज गुरुवार को विस्तार दिया जा सकता है।

नवंबर में जिन आठ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी, आज की मीटिंग में उनकी प्रोगेस रिपोर्ट पेश की जाएगी। मीटिंग में हरिद्वार और यूएसनगर ज़िले में सिंचाई विभाग की करीब एक हजार हेक्टेयर ज़मीन और हरिद्वार में मौजूद और यूएस नगर में मौजूद भवनों को उत्तराखंड को ट्रांसफर करने पर मुहर लग सकती है। इसे लेकर यूपी और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारी पहले ही जॉइंट सर्वे कर चुके हैं।

दोनों राज्यों के मध्य उत्तराखंड के क्षेत्र में उपयोग के लिए आवश्यक भूमि व भवों का आंकलन करने के लिए संयुक्त सर्वे टीम बनाने का निर्णय लिया गया था। संयुक्त सर्वे में जिला हरिद्वार में 669.920 हेक्टेयर, व ऊधम सिंह नगर जिले में 332.873 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण किए जाने पर सहमति बनी।

इसके अलावा हरिद्वार में 484 आवासीय व अनावासीय भवन व ऊधमसिंह नगर में 47 आवासीय व अनावासीय भवनों को भी उत्तराखंड सिंचाई विभाग को दिए जाने का निर्णय हो चुका है लेकिन आदेश अब तक जारी नहीं हुए। जिला चंपावत के बबसा में सिंचाई विभाग  को परिसंपत्तियों का हस्तांतरण नहीं हो पाया। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के धौराल, बैगुल एवं नानक सागर जलाशय में पर्यटन व जल क्रीड़ा एवं पुरानी गंग नहर में वाटर स्पोर्टस की अनुमति का मसले पर भी चर्चा संभव है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने गांव पहुंचे, गांव पहुंचकर कैसे छलक पड़े सीएम योगी के आंसू

उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के उत्‍तराखंड दौरे का आज दूसरा दिन है। बताया जा रहा है कि आज बुधवार को भी वह अपने गांव में ही प्रवास करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने तीन दिन के दौरे पर उत्तराखंड में हैं। ऐसे में मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी मां सावित्री से मिलने के लिए अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे। सीएम योगी का गांव पौड़ी गढ़वाल जिले में आता है, जहां घर पहुंचने पर उन्होंने अपनी मां से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को उत्तराखंड में अपने पैतृक गांव पहुंचे। पांच साल बाद सीएम योगी आदित्यनाथ जब अपने गांव पहुंचे तो भावुक हो गए। जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने यमकेश्वर के पंचूर गांव में कदम रखा तो उनके मन में वो तमाम यादें ताजा हो गईं, जो उनके बचपन से जुड़ी हुई थीं। संन्यास के 28 साल बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ अपने घर में रात बिताएंगे। योगी से मिलने के लिए उनकी तीन बहनें पहले ही घर पहुंच चुकी हैं। वहीं, उनके तीनों भाई भी घर पर हैं। देखें किसका जिक्र करते वक्त योगी भावुक हो गए।

मंगलवार को सबसे पहले उन्होंने पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वे शाम को मुलाकात करने अपने गांव निकल गए। गांव जाने के लिए योगी ने पैदल पहाड़ी पर यात्रा की। इस प्रकार पांच साल बाद वे अपने गांव पंचूर पहुंचे।

सीएम योगी ने अपनी मां से मुलाकात से पहले भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी मां से मिलने पहुंचे। सीएम योगी पैदल ही अपने गांव पहुंचे थे। सीएम योगी ने अपनी मां से मिलने की एक फोटो भी ट्विटर पर शेयर की, जिसके कैप्शन में सिर्फ उन्होंने ‘मां’ लिखा।

वहीं मां का आशीर्वाद लेने से पहले सीएम योगी ने अपने स्कूल में पढ़ाने वाले गुरुओं से भी मुलाकात की। सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि ‘आज मुझे यमकेश्वर, पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड में अपने स्कूल के गुरुजन के दर्शन एवं उनका सम्मान करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ।’ आपको बता दें कि सीएम योगी ने मंगलवार को यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के बेटे सीएम योगी आदित्यनाथ करीब पांच साल बाद अपने गांव पहुंचे थे। जैसे ही योगी अपने गांव पहुंचे, पूरा माहौल उत्सव में बदल गया। मां के अलावा सीएम योगी ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों और आसपास के लोगों से भी मुलाकात की। रिपोर्ट के मुताबिक संन्यास के 28 साल बाद योगी आदित्यनाथ यहां रात को रूकेंगे।

