गढ़वाल यूनिवर्सिटी सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय को मिली इस साल CUET से राहत, इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत होंगे एडमिशन

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) जुलाई के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगा। ये पोस्‍ट ग्रेजुएशन प्रवेश के लिए पहली बार आयोजित होने वाली कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमारएनटीए इन परीक्षाओं को अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है। अप्‍लीकेशन जमा करने की आखिरी तारीख 18 जून है।एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन विंडो भी गुरुवार, 19 मई से ही शुरू हो रही है।

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय में इस साल एडमिशन को बड़ी राहत दी है यूजीसी की ओर से जारी एक पत्र के मुताबिक इन विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन की छूट रहेगी हालांकि यह छूट केवल इस वर्ष के लिए है

यूजीसी के इस पत्र के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर पीजी कॉलेज सहित जितने भी प्राइवेट पैरामेडिकल व अन्य कॉलेज हैं, सभी में पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन होंगे। इनमें से किसी भी कॉलेज में सीयूईटी एग्जाम की जरूरत नहीं है।

 

Uttarakhand CUET admission

इन यूनिवर्सिटी को मिली इस साल CUET से राहत
HNB Garhwal Central University
Sikkim University
Rajiv Gandhi University,
Manipur University,
Assam University.
Nagaland University,
Tripura University,
Mizoram University,
NEHU

भारत में होने वाली एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने देहरादून के ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को संयुक्त रूप सौंपी गयी है, 28 देशों के 220 ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे

एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी संयुक्त रूप सौंपी गयी है।

भारत में 23 से 31 मई, 2022 तक देहरादून में होने वाले 22वें एशियाई भौतिकी ओलंपियाड (एपीएचओ – 2022) का मेजबान बनकर सम्मानित महसूस कर रहा है। आयोजन समिति की ओर से, सभी देशों की टीमों को आमंत्रित करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। APhO-2022 में भाग लेने के लिए एशिया और ओशिनिया क्षेत्रों में। इसका आयोजन इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स द्वारा होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन के माध्यम से परमाणु ऊर्जा विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून में एक नोडल केंद्र के साथ किया जा रहा है।

पिछले 2 वर्षों में हम सभी COVID-19 महामारी के कठिन समय से गुजरे हैं, और एशियन फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन का एक बड़ा प्रभाव पड़ा है। एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2020 को 2021 में स्थानांतरित कर दिया गया है और इसे ऑनलाइन आयोजित किया गया था। देशों और समय क्षेत्रों में ऑनलाइन प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने के लिए कोई आसान चुनौती नहीं है। मैं इस महामारी के दौरान एपीएचओ की मेजबानी करने की भारत की इच्छा के लिए आभारी हूं, मेरा मानना ​​है कि भारत एक महान एपीएचओ की मेजबानी कर सकता है। मुझे आशा है कि आयोजन सुचारू रूप से और सफलतापूर्वक चलेगा।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

10 साल बाद भारत में यह ओलिंपियाड किया जा रहा है और उसके लिए ग्राफिक एरा को चुनकर दुनिया के शीर्ष भौतिक वैज्ञानिकों के समुदाय ने ग्राफिक एरा की शिक्षा की उच्च स्तरता पर अपनी मुहर लगा दी। यह शिक्षकों और छात्र छात्राओं के लिए कुछ नया सीखने का एक बेहतरीन मौका होगा ।आयोजन की तैयारियां को अंतिम रुप दिया जा रहा है और इस आयोजन को लेकर ग्राफिक एरा बहुत उत्साहित है।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

हर देश की टीम में वहां के टॉप 8 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जो ऑनलाइन माध्यम से ओलंपियाड में शामिल रहेंगे। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे कुमार ने कहा कि विश्व स्तरीय फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन की जिम्मेदारी ग्राफिक एरा को मिलना न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समूचे उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है।

CUET 2022 के आवेदन के लिए यूजीसी ने अंतिम तिथि बढ़ाई,  कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक कर सकते हैं आवेदन 

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने सीयूईटी 2022 पंजीकरण के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट बढ़ा दी है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक अपने फॉर्म जमा कर सकते हैं। CUET 2022 रजिस्ट्रेशन कल यानि 6 मई को बंद होने वाला था। हालांकि अब अभ्यर्थियों को राहत मिली है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने ट्वीट कर कहा- हमने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 22 मई 2022 तक बढ़ा दी है। हमें उम्मीद है कि इससे छात्रों को CUET के लिए आवेदन करने के अतिरिक्त समय मिलेगा। आप सभी को शुभकामनाएं। इससे पहले CUET 2022 के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट 6 मई थी।