चंपावत उपचुनाव: तारीख का हुआ एलान, 31 मई को होगा मतदान,भाजपा से सीएम पुष्कर सिंह धामी तैयार

भारत निर्वाचन आयोग ने तीन राज्यों की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान किया है। चम्पावत विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। चम्पावत विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। उत्तराखंड की चंपावत सीट पर 31 मई को विधानसभा उपचुनाव होगा। सदन की सदस्यता के लिए यहां से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव लड़ने की संभावना है क्योंकि उनके पद पर बने रहने के लिए यह संवैधानिक आवश्यकता है। इसके अलावा, आयोग ने ओडिशा की ब्रजराजनगर और केरल की थ्रीक्काकारा विधानसभा सीटों पर भी 31 मई को उपचुनाव कराए जाने की घोषणा की।

निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि तीनों सीटों पर मतगणना तीन जून को होगी। ओडिशा की ब्रजराजनगर और उत्तराखंड की चंपावत सीट पर नामांकन प्रक्रिया चार मई को शुरू होगी, जब अधिसूचना जारी की जाएगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 11 मई होगी। 12 मई तक नामांकन की जांच होगी। वहीं नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 17 मई होगी। चंपावत से विधायक कैलाश चंद्र गहतोरी ने हाल में इस्तीफा दे दिया था और यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी वहां से उपचुनाव लड़ेंगे। वह हाल में हुए विधानसभा चुनाव में हार गए थे।

भाजपा प्रत्याशी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस सीट से कांग्रेस की ओर से कौन टक्कर देगा, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। कैलाश गहतोड़ी चंपावत सीट से लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे। मतगणना के दिन 10 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए चंपावत सीट छोड़ने का प्रस्ताव रख 21 अप्रैल को बाकायदा इस सीट से इस्तीफा भी दे दिया था।

राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार चार मई को चुनाव की अधिसूचना घोषित की जाएगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए जल्द ही कर्मचारियों की तैनाती कर इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।

चुनाव के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवी पैट मशीनें हैं। चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को आपराधिक इतिहास की भी जानकारी देनी होगी। चुनाव में राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा।

चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए मौजूद रहेगी डॉक्टरों की टीम, यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को मुख्यमंत्री धामी ने दिखाई झंडी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। यात्रा के लिए पहला जत्था सोमवार को रवाना होगा। 3 मई यानी कि अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल जाएंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं के लिए खास स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की है। इसकी जानकारी उन्होंने सोमवार को दी।  कोरोना के कारण दो साल तक चारधाम यात्रा अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं हो पा रही थी। इस दौरान आज उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में चार धाम यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को झंडी दिखाएं जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “डॉक्टर की टीम और एंबुलेंस रवाना कर रहे हैं जो पूरी यात्रा के दौरान मौजूद रहेंगी और लोगों को सुविधा प्रदान करेंगी।”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि, ”आज सिक्स सिगमा हेल्थ केयर द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर उपलब्ध कराई जा रही नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का फ्लैग ऑफ किया। हमारी सरकार चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान कराने हेतु प्रतिबद्ध है।”

सरकार के निर्देश के मुताबिक, केदारनाथ धाम में एक दिन में 12 हजार, बद्रीनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में 7 हजार, यमुनोत्री में 4 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। 31 मई तक चलने वाली इस यात्रा में तकरीबन 2.29 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है, हर जगह कोविड रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य किया जाता है, लेकिन इस साल चार धाम यात्रा पर जाने के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है। तो वहीं, तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीकहा कि टिहरी झील को दुनिया का सबसे बेहतर पर्यटन स्थल बनाने की योजना है। झील क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए भारत सरकार से पहले 1200 करोड़ की स्वीकृति मिली थी, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। 800 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मां सुरकंडा देवी के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता होगी। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन का द्विवार्षिक चुनाव संपन्न, देवभूमि एसोसिएशन के सुभाष अध्यक्ष,वीडी शर्मा बने महासचिव

देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के द्विवार्षिक चुनाव में पंडित सुभाष चंद्र जोशी को प्रदेश अध्यक्ष और डॉ.वी. डी. शर्मा को प्रदेश महासचिव निर्वाचित किया गया।

रविवार को स्थानीय धर्मपुर स्तिथ प्राचीन शिव मंदिर के सभागार में आयोजित चुनाव में चुनाव अधिकारी विजय जायसवाल और सहायक चुनाव अधिकारी सोमपाल सिंह की देखरेख में चुनाव संपन्न हुए।

दोनों ने बताया कि पंडित सुभाष चंद्र जोशी को प्रदेश अध्यक्ष और डॉ.वी. डी. शर्मा को प्रदेश महासचिव के अलावा सूर्य प्रकाश शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राज कुमार छाबड़ा कोषाध्यक्ष,मनमोहन बधानी संयुक्त सचिव,गीता पांडेय प्रचार सचिव, एस.एन.उपाध्याय संरक्षक सलाहकार चुने गए। सतीश आर्य, कमल बख्शी,ऋतुराज गेरोला, अमित आहूजा व रजत शर्मा सदस्य कार्यकारिणी चुने गए। इसके साथ ही अजय कांबोज,अशोक खन्ना, वी के शर्मा, अनिल वर्मा,कृष्ण गोपाल,विनोद उनियाल संस्थापक संरक्षक घोषित किए गए। अंत में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुभाष जोशी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए पत्रकार हित में कार्य करने की बात कही।

इस मौके पर डा.चंद्र सिंह तोमर मयंक,एम.आर.ध्यानी,हर्षनिधि शर्मा, प्रशांत बक्शी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरा, तीन मई को पैतृक गांव पंचूर पहुंचेंगे, गांव में जश्न की तैयारियां

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ तीन मई से तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड जाएंगे। यहां पहुंचने के बाद वो पांच साल बाद अपनी मां से मिलने पांचूर गांव भी जाएंगे। लेकिन उससे पहले यमकेश्वर जाएंगे। जहां उनके आगमन को लेकर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। पौड़ी जिले में मौजूद योगी आदित्यनाथ के पैतृक गांव पंचूर गांव में जश्न की तैयारियां की जा रही हैं, गांव में भजन कीर्तन के साथ ही पूजा पाठ किया जाएगा।

पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर विकासखंड के अंतर्गत महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्यानी में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का तीन मई को प्रस्तावित कार्यक्रम है।

जिसकी तैयारी के लिए उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत बिथ्यानी पहुंचे। योगी आदित्यनाथ की माता से मुलाकात कर उन्होंने उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने तैयारियों के संबंध में बैठक ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समुचित व्यवस्था जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।

कहते हैं मां और बच्चे का प्यार इस दुनिया में सबसे अलग है। भले ही वह बड़ा इंसान, बूढ़ा हो या कोई भी परिस्थिति हो। मां शब्द में प्रेम और ममता है। इसी प्रेम और ममता में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार अपनी मां से मिलने उत्तराखंड जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ का ये दौरा 3 दिन का होगा। मूल रूप से उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले योगी का गांव पौड़ी जिले की यमकेश्वर तहसील का पंचूर है। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गांव जाकर मां से मुलाकात करेंगे।

योगी आदित्यनाथ वर्ष 2017 में यूपी के सीएम बनने से पहले एक बार गांव आए थे। इसके बाद वह ऋषिकेश और उत्तराखंड तो कई बार आए, लेकिन गांव नहीं जा पाए थे। 20 अप्रैल, 2010 में उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया था, तब कोरोनाकाल की व्यस्तताओं के कारण वह नहीं पहुंच सके थे। दोबारा सीएम बनने के बाद उन्होंने गांव आकर मां से आशीर्वाद लेने की बात कही थी। इसी कार्यक्रम के तहत वह तीन मई को गांव पहुंच रहे हैं। यमकेश्वर के बिथ्याणी स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में उनके आगमन को लेकर मंच निर्माण से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपचुनाव सीट पर झोंकी ताकत, बनबसा से टनकपुर तक किया रोड शो, गांधी मैदान में जनसभा को किया संबोधित

देहरादून : मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय उत्तराखंड ने चम्पावत में विधानसभा सीट रिक्त होने की अधिकृत जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी है। अब आयोग के स्तर पर ही चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होनी शेष है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय इसका इंतजार कर रहा है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी टनकपुर-बनबसा इलाके के दौरे पर पहुंचे हैं। यहां मुख्यमंत्री ने बनबसा से टनकपुर तक रोड शो किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रातः 10:30 बजे बनबसा स्टेडियम में हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे। बनबसा से टनकपुर तक रोड शो के पश्चात अब वह टनकपुर के गांधी मैदान में रैली करेंगे। रोड शो के चलते मुख्यमंत्री के साथ सांसद अजय टम्टा तथा  पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी भी उपस्थित रहे।