12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के पास अब पूरे भारत में 73 केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में यूजी प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के लिए अतिरिक्त समय है। उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे आवेदन पत्र में आवश्यक सभी विवरणों को ध्यान से भरें। एनटीए ने छात्रों को 22 मई 2022 से 31 मई 2022 तक अपने सीयूईटी 2022 आवेदन फॉर्म को सही करने और संपादित करने का अवसर भी दिया है।परीक्षा की तारीखों को सूचित किया जाना बाकी है। एजेंसी द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, CUET 2022 एग्जाम जुलाई 2022 के पहले या दूसरे सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है।

इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) का आयोजन किया जा रहा है। एनटीए द्वारा सीयूईटी इंट्रेस एग्जाम का आयोजन जुलाई के पहले और दूसरे सप्ताह में किया जाएगा। अब इस टेस्ट के आधार पर ही यूनिवर्सिवटी में एडमिशन मिलेगा। पहले 12वीं में मिले अंकों के आधार पर एडमिशन मिलता था।

उम्मीदवार स्नातक स्तरीय सामान्य प्रवेश परीक्षा सीयूईटी–2022 में आवेदन करने से पहले आधिकारिक अधिसूचना पढ़ लें। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in और nta.ac.in पर उपलब्ध कराए गए विस्तृत सूचना बुलेटिन को पढ़ सकते हैं। एनटीए द्वारा सीयूईटी जुलाई 2022 में 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा का आयोजन कंप्यूटर आधारित टेस्ट यानी सीबीटी (CBT) मोड में आयोजित किया जाएगा।

सीयूईटी 2022 के लिए आवेदन की प्रक्रिया

  1. कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के आवेदन के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in पर जाएं।
  2. यहां होम पेज पर रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करें और अपना आवेदन फॉर्म भरें।
  3. अब भर्ती प्रक्रिया के लिए पंजीयन हेतु संबंधित जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  4. इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  5. उम्मीदवार अपना आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट कर लें।

केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन के सभी कोटे खत्म, केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की गाइडलाइन्स में हुआ बदलाव, यहां देखें नई गाइडलाइन्स

केंद्रीय विद्यालय में सांसदों और जिलाधिकारियों के कोटे से बच्चों के एडमिशन पर रोक लगा दी गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद अब सांसद और जिलाधिकारी अपने कोटे से बच्चों को प्रवेश नहीं दिला सकेंगे। यह नियम अब अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।

प्रत्येक लोकसभा सांसद पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र के किसी भी केंद्रीय विद्यालय में 10 छात्रों के दाखिले के लिए सिफारिश करने का हकदार था। वहीं किसी भी राज्यसभा सदस्यों को उस राज्य में 10 छात्रों की सिफारिश करने की अनुमति थी, जहां से वे चुने गए थे। सरकार ने सांसदों के बच्चों और आश्रित पोते-पोतियों के प्रवेश की अनुमति देने वाले विशेष प्रावधान को भी समाप्त कर दिया है।

केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने कक्षा 1 से 12 तक केवीएस प्रवेश 2022 के लिए संशोधित प्रवेश दिशानिर्देश जारी किए हैं। केवीएस संशोधित प्रवेश दिशानिर्देश केवीएस की आधिकारिक साइट kvsangathan.nic.in पर सभी माता-पिता, छात्रों और अन्य लोगों चेक कर सकते है। है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत कोविड -19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को केंद्रीय विद्यालय की किसी भी कक्षा में उसकी क्षमता से अधिक दाखिला देने के लिए एक नया प्रावधान पेश किया है। इस प्रावधान के तहत बच्चों का दाखिला संबंधित जिले के जिलाधिकारियों की ओर से दी जाने वाली लिस्ट के आधार पर किया जाएगा। इसके अनुसार, हर केंद्रीय विद्यालय में 10 बच्चे और हर कक्षा में अधिकतम दो बच्चों के दाखिले की अनुमति होगी। कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक के छात्रों को फीस (ट्यूशन शुल्क, कंप्यूटर फंड और वीवीएन) के भुगतान से छूट दी जाएगी।

फीस में भी दी जाएगी छूट
नई गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को पहली से 12वीं कक्षा तक फीस (ट्यूशन शुल्क, कंप्यूटर फंड और वीवीएन) के भुगतान से छूट दी जाएगी।

  • इन बच्चों को भी मिल सकेगा एडमिशन
  • सशस्त्र बलों के शिक्षा निदेशालय यानी सेना, वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल 10वीं और 12वीं कक्षा को छोड़कर रक्षा क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विद्यालयों में एक शैक्षणिक वर्ष में अपने रक्षा कर्मियों के बच्चों के प्रवेश के लिए अधिकतम 06 नामों की सिफारिश कर सकते हैं।
  • सेवारत KVS कर्मचारियों के बच्चों को वर्ष के किसी भी समय प्रवेश के लिए विचार किया जाएगा। भले ही कक्षा की संख्या/स्थानांतरण/भर्ती का वर्ष कुछ भी हो। हालांकि, कक्षा दसवीं के लिए बच्चे को प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी। सेवानिवृत्त व्यक्तियों के बच्चों को कोई प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
  •  केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चे, जिनकी मौत हो गई है, उन्हें भी केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी।
  • परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र, सेना पदक (सेना), नौसेना पदक (नौसेना), वायु सेना पदक (वायु सेना) के प्राप्तकर्ताओं के बच्चों को भी एडमिशन दिया जाएगा। इसके अलावा वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और वीरता के लिए पुलिस पदक प्राप्त करने वालों के बच्चे को भी सेंट्रल स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
  •  सरकार द्वारा आयोजित एसजीएफआई, सीबीएसई, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय खेलों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी खिलाड़ियों को एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर स्काउट्स एंड गाइड्स में राष्ट्रपति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता बच्चों को भी एडमिशन दिया जाएगा।
  • कक्षा I और कक्षा VI के बाद से सिंगल गर्ल चाइल्ड को एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें जुड़वां बच्चियां भी शामिल हैं।
  •  ऐसे बच्चे जो, राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार या राष्ट्रीय बाल भवन द्वारा स्थापित बालश्री पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें भी सेंट्रल स्कूल में एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी।
  •  ऐसे बच्चे, जिन्होंने ललित कला में विशेष प्रतिभा दिखाई है और उन्हें राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर पहचान मिली है।
  •  विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों को हर साल भारत में कहीं भी स्थित केंद्रीय विद्यालयों में 60 और केंद्रीय विद्यालयों के छात्रावास में 15 प्रवेश दिए जाएंगे।
  •  भारतीय खुफिया एजेंसी (रॉ) के कर्मचारियों के 15 बच्चों को केवीएस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के बाद प्रवेश दिया जाएगा। इनमें से अधिकतम 5 सीटें दिल्ली में और शेष दिल्ली के बाहर दी जाएगी।
  •  गृह मंत्रालय के तहत केंद्रीय पुलिस संगठनों जैसे CRPF, BSF, ITBP, CISF, SSB, NDRF और असम राइफल्स के ग्रुप-बी और सी कर्मचारियों के बच्चों के लिए केंद्रीय विद्यालयों में 50 प्रवेश दिए जाएंगे। इसके अलावा कश्मीरी प्रवासियों के बच्चों को भी एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी।
  • विभिन्न स्तरों पर खेल और खेलकूद मीट/ स्काउटिंग गाइडिंग/एनसीसी/एडवेंचर गतिविधियों में भाग लेने वाले छात्रों को प्रवेश के लिए भी रियायत दी जाएगी। इस उद्देश्य के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र पिछले किसी भी वर्ष का हो सकता है।

 

उत्तराखंड पीसीएस-जे प्री का रिजल्ट जारी, ऐसे चेक करें परीक्षा का रिजल्ट

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने सिविल जज भर्ती (जूनियर डिवीजन) प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सिविल जज भर्ती परीक्षा के रिजल्ट के साथ आंसर की और कटऑफ मार्क्स भी जारी किया है। उम्मीदवार उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की वेबसाइट https://ukpsc.gov.in/ पर जाकर अपने नतीजे चेक कर सकते हैं।  इसमें कुल 139 कैंडिडेट्स को सफल घोषित किया गया है। यह सफल कैंडिडेट्स अब पीसीएस-जे मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे।