वही इससे पहले भी बुधवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं दौरे पर थे। मुख्यमंत्री को चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ना है। ऐसे में अब वह उपचुनाव के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। यहां समारोह के चलते उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड) लागू करने के लिए समिति का जल्द गठन किया जाएगा।

वही इस समिति में सम्मिलित न्यायविदों, प्रबुद्धजनों तथा सेवानिवृत्त लोगों की तरफ से तैयार ड्राफ्ट के आधार पर सिविल कोड तैयार किया जाएगा। उन्होंने बिजली संकट को पूरे देश की दिक्कत बताते हुए कहा कि सरकार इससे निपटने के उपाय कर रही है। यह बात उन्होंने बुधवार शाम रुद्रपुर के एक होटल में आयोजित स्वागत समारोह के चलते कही। सीएम ने कहा कि बीजेपी केवल कोरे ऐलान नहीं करती, बल्कि ऐलानों को धरातल पर उतारती भी है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन रुद्रपुर में बीजेपी के दोबारा सत्ता में आने पर यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने का ऐलान किया था जो जल्द पूरी की जाएगी। तत्पश्चात, सभी धर्मों के नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू हो जाएगा। इसके साथ ही किच्छा में भी जल्द एम्स के सेटेलाइट सेंटर का निर्माण आरम्भ होने जा रहा है। नजूल की जमीन पर मालिकाना हक देने के लिए भी शीघ्र नजूल एक्ट बनने जा रहा है। राज्य में वर्तमान में चल रहे बिजली संकट की दिक्कत पर धामी ने कहा कि यह केवल उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश की दिक्कत है। इस दिक्कत से निपटने के लिए सरकार उपाय कर रही है।

भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए डायल करें 1064

उन्होंने विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन रुद्रपुर में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने पर यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने की घोषणा की थी जो शीघ्र पूरी की जाएगी। इसके बाद सभी धर्मों के नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू हो जाएगा। इसके साथ ही किच्छा में भी जल्द एम्स के सेटेलाइट सेंटर का निर्माण शुरू होने जा रहा है। नजूल की भूमि पर मालिकाना हक देने के लिए भी शीघ्र नजूल एक्ट बनने जा रहा है।

उत्‍तराखंड : राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर मास्‍क न पहनने पर देना होगा जुर्माना, देहरादून में मास्क है जरूरी

कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए तमाम एहतियात बरती जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना की संभावित चौथी लहर के दृष्टिगत सभी राज्यों के साथ वर्चुअल बैठक की है। अब देहरादून में भी मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इस हेतु जिला प्रशासन की ओर से आदेश भी जारी हो चुके हैं।

उत्‍तराखंड में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जिसके मद्देनजर अब प्रशासन ने भी सख्‍ती दिखानी शुरू कर दी है। इस क्रम में राजधानी देहरादून में सार्वजनिक स्थानों पर मास्‍क न पहनने वालों को जुर्माना देना होगा।

कोरोना का संक्रमण फिर सिर उठाता दिख रहा है। इस आशंका से घिरा जिला प्रशासन अब सख्ती दिखाने के मूड में है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने मास्क न पहनने वालों से सख्ती से निपटने को कहा है। ऐसे व्यक्तियों से 1000 रुपये तक का जुर्माना वसूल किया जाएगा।

जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के आदेश के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क, गमछा, स्कार्फ या दुपट्टे का प्रयोग करना अनिवार्य होगा। ताकि संक्रमण का फैलाव न हो।

जिलाधिकारी ने सख्ती बरतने व जुर्माना लगाने के लिए सभी उपजिलाधिकारियों, सिटी मजिस्ट्रेट, पुलिस क्षेत्राधिकारियों व पुलिस थानाध्यक्ष को अधिकृत किया गया है।

कोरोना की तीसरी लहर थमने के बाद कोविड मानकों में ढील दी गई थी। मास्क लगाने की अनिवार्यता भी खत्म कर दी गई थी। लेकिन अब तमाम राज्यों को लग रहा है कि मास्क फिर से है जरूरी। देहरादून जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी आदेश के अनुसार कोरोना की रोकथाम के लिए, घर से बाहर निकलने पर, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर भी प्रतिबंध रहेगा। मास्क न लगाने पर 500 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।