आयोग की ओर से मुख्य परीक्षा की तारीख घोषित की जा चुकी है। कमीशन की ओर से जारी परीक्षा कैलेंडर के अनुसार उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज मुख्य परीक्षा 2021 2 से 6 अगस्त 2022 तक आयोजित की जाएगी।

  • सबसे पहले यूकेपीएससी की वेबसाइट https://ukpsc.gov.in/ पर जाएं
  • अब अब रिक्रूटमेंट सेक्शन में नोटिफिकेशन लिंक ‘उत्तराखण्ड न्यायिक सेवा सिविल जज (जू0डि0) प्रारम्भिक परीक्षा-2021 के संबंध में विज्ञप्ति/परीक्षा परिणाम’ पर क्लिक करें
  • अब रिजल्ट, कटऑफ मार्क्स और फाइनल आंसर की के नोटिफिकेशन लिंक पर क्लिक करें
  • अब पीडीएफ फाइल ओपन होगी, इसमें अपना रिजल्ट चेक करें

कटऑफ
जनरल- 168.72
जनरल-उत्तराखंड महिला- 157.43
ओबीसी- 160.77
ईडब्ल्यूएस- 141.54

आयोग ने 13 मार्च को प्रदेशभर में उत्तराखंड पीसीएस-जे प्री परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा के रिजल्ट, कटऑफ के साथ ही संशोधित आंसर की भी जारी की गई है। आयोग ने पांच सवालों को पूरी तरह से मूल्यांकन से हटा दिया है।

पेपर सेट-ए में सवाल नंबर 23, 24, 33, 67 और 77 को हटाया गया। पेपर सेट-बी में 10, 11, 20, 183 और 193 को ड्रॉप किया गया। पेपर सेट- सी में सवाल नंबर 5, 45, 46, 151 और 161 को ड्रॉप किया गया है। पेपर सेट- डी में 32, 33, 42, 118 और 128 को ड्रॉप किया गया है।

इन सभी ड्रॉप सवालों के बाद अब आयोग ने 200 के बजाए 195 सवालों के आधार पर मूल्यांकन किया है। इनमें हर सही सवाल के लिए उम्मीदवारों को 1.0256 अंक दिए गए हैं जबकि हर गलत जवाब पर 0.2564 की नेगेटिव मार्किंग की गई है।

नीट-UG 2022: 7 मई तक करें नीट परीक्षा के लिए आवेदन,17 जुलाई को होगी नीट परीक्षा, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्‍ट (NEET-UG) का आयोजन 17 जुलाई को होगा और इसके लिए ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्र‍िया 2 अप्रैल से प्रक्रिया शुरू हो गई है। यूजी नीट परीक्षा (NEET-UG 2022) एक ही दिन आयोजित होगी और यह पेन-पेपर आधारित होगी। इसे 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा।

नीट 2022 परीक्षा के लिए nta.nic.in पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस साल स्नातक मेडिकल प्रवेश परीक्षा का आयोजन 17 जुलाई 2022 को किया जाएगा। परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 मई, 2022 है।

नीट 2022 महत्वपूर्ण तारीखें

इवेंट

नीट 2022 डेट

नीट आवेदन पत्र 2022 भरने की अंतिम तिथि

6 मई 2022

नीट 2022 आवेदन शुल्क भुगतान की लास्ट डेट

7 मई 2022

एनटीए नीट आवेदन पत्र की सुधार खिड़की

सूचित किया जाएगा

नीट-UG एडमिट कार्ड 2022 जारी किया जाएगा

सूचित किया जाएगा

नीट परीक्षा की तारीख

17 जुलाई 2022 (जारी)

नीट रिजल्ट की घोषणा

सूचित किया जाएगा

नीट यूजी काउंसलिंग की शुरुआत

सूचित किया जाएगा

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पीसीएस जे और सहायक भू-वैज्ञानिक परीक्षा की आंसर की जारी कर दी, दोनों परीक्षाओं आंसर की आयोग की वेबसाइट से करे डाऊनलोड

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिविजन) प्री परीक्षा और सहायक भू-वैज्ञानिक (वैज्ञानिक शाखा) मुख्य परीक्षा की आंसर की जारी कर दी है।

13 मार्च को आयोजित पीसीएस-जे परीक्षा की आंसर की वेबसाइट पर देखी जा सकती है। 14 मार्च को आयोजित हुई सहायक भू-वैज्ञानिक (वैज्ञानिक शाखा) मुख्य परीक्षा की आंसर की भी आयोग ने जारी कर दी है।इसके साथ ही दोनों परीक्षाओं की आंसर की पर आपत्ति जताने का मौका भी दिया है। इस पर भी 30 मार्च से पांच अप्रैल के बीच आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।

आयोग के सचिव कर्मेन्द्र सिंह की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, 13 मार्च को आयोजित पीसीएस-जे परीक्षा की आंसर की वेबसाइट पर देखी जा सकती है। इस आंसर की पर 30 मार्च से 5 अप्रैल के बीच आपत्ति जता सकते हैं। आपत्ति के लिए प्रति प्रश्न 50 रुपये भुगतान करना होगा।

आयोग ने सहायक भू-वैज्ञानिक(वैज्ञानिक शाखा) मुख्य परीक्षा का आयोजन 14 मार्च 2022 को किया था। 14 मार्च को आयोजित हुई सहायक भू-वैज्ञानिक (वैज्ञानिक शाखा) मुख्य परीक्षा की आंसर की भी आयोग ने जारी कर दी है।इसकी आंसर की भी आयोग की वेबसाइट से डाऊनलोड की जा सकती है।  इस पर भी 30 मार्च से 5 अप्रैल के बीच आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। प्रति प्रश्न 50 रुपये देना होगा। अगर आपत्ति सही निकली तो यह राशि लौटा दी जाएगी और सही न निकली तो राशि वापस नहीं होगी।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी परीक्षा 13 अप्रैल को
उत्तराखंड अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के तहत मुख्य अग्निशमन अधिकारी के रिक्त पदों पर भर्ती को स्क्रीनिंग परीक्षा 13 अप्रैल को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच होगी। यह परीक्षा आयोग के हरिद्वार स्थित परीक्षा भवन में होगी। इसके एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। उम्मीदवार आयोग की वेबसाइट से अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

‘परीक्षा पर चर्चा’ : 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी छात्रों से करेंगे संवाद, उत्तराखंड के 56 हजार बच्चे कार्यक्रम में होंगे शामिल, प्रधानमंत्री देंगे सफलता का मंत्र

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अप्रैल को दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में सुबह 11 बजे परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के पांचवें संस्करण में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के एक हजार छात्र शामिल होंगे। इनमें अधिकतर छात्र दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद जैसे शहरों में सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले होंगे। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2018 में की गई थी।

एक अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में उत्तराखंड के 56 हजार से अधिक बच्चे प्रतिभाग करेंगे। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी के मुताबिक राज्य से कुल 56067 छात्रों,अध्यापकों एवं अभिभावकों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किए जाने के लिए अपना पंजीकरण कराया है। जबकि रुड़की के विश्वजीत और कालसी देहरादून की संजीति सीधे इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि सचिव स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में निर्देशित किया है कि इस कार्यक्रम में उत्तराखंड से प्रतिभाग किए जाने के लिए विश्वजीत कक्षा 11, आर्मी पब्लिक स्कूल नं. 1, रुड़की जिला हरिद्वार एवं संजीति चौहान, ईएमआरएस कालसी, देहरादून का सीधे प्रतिभाग किए जाने के लिए चयन हुआ है। बैठक में निदेशक आरके कुंवर, निदेशक वंदना गर्ब्याल, डॉ. आरडी शर्मा, डॉ. अशोक कुमार सैनी आदि मौजूद रहे।

कोरोना संकट के चलते पहले इस चर्चा को पिछले साल की तरह वचरुअल ही रखा गया था, लेकिन कोरोना की स्थिति में तेजी से हुए सुधार के बाद शिक्षा मंत्रलय ने इस चर्चा को पहले की तरह आयोजित करने का एलान किया है। शिक्षा मंत्रलय ने गुरुवार को पीएम मोदी की छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा की तारीख घोषित की। जिसमें छात्र पहले की तरह पीएम के साथ बैठकर परीक्षा और पढ़ाई से जुड़े विषयों पर सीधे सवाल पूछ सकेंगे। पीएम मोदी की छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा करने की यह शुरुआत 2018 में हुई थी। तब से हर साल इसका आयोजन होता आ रहा है। इस चर्चा के लिए रजिस्ट्रेशन का काम दिसंबर से शुरू हो गया था।

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आइए परीक्षाओं का त्योहार मनाएं। आइए बात करते हैं तनाव मुक्त परीक्षाओं की। एक अप्रैल को परीक्षा पे चर्चा में मिलते हैं।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ”परीक्षा पे चर्चा हल्का-फुल्का संवाद होता है और यह हम सभी को परीक्षाओं, पढ़ाई, जीवन एवं अन्य विषयों संबंधी विभिन्न पहलुओं पर बात करने का अवसर देता है। ” परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) कार्यक्रम इस साल एक अप्रैल को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।

वहीं, पीएम ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि आइए तनावमुक्त परीक्षाओं पर एक बार फिर चर्चा करें। मैं छात्रों, उनके अभिभावकों और अध्यापकों को इस साल एक अप्रैल को ‘परीक्षा पे चर्चा’ में शामिल होने का आह्वान करता हूं।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पीएम मोदी से सीधी बात होने से कई बच्चों का मार्गदर्शन होगा। इस चर्चा में 9 वीं और 12 वीं कक्षा तक के एक हजार छात्र शामिल होंगे। छात्रों के अलावा शिक्षकों और अभिभावकों को भी 2022 के लिए नया मार्ग मिलेगा। ये चर्चा करीब डेढ़ घंटे चलेगी । इस दौरान बच्चे पीएम मोड़ो से 20 सवाल पूछेंगे। ये चर्चा अलग अलग विषयों पर फोकस होगी।

इस कार्यक्रम में सभी राज्यों के राज्यपाल अपने अपने प्रदेश के बच्चों के साथ शामिल होंगे। इसके लिए सभी बबच्चों को राज्यपाल भवन में बुलाया जाएगा। इसके अलावा इस कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज, IIT, NIT समेत उच्च शिक्षण संस्थान भी इसमें शामिल होंगे।

परीक्षा पर चर्चा के लिए रजिस्ट्रेशन पहले ही किया जा चुका है। जिन छात्रों ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, वो पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे। आपको बता दें कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय पिछले चार साल से इसका आयोजन कर रहा है। पीपीसी के पहले तीन संस्करण नई दिल्ली में एक संवादात्मक ‘टाउन-हॉल’ प्रारूप में आयोजित किए गए थे। चौथा संस्करण पिछले साल 7 अप्रैल को कोरोना की दूसरी लहर के चलते ऑनलाइन आयोजित किया गया था।

यूजीसी ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से कहा स्नातक में संयुक्त प्रवेश परीक्षा से मिले दाखिला, सीयूईटी के लिए दो अप्रैल से शुरू होंगे आवेदन,

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कुलपतियों को पत्र लिखकर स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश देने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के अंकों का उपयोग करने के लिए कहा है। आयोग ने कुलपतियों, निदेशकों और प्राचार्यों को रविवार को पत्र भी लिखे हैं। यूजीसी ने पहले सिर्फ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए सीयूईटी को अनिवार्य किया था, अब उसने सभी विश्वविद्यालयों को इससे जोड़ने की बात कही है।

कुमार ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘आज हमने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कुलपतियों, निदेशकों और प्राचार्यों को अपने स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी स्कोर का उपयोग करने के संबंध में पत्र लिखा है क्योंकि नयी व्यवस्था में छात्रों को कई प्रवेश परीक्षा देने की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’

यूनिवर्सिटी को लिखे पत्र में यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा है कि 12वीं के प्राप्तांक नहीं, बल्कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही केंद्रीय विश्वविद्यालय दाखिला देंगे। हालांकि, विश्वविद्यालय न्यूनतम पात्रता मानदंड तय कर सकते हैं। छात्रों को सिंगल विंडो से स्नातक में दाखिले का मौका मिलना चाहिए। कुमार ने कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा सिर्फ केंद्रीय विश्वविद्यालयों तक सीमित नहीं होना चाहिए। छात्र हित के लिए डीम्ड, स्टेट और निजी विश्वविद्यालयों को भी इसमें शामिल होना चाहिए। इसलिए सभी कुलपतियों और निदेशकों को पत्र लिखा गया है।

सीयूईटी के जरिये यदि वे दाखिला देते हैं तो छात्रों को अलग-अलग विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए अलग-अलग आवेदनपत्र और प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। दूर-दराज के इलाकों के छात्रों को भी बेहतर मौके उपलब्ध होंगे। फिलहाल देशभर में अलग-अलग विश्वविद्यालय 12वीं कक्षा के अंक और अपनी दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर छात्रों को दाखिला करते थेे। सभी विश्वविद्यालय सीयूईटी 2022 में शामिल होते हैं तो छात्र और अभिभावकों के समय और पैसे दोनों बचेंगे।

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने घोषणा की है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 2 अप्रैल से शुरू होगी। सीयूईटी की आवेदन प्रक्रिया से लेकर परीक्षा के आयोजन और रिजल्ट तैयार करने तक की भूमिका नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को सौंपी गई है। उम्मीदवार सीयूईटी समर्थ की वेबसाइट cuet.samarth.ac.in पर जाकर 30 अप्रैल, 2022 तक आवेदन कर सकते हैं।

एजेंसी ने शनिवार को जारी एक सार्वजनिक नोटिस में कहा कि सीयूईटी देश भर के किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने वाले छात्रों को एकल खिड़की अवसर प्रदान करेगा। उसने कहा कि सीयूईटी (यूजी) -2022 एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) प्रारूप में आयोजित किया जाएगा।

उत्तराखंड का दूसरा सैनिक स्कूल देहरादून में बनेगा, भाऊवाला स्थित जीआरडी वर्ल्‍ड स्कूल बनेगा सैनिक स्कूल,रक्षा मंत्रालय ने दी मंजूरी

उत्तराखंड के हिस्से भी एक सैनिक स्कूल आया है। देहरादून के भाऊवाला स्थित जीआरडी वर्ल्‍ड स्कूल को इसके लिए चयनित किया गया है।प्रदेश में अभी तक सिर्फ घोड़ाखाल ही एकमात्र सैनिक स्कूल है मगर अब उत्तराखंड के हिस्से दो सैनिक स्कूल आ जाएंगे जिससे उत्तराखंड के युवाओं को न केवल आर्मी में जाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि स्कूल के समय से ही वे आर्मी में जाने की तैयारी कर सकेंगे। दरअसल रक्षा मंत्रालय ने शैक्षणिक सत्र 2022 -23 के लिए देश भर में 21 नए सैनिक स्कूल खोलने को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय संबंधित प्रदेश की सरकार अथवा निजी स्कूल या एनजीओ के साथ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में इन स्कूलों का संचालन करेगा।

देहरादून के भाऊवाला स्थित स्कूल को सैनिक स्कूल में तब्दील किया जाएगा। अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा में सफल रहने वाले छात्रों को स्कूलों में कक्षा 6 प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा में 40 फीसदी छात्रों का चयन किया जाएगा जबकि 60 फीसदी छात्र संबंधित स्कूल के ही रहेंगे यदि वह सैनिक स्कूल में प्रवेश लेना चाहते हैं।

आने वाली मई में स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा। उत्तराखंड में इससे पहले एकमात्र सैनिक स्कूल घोड़ाखाल था जिसका पूरा संचालन रक्षा मंत्रालय करता है। हालांकि रुद्रप्रयाग जिले में भी सैनिक स्कूल खोलने की कवायद पिछले कई सालों से चल रही थी मगर कुछ ना कुछ अड़चनों के कारण यह मामला अब भी लटका हुआ है। रुद्रप्रयाग में सैनिक स्कूल खोलने की स्वीकृति भी मिल गई थी मगर अब तक वहां पर स्कूल नहीं खुल पाया है।

देहरादून में सैनिक स्कूल का खुलना सेना में जाने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। प्रदेश में एक और नया सैनिक स्कूल खुलने से राज्य के प्रतिभावान छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा ही उसके साथ में ही सेना में भविष्य संवारने का शानदार मौका भी उनको मिलेगा। उत्तराखंड में अधिकांश छात्रों का चयन अभी एनडीए के जरिए होता है। उसके बाद वे नौ सेना, थल सेना एवं वायु सेना में भर्ती होते हैं। कई बच्चे एनडीए क्लियर नहीं कर पाते। ऐसे में सैनिक स्कूल में एडमिशन लेने के बाद बच्चे सेना में जाने की तैयारी अच्छे से कर सकते हैं।

प्रवेश के लिए आयु भी निर्धारित है। ऐसे में एक और नया सैनिक स्कूल खुलने से राज्य के प्रतिभावान छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त करने का अवसर तो मिलेगा ही, साथ ही सेना में भविष्य संवारने का शानदार मौका भी।